दो संस्कृत आवासीय विद्यालयों की मिलेगी सौगात, पतंजलि करेगा मदद
उत्तराखंंड को जल्द ही दो संस्कृत आवासीय विद्यालयों की सौगात मिलेगी। इसके लिए पतंजलि अपना पूरा सहयोग देगा।
By Edited By: Updated: Wed, 27 Jun 2018 05:16 PM (IST)
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश को एक-एक हजार छात्र संख्या के दो संस्कृत आवासीय विद्यालयों की सौगात मिलेगी। दोनों ही संस्कृत विद्यालय हाइटेक होंगे और इनमें संस्कृत में प्रारंभिक से लेकर उच्च शिक्षा यानी आचार्य (स्नातक) और शास्त्री (परास्नातक) की डिग्री के साथ ही अन्य आधुनिक व रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी संचालित होंगे। गढ़वाल के देवप्रयाग व कुमाऊं के रुद्रपुर में खुलने वाले इन एक-एक आवासीय विद्यालय के लिए आधारभूत सुविधाओं के विकास और संचालन में पतंजलि महत्वपूर्ण सहयोग देगा।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में पतंजलि की टीम, विभागीय अधिकारियों की सोमवार को बैठक में यह सहमति बनी। प्रदेश में संस्कृत शिक्षा के पाठ्यक्रम को नई परिस्थितियों और मांग के मुताबिक गुणवत्तापरक और रोजगारपरक बनाने के लिए पतंजलि ने हामी भर दी है। सचिवालय में हुई बैठक में इसका खाका तैयार किया गया। आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में पतंजलि की अकादमिक टीम ने प्रवेशिका, प्रथमा, उत्तर मध्यमा, आचार्य एवं शास्त्री स्तर के पाठ्यक्रमों की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की।
संस्कृत शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय व पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने मीडिया को बताया कि कुमाऊं मंडल में रुद्रपुर के एएन झा इंटर कॉलेज और गढ़वाल मंडल में पौड़ी जिले के देवप्रयाग में संस्कृत आवासीय विद्यालय संचालित किए जाएंगे। इसके साथ ही संस्कृत के चार राजकीय विद्यालयों को पतंजलि पीपीपी मोड में संचालित करेगा। विद्यालयों में संस्कृत शिक्षण के लिए पदों के सृजन, मान्यता व अन्य समस्याओं के समाधान को आचार्य बालकृष्ण की अध्यक्षता में समिति गठित होगी। यह समिति जल्द अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
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