सीएयू की अंदरूनी कलह से अटका कंपनियों का भुगतान, बीसीसीआइ से शिकायत
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) में चल रही अंदरूनी कलह का खामियाजा प्रतियोगिताओं के दौरान खेल और खिलाड़ियों के लिए विभिन्न सुविधाएं जुटाने वाली कंपनियांं भुगत रही हैं।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Sat, 09 May 2020 11:49 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) में चल रही अंदरूनी कलह का खामियाजा प्रतियोगिताओं के दौरान खेल और खिलाड़ियों के लिए विभिन्न सुविधाएं जुटाने वाली कंपनियों (वेंडरों) को भी भुगतना पड़ रहा है। बीसीसीआइ से सालाना किश्त मिलने के बाद भी इन वेंडरों को बकाये का भुगतान नहीं किया गया है। जिसकी शिकायत अब उन्होंने बीसीसीआइ से की है। बताया जा रहा है कि बीसीसीआइ ने इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए सीएयू को जल्द से जल्द मामले का निपटारा करने के लिए कहा है।
उत्तराखंड में क्रिकेट को मान्यता मिलने के कुछ समय बाद ही सीएयू के आंतरिक ढांचे में उथल-पुथल शुरू हो गई थी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों में अंदरखाने मनमुटाव की बातें भी सामने आईं। इसी बीच महिम वर्मा बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष चुन लिए गए, जिस कारण सीएयू के सचिव का पद काफी दिनों तक खाली रहा। इससे स्थितियां और बिगड़ गईं। एसोसिएशन के पदाधिकारी अपनी मनमर्जी चलाने लगे।
एसोसिएशन ने टूर्नामेंट तो कराए, लेकिन वेंडरों को भुगतान नहीं किया। वेंडर जब भी भुगतान के लिए कहते, पदाधिकारी टाल जाते। वेंडरों का भुगतान और कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए बीते अप्रैल में बीसीसीआइ ने सीएयू को सालाना मिलने वाली किश्त के रूप में पांच करोड़ रुपये भी दे दिए। फिर भी एसोसिएशन ने वेंडरों को भुगतान नहीं किया। सीएयू के इस रवैये से आजिज आकर वेंडरों ने बीते दिनों इसकी शिकायत बीसीसीआइ से कर दी।
वहीं, सूत्रों की मानें तो एसोसिएशन का एक पदाधिकारी किसी भी कागज पर हस्ताक्षर नहीं कर रहा है। जिस कारण एसोसिएशन के सभी कामकाज अटके हुए हैं। इसीलिए वेंडरों का भुगतान भी नहीं हो पा रहा। हालांकि, एसोसिएशन के पदाधिकारी इस अंदरूनी कलह पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं।2019-20 की किसी भी प्रतियोगिता में नहीं हुआ वेंडरों को भुगतान
क्रिकेट मैचों के आयोजन के लिए खिलाड़ियों व स्टाफ के रहने के लिए होटल, खान-पान, ड्रेस, होटल से आयोजन स्थल तक लाने व ले जाने के लिए परिवहन समेत विभिन्न व्यवस्थाएं करनी होती हैं। जिसकी जिम्मेदारी अलग-अलग कंपनियों को सौंपी जाती है। जिन्हें वेंडर कहते हैं। प्रदेश में 2019-20 में हुई किसी भी घरेलू प्रतियोगिता के लिए वेंडरों को भुगतान नहीं किया गया है।
यह भी पढ़ें: खेल विभाग में पदोन्नति का इंतजार, शासन में अटकी फाइलएक सप्ताह के भीतर होगी पेमेंट अध्यक्ष क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला के मुताबिक, बीसीसीआइ में शिकायत का मामला संज्ञान में आया है। बीसीसीआइ से पैसा मिलते के बाद पेमेंट प्रॉसेस शुरू हो गया है। एक सप्ताह के भीतर सबकी पेमेंट हो जाएगी।
यह भी पढ़ें: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को पांच करोड़ रुपये जारी करेगा बीसीसीआइ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।