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PM Narendra Modi Birthday: बाबा केदार के भक्‍त है पीएम मोदी, केदारनाथ में सामान्य साधक की तरह करते थे साधना

PM Narendra Modi Birthday 2022 पीएम नरेन्‍द्र मोदी वर्ष 1985 86 में एक सामान्य साधक की तरह केदारनाथ क्षेत्र में साधना करते थे। पीएम मोदी प्रतिदिन गरुड़चट्टी से पैदल ही केदारनाथ में पूजा के लिए जाते थे।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 16 Sep 2022 05:55 PM (IST)
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PM Narendra Modi Birthday 2022: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी बाबा केदार के भक्‍त हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून। PM Narendra Modi Birthday 2022: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी बाबा केदार के भक्‍त हैं। वह अक्‍सर केदारनाथ के दर्शन के लिए यहां आते रहते हैं। आप जानकर हैरान होंगे कि वह कभी केदारनाथ क्षेत्र में एक सामान्‍य साधक के रूप में रहते थे और पैदल केदारनाथ के दर्शन को जाते थे।

केदारनाथ क्षेत्र में करते थे साधना

आपको बताते है कि वर्ष 1985-86 में नरेन्‍द्र मोदी (PM Narendra Modi ) एक सामान्य साधक की तरह केदारनाथ (Kedarnath) क्षेत्र में साधना करते थे। वह केदारनाथ मंदिर से करीब साढ़े तीन किमी दूर स्थित पर्वत पर मौजूद गरुड़चट्टी में बनी साधना स्थली में तप करते थे।

गरुड़चट्टी से केदारनाथ तक जाते थे पैदल

पीएम नरेन्‍द्र मोदी (PM Narendra Modi ) भगवान केदारनाथ (Kedarnath) का जलाभिषेक करने के लिए प्रतिदिन पैदल ही गरुड़ चट्टी से केदारनाथ तक आते थे। दोनों स्थानों के मध्य पैदल पथ बना हुआ था।

तीन ध्‍यान गुफाओं का किया निर्माण

पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ (Kedarnath) की पहाड़ी पर तीन ध्यान गुफाओं का निर्माण किया गया है। इन गुफाओं में रुद्र ध्यान गुफा प्रमुख है।

रुद्र गुफा में है सारी व्‍यवस्‍था

केदारनाथ धाम से करीब 1.5 किमी दूरी पर स्थित है रुद्र गुफा। यह पांच मीटर लंबी और तीन मीटर चौड़ी है। इस गुफा के अंदर बिजली और पानी की व्‍यवस्‍था है। इसके साथ ही बाथरूम और हीटर की व्यवस्था भी है।

18 मई 2019 को पीएम मोदी ने लगाया ध्‍यान

18 मई 2019 को इस गुफा में पीएम नरेन्‍द्र मोदी (PM Narendra Modi ) ने करीब 17 घंटे ध्यान लगाया था। इसके बाद यह गुफा सभी के आकर्षण का केंद्र बन गई थी। इस गुफा के संचालन का जिम्मा जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के पास है।

गरुड़चट्टी का संबंध है भगवान विष्णु से

गरुड़चट्टी का संबंध भगवान विष्णु से है। मान्यता है कि भगवान विष्णु अपने वाहन गरुड़ में सवार होकर केदारनाथ धाम (Kedarnath) आए थे। इस दौरान भगवान विष्‍णु इस चट्टी में रुके थे। तब से इस चट्टी का नाम गरुड़चट्टी पड़ा है। यहां गरुड़ की मूर्ति भी है।

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