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प्रदेश के इस सबसे बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाएं दे रही मरीजों को दर्द

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व्यवस्थाएं भगवान भरोसे चल रही हैं। खराब होती मशीनों ने मरीजों का दर्द और बढ़ा दिया है।

By BhanuEdited By: Updated: Fri, 14 Jun 2019 09:43 AM (IST)
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प्रदेश के इस सबसे बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाएं दे रही मरीजों को दर्द
देहरादून, जेएनएन। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व्यवस्थाएं भगवान भरोसे चल रही हैं। ये हाल तब है जब, अस्पताल पर न केवल शहर बल्कि प्रदेशभर की एक बड़ी आबादी निर्भर है। पहाड़ के दुरुह क्षेत्रों से भी मरीज यहां रेफर होकर आते हैं। अस्पताल की अव्यवस्थाओं का मर्ज इन मरीजों का दर्द बढ़ा रहा है। उस पर जब तब खराब होती मशीनों ने उनकी तकलीफ बढ़ाने का काम किया है। 

तीन आटोक्लेव मशीन, तीनों खराब 

दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के ऑपरेशन थियेटर में तीनों आटोक्लेव मशीन खराब हो गई हैं। इस वजह से ऑपरेशन ठप हैं। बस इमरजेंसी ऑपरेशन ही किए जा रहे हैं। इस कारण कई दिन से भर्ती मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। 

बता दें, अस्पताल की ओटी में आर्थो, ईएनटी, न्यूरो और सर्जिकल के प्रतिदिन करीब 20 ऑपरेशन होते हैं। ओटी में तीन आटोक्लेव (ऑपरेशन उपकरणों की सफाई वाली) मशीन है, जिनमें से दो कई दिनों से खराब पड़ी थीं। बुधवार को तीसरी मशीन भी खराब हो गई। इससे रुटीन केसारे ऑपरेशन ठप हो गए। 

वहीं, इमरजेंसी ऑपरेशन जैसे तैसे किये जा रहे हैं। बताया गया कि आटोक्लेव मशीन 12 से 14 साल पुरानी होने के कारण कई बार खराब हो जाती हैं। प्राचार्य एवं एमएस खुद बार-बार मशीन के खराब होने पर सवाल उठा चुके हैं। बहरहाल, अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री का कहना है कि मशीन को ठीक कराया जा रहा है, आने वाले एक-दो दिन में व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाएगी। इमरजेंसी ऑपरेशन कराए जा रहे हैं। 

भीषण गर्मी में गर्म हुआ स्टेबलाइजर

भीषण गर्मी का असर इंसान ही नहीं बल्कि मशीनों पर भी दिख रहा है। इसकी एक बानगी दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में दिखाई दी। जहां एमआरआइ मशीन पर लगे वोल्टेज स्टेबलाइजर में खराबी आ गई। स्टेबलाइजर अत्याधिक गर्म हो गया और इससे तेल बाहर निकलने लगा। जिस कारण इसे बंद करना पड़ा। 

इस वजह से एमआरआइ करीब तीन घंटे तक बाधित रहे और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को रोजाना की तरह एमआरआइ किए जा रहे थे। सुबह 10 बजे तक करीब 10 मरीजों के एमआरआइ किए गए, तभी अचानक बिजली चले जाने से मशीन बंद हो गई। जिससे जांच ठप हो गई।

एमआरआइ प्रभारी महेंद्र भंडारी ने इसकी सूचना डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री को दी। उन्होंने तकनीशियन को भेजकर स्टेबलाइजर ठीक कराया। दोपहर बाद एक बजे जांच शुरू हो सकी। जिसके बाद मरीजों ने राहत की सांस ली।

दून अस्पताल में महिला की मौत पर हंगामा

दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। जिस पर परिजनों ने चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा किया। उन पर कार्रवाई की मांग की है। अपनी इस मांग को लेकर वह आज अस्पताल परिसर में धरना देंगे। 

खुड़बुड़ा के अन्ना हजारे चौक निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला जैतून पत्नी जलालुदीन को उल्टी-दस्त होने पर 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वार्ड-16 में डॉक्टर अंकुर पांडेय की देखरेख में उनका उपचार चल रहा था। महिला की उनकी बेटी फूलजहां एवं बेटे इमरान ने बताया कि उनको आइसीयू उपलब्ध नहीं कराया गया। 

12 जून को सुबह 10 बजे उनकी मां को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वाहन और पैसो का इंतजाम करने में उन्हें थोड़ा वक्त लगा। इस दौरान संबंधित डॉक्टर उन्हें देखने नहीं आया और उन्हें स्ट्रेचर तक नहीं दिया गया। इमरजेंसी तक उन्हें गोद में लाया गया। इमरजेंसी में करीब डेढ़ बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

परिजनों ने डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री से इसकी शिकायत की। डॉ. खत्री ने बताया चिकित्सक एवं सिस्टर इंचार्ज से जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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