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अब तेजी से निपट सकेंगी पेंशनर की परेशानियां, केवाइसी से लिए नहीं लगाने होंगे चक्‍कर

Pensioner Mobile App पेंशन भुगतान जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और चिकित्सा प्रतिपूर्ति से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए मोबाइल ऐप को अपग्रेड किया जा रहा है। अब पेंशनरों को कोषागारों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ऐप पर प्रश्नोत्तरी और वीडियो रील के माध्यम से समस्याओं का समाधान उपलब्ध होगा। आधार की जानकारी न देने परआनलाइन जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और पेंशन मिलने में कठिनाई हो सकती है।

By Ravindra kumar barthwal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 25 Sep 2024 03:04 PM (IST)
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Pensioner Mobile App: पेंशनर को अधिक राहत देने को अपग्रेड होगा माेबाइल एप. Concept Photo
राज्य ब्यूरो, जागरण,  देहरादून। Pensioner Mobile App: प्रदेश में पेंशनर और पारिवारिक पेंशनर की समस्याएं तेजी से निपट सकेंगी। पेंशन भुगतान, जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और चिकित्सा प्रतिपूर्ति से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए मोबाइल एप को अपग्रेड किया जा रहा है। एप पर प्रश्नोत्तरी और वीडियो रील के माध्यम से समस्याओं का समाधान उपलब्ध होगा।

वित्त सचिव वी षणमुगम ने इस संबंध में कोषागार निदेशालय को निर्देश दिए हैं। इस क्रम में निदेशालय ने सभी जिलों से पेंशनर और उनकी समस्याओं के संबंध में विवरण मांगा है। 

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10 हजार पेंशनर के पेंशन खाते व आधार की अद्यतन जानकारी नहीं

प्रदेश में लगभग 10 हजार पेंशनर ऐसे हैं, जिनके पेंशन खाते के साथ आधार की अद्यतन जानकारी नहीं है। इन पेंशनर में अधिकतर नए पेंशनर सम्मिलित हैं। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को पहली पेंशन मिलते ही तुरंत पेंशन खाते के साथ आधार की अद्यतन जानकारी देना अनिवार्य है।

आधार की जानकारी नहीं देने की स्थिति में आनलाइन जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और पेंशन मिलने में पेंशनर को कठिनाई हो सकती है।

वित्त सचिव वी षणमुगम ने निर्देश दिए हैं कि पेंशनर को परेशानी नहीं होनी चाहिए। तकनीकी के सहयोग से उनकी किसी भी परेशानी का तत्काल समाधान किया जाए। कोषागारों को पेंशनर के आधार अपडेट करने के लिए जिलों में जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है।

कोषागार का चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं

दरअसल, पेंशनर को आधार को खाते से जोड़ने या उसकी अद्यतन जानकारी के लिए कोषागार का चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। यह कार्य मोबाइल फोन, कंप्यूटर, कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से किया जा सकता है। ऐसे पेंशनर जो दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, वे डाक के माध्यम से भी यह जानकारी भेज सकते हैं। दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों के पेंशनर यह जानकारी नहीं होने से परेशानी उठा रहे हैं।

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आयकर के लिए फार्म-16 प्राप्त करने, पेंशन रसीद और चिकित्सा प्रतिपूर्ति को लेकर भी उन्हें जूझना पड़ता है। वित्त सचिव षणमुगम ने ऐसी सभी समस्याओं से पेंशनर को राहत दिलाने को कहा है।

मोबाइल एप में होगी प्रश्नोत्तरी व वीडियो रील

वित्त सचिव के निर्देशों के क्रम में कोषागार निदेशालय ने सभी जिलों से पेंशनर के आधार सत्यापन और उसकी अद्यतन जानकारी एवं उन्हें होने वाली कठिनाइयों के संबंध में विस्तृत विवरण जिलों से मांगा है। 

कोषागार निदेशक डीसी लोहनी ने कहा कि वित्त सचिव के निर्देशों के अनुसार इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत पेंशनर के लिए मोबाइल एप को अधिक उन्नत बनाया जा रहा है। इसमें प्रश्नोत्तरी के माध्यम से पेंशनर की समस्याओं का समाधान उपलब्ध रहेगा। साथ में वीडियो रील भी अपलोड की जाएंगी, ताकि वीडियो देखकर वे अपनी कठिनाइयों का समाधान कर सकें। उन्होंने कहा कि जिलों में कोषागार अधिकारियों को पेंशनर की समस्याओं के शीघ्र समाधान को प्राथमिकता देने को कहा गया है।

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