कोठी गिराने के मामले में पुलिस ने दो और किया गिरफ्तार, अब भी कई हैं फरार
क्लेमेनटाउन के सुभाषनगर में कोठी को गिराने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपितों को क्लेमेनटाउन से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित वीरसेन कश्यप ने कोठी गिराने वालों को मुख्य आरोपितों से मिलाया था। आरोपित सौरभ कपूर अधिवक्ता दीपक गुप्ता अमित यादव और मोना रंधावा फरार हैं।
By Sumit KumarEdited By: Updated: Sun, 06 Feb 2022 03:35 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: क्लेमेनटाउन के सुभाषनगर में कोठी को गिराने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपितों को क्लेमेनटाउन से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित वीरसेन कश्यप ने कोठी गिराने वालों को मुख्य आरोपितों से मिलाया था। इस मामले में आरोपित सौरभ कपूर, अधिवक्ता दीपक गुप्ता, अमित यादव और मोना रंधावा अब भी फरार हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि कुसुम कपूर ने थाना क्लेमेनटाउन में तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि 12 जनवरी को अमित यादव व कुछ अन्य दबंगों ने उनकी कोठी को बुलडोजर से गिरा दिया। दबंग उनका सामान भी साथ लेकर चले गए। इस मामले में पुलिस टीम ने शुक्रवार को नई बस्ती, क्लेमेनटाउन निवासी रणदीप सिंह और हरभजवाला निवासी नंदकिशोर काला को नेहरू कालोनी स्थित फव्वारा चौक से गिरफ्तार किया था। आरोपितों से पूछताछ के बाद शनिवार को पोस्ट आफिस रोड क्लेमेनटाउन निवासी वीर सेन व टर्नर रोड निवासी सन्नी उर्फ सारिक को गिरफ्तार कर लिया।
सीओ डालनवाला को सौंपी थानाध्यक्ष की भूमिका की जांच
एसएसपी ने बताया कि कोठी ध्वस्त करने में तत्कालीन थानाध्यक्ष नरेंद्र गहलावत की भूमिका की जांच सीओ डालनवाला को सौंपी गई है। जांच में के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण में नरेंद्र गहलावत निलंबित चल रहे हैं, जिन्हें पुलिस लाइन संबद्ध किया गया है।70 व्यक्तियों को लौटाए साढ़े 10 लाख के मोबाइल
पुलिस ने गुम हुए 70 स्मार्ट फोन बरामद कर लंबे समय से भटक रहे उनके मालिकों को सौंप राहत पहुंचाई है। इन फोनों की कीमत साढ़े 10 लाख रुपये बताई जा रही है। एसएसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि कुछ व्यक्तियों ने साइबर सेल में मोबाइल गुम होने की शिकायत की थी।यह भी पढ़ें- फर्जी बैंक गारंटी जमा करने पर ठेकेदार पर मुकदमा, रोड के चौड़ीकरण की निविदा में जारी करवाई थी फर्जी बैंक गारंटी
साइबर सेल की टीम ने मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर उनकी तलाश की। इस दौरान मोबाइलों की लोकेशन के अनुसार टीमों को हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड आदि राज्यों में भेजा गया। टीमों की ओर से गुम हुए 70 मोबाइल बरामद किए गए। इनमें आई फोन से लेकर विभिन्न कंपनियों के मोबाइल शामिल हैं। शनिवार को सभी मोबाइलों के मालिकों को बुलाकर पड़ताल के बाद उन्हें मोबाइल सौंपे गए।एसएसपी ने बताया कि कई बार मोबाइल गुम होने के बाद पीडि़त थानों में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाता है। देहरादून में काम करने वाले लोग बाहरी राज्यों के होते हैं, जोकि मोबाइल लेकर चले जाते हैं और वहां पर मोबाइल का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं। मोबाइल बरामदगी के बाद शिकायत करने वालों से खरीद की रसीद व अन्य दस्तावेज मांगे गए। इसके बाद मोबाइल उनके सुपुर्द किए गए।
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