Uttarakhand News: साइबर ठगी निवेश के नाम पर 23 लाख की ठगी, नागपुर में दो महिला ठगों पर कार्रवाई
साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें देहरादून के एक व्यक्ति से निवेश के नाम पर 23 लाख रुपये की ठगी की गई। साइबर थाना पुलिस ने नागपुर में कार्रवाई करते हुए दो महिला ठगों को नोटिस तामिल कराया है। आरोपित महिलाएं आयुष्मान कार्ड बनवाने के बहाने लोगों के बायोमेट्रिक लेकर उससे सिम एक्टिवेट करवाकर विदेशी साइबर अपराधियों को भेजती थीं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: विभिन्न योजनाओं के नाम पर बायोमेट्रिक लेने व उस पर सिमकार्ड लेकर धोखाधड़ी में शामिल दो महिला ठगों को साइबर थाना पुलिस ने नागपुर पहुंचकर नोटिस तामिल कराया है। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि देहरादून के एक व्यक्ति ने तहरीर दी थी कि उन्होंने टेलीग्राम में एक आनलाइन ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन देखा।
लिंक पर क्लिक करने पर उनको एक अज्ञात वाट्सएप ग्रुप से जुड़ना बताया गया। चेटिंग करने के उपरांत उन्हें एक अन्य लिंक के माध्यम से एक इन्वेस्टमेंट ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में पूर्व से जुडे़ लोगों ने अपने मुनाफा की धनराशि के स्क्रीनशाट शेयर की। झांसे में आकर उनसे 23 लाख रुपये ठग लिए।
धाेखाधड़ी कर इन खातों में डाले रुपये
इस मामले में साइबर थाने में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना निरीक्षक देवेंद्र नबियाल को सौंपी गई। विवेचक ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों व वाट्सएप की जानकारी के लिए संबंधित बैंकों, सर्विस प्रदाता कंपनी, मेटा कंपनियों से डेटा प्राप्त किया गया। डेटा के विश्लेषण से जानकारी में आया कि साइबर अपराधियों ने घटना में पीड़ित से अन्य व्यक्तियों के खातों (कमीशन बेस्ड खाते) का प्रयोग कर धोखाधड़ी की धनराशि इन्हीं खातों में डाला गया।मोबाइल नंबरों का किया सत्यापन
विवेचना के दौरान साइबर थाना पुलिस टीम ने बैंक खातों तथा मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया। इस दौरान पुष्पा बारापत्रे निवासी गीडोबा मंदिर थाना बाट्ठोडा जिला नागपुर व यदम्मा सुल्तान निवासी गणेश अपार्टमेंट दिघोरी का नाम सामने आया। नागपुर पहुंची साइबर थाने की टीम ने दोनों आरोपितों को नोटिस तामिल कराया और उनसे भारी संख्या में सिम कार्ड बरामद किए। जांच में सामने आया कि दोनों महिलाएं भारत से बाहर विदेशी साइबर अपराधियों के लगातार संपर्क में हैं।
आरोपित महिला यदम्मू सुल्तान का बेटा राजू सुल्तान फिलिपींस में रहता है, जोकि इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह फिलीपींस में बैठकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देता है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के बहाने लेते थे बायाेमेट्रिक
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि वह आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर लोगों के बायोमेट्रिक लेकर उससे सिम एक्टिवेट करवाकर राजू सुल्तान को कोरियर के माध्यम से फिलीपींस भेजते हैं। इसके एवज में राजू उन्हें मोटी धनराशि भेजता है।
आरोपित महिलाओं से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन में कई बैंक खाते, बड़ी मात्रा में सिम कार्ड की फोटो व दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपितों के वाट्सएप के माध्यम से अन्य साइबर अपराधियों से संपर्क में होने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
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