PICS: केदारनाथ धाम से है पीएम मोदी की अगाध आस्था, हेलीपैड से पैदल पहुंचे धाम; बाबा केदार का लिया आशीर्वाद
Kedarnath Dham प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बेहद लगाव है। वे कई बार अपने इस लगाव को जाहिर भी कर चुके हैं। केदार बाबा में भी पीएम मोदी की अगाध आस्था है। वे कई बार बाबा केदार के दर आकर उनका आशीर्वाद ले चुके हैं।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Fri, 05 Nov 2021 06:50 PM (IST)
जागरण टीम, देहरादून। Kedarnath Dham देवभूमि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद लगाव है। वे कई बार अपने इस लगाव को जाहिर भी कर चुके हैं। केदारनाथ धाम से भी पीएम मोदी की अगाध आस्था है। वे कई बार बाबा केदार के दर आकर उनका आशीर्वाद ले चुके हैं। अब एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी बाबा केदार के दर पर पहुंचे हैं।
केदारनाथ धाम पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंदिर गर्भ गृह में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। मंत्रोच्चार के बीच प्रधानंत्री ने बाबा केदार का आशीर्वाद लिया और विश्व शांति की कामना की।
बर्फ से ढकी सफेद पहाड़ियों के बीच केदारनाथ धाम का सौंदर्य देखते ही बन रहा है। उसपर सूरज की किरणें धाम के नजारे को और भी भव्य बना रही है।
दीपावली के ठीक एक दिन बाद गोवर्धन पूजा के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह-सुबह केदारनाथ धाम पहुंचे। हेलीपैड पर पहुंचने के बाद वे पैदल ही मंदिर के लिए निकल पड़े। हेलीपैड पर ऑल टेरिन वाइकल भी रखा गया था, लेकिन वह पैदल ही पहुंचे।
उनके दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था से लेकर तमाम इंतजाम बेहद पुख्ता हैं। धाम भव्य रूप में नजर आ रहा है। मंदिर को दस कुंतल फूलों से सजाया गया है। पीएम मोदी धाम में करीब तीन घंटे रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है। केदारनाथ धाम में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान खड़े हैं, जो हर स्थिति पर नजर बनाए और चेकिंग अभियान चलाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण किया। इसके साथ ही वे कई अन्य योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे। पीएम मोदी केदारनाथ में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके लिए सभास्थल पर भीड़ भी जुट गई है। पीएम मोदी के दौरे को लेकर सभी बेहद उत्साहित हैं।
केदारनाथ धाम भगवान शिव की पावन स्थली है। प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। इसका उल्लेख स्कंद पुराण के केदार खंड में भी हुआ है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु कण-कण में भगवान शिव की उपस्थिति की अनुभूति करते हैं।
मान्यता है कि पांडवों के वंशज जन्मेजय ने यहां इस मंदिर की स्थापना की थी। मंदिर का निर्माण कत्यूरी शैली में हुआ है। बाद में आदि शंकराचार्य ने इसका जीर्णोद्धार कराया। वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद केंद्र सरकार इसके पुनर्निर्माण कार्यों में जुटी हुई है।यह भी पढ़ें- LIVE: केदारनाथ धाम में पीएम मोदी, गर्भगृह में पूजा कर लिया आशीर्वाद; आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण
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