हरिद्वार सुपर लीग में नहीं खेल सकेंगे यूसीसीसी से पंजीकृत खिलाड़ी
हरिद्वार लीग में यूसीसीसी से पंजीकृत खिलाड़ी व ऑफिसियल्स हिस्सा नहीं लेंगे। अगर कोई पंजीकृत खिलाड़ी व ऑफिसियल लीग में हिस्सा लेते पाए गए तो उन पर नियमानुसार कार्रवार्ई की जाएगी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 09 Feb 2019 09:06 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड क्रिकेट कंसेंसस कमेटी के समन्वयक व बीसीसीआइ के प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी ने हरिद्वार में चल रही हरिद्वार सुपर लीग को गैर मान्यता प्राप्त करार दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि लीग में यूसीसीसी से पंजीकृत खिलाड़ी व ऑफिसियल्स हिस्सा नहीं लेंगे। अगर कोई पंजीकृत खिलाड़ी व ऑफिसियल लीग में हिस्सा लेते पाए गए तो उन पर नियमानुसार कार्रवार्ई की जाएगी।
हरिद्वार में चल रही क्रिकेट लीग में यूसीसीसी से पंजीकृत खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें कुछ खिलाड़ी उत्तराखंड सीनियर टीम से भी शामिल हैं। जबकि यूसीसीसी ने लीग को स्वीकृति नहीं दी थी। इसके बावजूद पंजीकृत खिलाड़ी गैर मान्यता प्राप्त लीग में खेल रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ खिलाड़ी तो अपनी पहचान छुपाने के लिए नाम बदलकर लीग में हिस्सा ले रहे हैं। जिसकी शिकायत प्रोफेसर शेट्टी से की गई। जिस पर रत्नाकर शेट्टी ने साफ किया कि हरिद्वार सुपर लीग गैर मान्यता प्राप्त है। यूसीसीसी से पंजीकृत कोई भी खिलाड़ी व ऑफिसियल इस लीग में हिस्सा नहीं ले सकता। अगर लीग में हिस्सा लेते हुए कोई पाया जाता है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
लीग को इसलिए नहीं मिली स्वीकृति
प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी ने यह भी साफ किया कि यूसीसीसी द्वारा लीग को स्वीकृति क्यों नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि लीग को यूसीसीसी से अधिकृत कराने के लिए यूसीसीसी सदस्य व उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिव्य नौटियाल ने स्वीकृति मांगी थी, इस पर यूसीसीसी ने लीग के आयोजक का नाम, लीग में हिस्सा ले रही टीमों के स्वामी के नाम, लीग का बजट व पुरस्कार समेत अन्य जरूरी जानकारी मांगी थी। जिसका उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसलिए लीग को स्वीकृति नहीं मिली।
यह भी पढ़ें: लीग में एसएसबी की सात विकेट से जीत, दूसरे मैच में बारिश का खलल
यह भी पढ़ें: आयरलैंड सीरीज के लिए अफगानिस्तान टीम हुई घोषित, जानिए
यह भी पढ़ें: लीग में दून टाइगर्स और बारु रेड ने जीते अपने मुकाबले
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।