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PCS Exam: पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए एक तिहाई प्रश्न, 90 से 95 अंक तक जा सकता कटऑफ

PCS Exam उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल/प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक (पीसीएस) परीक्षा-2024 आयोजित की गई। देहरादून जनपद में परीक्षा के लिए 121 केंद्र बनाए गए थे। इनमें ऋषिकेश व विकासनगर के 17-17 व दून के 87 केंद्र शामिल हैं। पहली पाली में 43.73 व दूसरी पाली में 42.79 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।

By Sukant mamgain Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 15 Jul 2024 10:51 AM (IST)
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पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में उत्तराखंड से पूछे गए एक तिहाई प्रश्न

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा इस बार बदले पैटर्न पर हुई। पेपर-1 (जीएस) में इस बार करीब एक तिहाई प्रश्न उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए थे। जिसमें परंपरागत सवालों से इतर राज्य के समसामयिक विषयों पर आधारित प्रश्न ज्यादा आए। वहीं, पेपर -2 (सीसैट) बीते वर्षों की तुलना में कठिन रहा। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार कटआफ 90 से 95 अंक तक रह सकती है।

सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने बताया कि पहली पाली में 47762 अभ्यर्थियों में से 20887 व दूसरी पाली में 20438 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।

पेपर-2 (सीसैट) रहा कठिन

परीक्षा विशेषज्ञ एवं प्रयाग आइएएस एकेडमी के निदेशक आरए खान ने बताया कि पेपर-1 (जीएस) में इस बार उत्तराखंड से संबंधित सवालों की संख्या ज्यादा थी। पहले करीब 18-20 प्रतिशत प्रश्न उत्तराखंड से पूछे जाते थे। लेकिन इस बार यह संख्या कुल प्रश्नों की करीब एक तिहाई रही। आमतौर पर उत्तराखंड के भूगोल, इतिहास, राजनीति, संस्कृति आदि से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। पर इस बार ट्रेंड बदला है। इस बार समसामयिक विषयों पर आधारित प्रश्न ज्यादा आए।

ऐसे में उत्तराखंड का सतही ज्ञान रखने वालों को मुश्किल हुई होगी। जबकि उत्तराखंड की गहरी समझ रखने वाले स्थानीय अभ्यर्थियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पेपर-2 (सीसैट) इस बार तुलनात्मक रूप से कठिन था। यह यूपीएससी के स्तर का था। जिसमें लाजिकल रीजनिंग के प्रश्न कम और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूट के प्रश्न अधिक थे। जिसका गणित व विज्ञान के छात्रों को फायदा होगा।

उन्होंने बताया कि सीसैट पेपर क्वालीफाइंग होता है। इसके लिए कुल 150 अंक निर्धारित हैं और उम्मीदवारों को अगले दौर के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए एक तिहाई अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं, पेपर-1, 150 अंक का होता है। यदि कोई छात्र 90-95 अंक हासिल कर लेता है तो वह मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह होगा।

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