वाहन की चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो युवकों को सरेआम पीटा
चेकिंग के दौरान बाइक के कागज न दिखा पाने पर पुलिस जब गाड़ी सीज करने लगी तो दो युवकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस पर पुलिस ने दोनों की पिटाई कर दी।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 01 May 2019 11:37 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। चेकिंग के दौरान बाइक के कागज न दिखा पाने पर पुलिस जब गाड़ी सीज करने लगी तो दो युवकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा बढ़ा तो पुलिस दोनों को थाने ले जाने के लिए पुलिस जीप में बैठाने लगी। इस दौरान आरोप है कि दोनों युवकों को पुलिस ने जमकर पीटा। वहीं, डालनवाला इंस्पेक्टर ने कहा कि हंगामा करने पर युवकों पर आवश्यक बल प्रयोग करना पड़ा करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार डालनवाला पुलिस बलबीर रोड पर दोपहिया वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी बाइक से आ रहे दो युवकों को पुलिस ने रोक कर कागज दिखाने को कहा। दोनों गाड़ी के कागज नहीं दिखा पाए। इस पर पुलिस ने गाड़ी सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी तो युवक वहां हंगामा करने लगे।पुलिस के अनुसार उनमें से एक युवक नशे में प्रतीत हो रहा था। दोनों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों शांत नहीं हुए। इस पर पुलिस दोनों को गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाने लगी। आरोप है कि युवकों को गाड़ी में ठूंसने के दौरान पुलिस कर्मियों ने दोनों की पिटाई की।
इंस्पेक्टर राजीव रौथाण ने बताया कि दोनों युवक थराली के रहने वाले हैं। बाइक सीज कर दी गई है और युवकों का पुलिस एक्ट में चालान कर दिया गया है। मनाली और कानपुर से दून आ रहीं डग्गामार बसें सीज
दून से संचालित डग्गामार बसों खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। गत दस दिन से चल रहे चेकिंग अभियान में दो दर्जन से ज्यादा डग्गामार बसें सीज हो चुकी हैं, मगर बसों का संचालन तब भी कायम है। चेकिंग टीम ने मनाली, कानपुर, दिल्ली समेत हल्द्वानी से आ रही चार स्लीपर और एसी डग्गामार बसों को सीज किया। रोडवेज व परिवहन विभाग की संयुक्त टीम सुबह पांच बजे आइएसबीटी फ्लाइओवर के पास चेकिंग कर रही थी कि इसी दौरान हिमाचल की तरफ से आ रही एक वाल्वो बस (एचआर30जेड-004) को रोका गया।
बस मनाली से ऋषिकेश के लिए संचालित हो रही थी। बस में 15 यात्री सवार थे और सभी से 19-19 सौ रुपये किराए के लिए गए थे। बस का टैक्स जमा नहीं था। बस सीज कर दी गई। इसी दौरान एंपायर ट्रेवल्स दून की एसी बस (यूपी07ए-1785) हल्द्वानी से देहरादून आते हुए पकड़ी गई। बस में 22 यात्री सवार थे और सभी से आठ-आठ सौ रुपये किराया लिया गया था। बस में रजिस्ट्रेशन के सिवा कोई दस्तावेज नहीं था। इसके अलावा दिल्ली से मसूरी आ रही आरटीसी कंपनी की एसी बस (यूपी81बीटी-1224) को रोका गया। बस में 32 यात्री थे और सभी से आठ-आठ सौ रुपये किराया लिया गया था। बस में कोई दस्तावेज नहीं था। बस सीज कर दी गई।
वहीं, कृष्णा ट्रेवल्स की एसी स्लीपर बस (यूपी83बीटी-5035) कानपुर से लखनऊ होकर देहरादून आते हुए पकड़ी गई। बस में 18 यात्री थे और सभी से नौ-नौ सौ रुपये किराया लिया गया था। चेकिंग टीम में एजीएम प्रतीक जैन, केपी सिंह व हरेंद्र सिंह शामिल थे। 40 के बदले 60 सवारी
चेकिंग में भरतपुर राजस्थान से यात्री लेकर आ रही एसी बस (आरजेपीबी-2351) को भी रोका गया। बस में वैध दस्तावेज थे लेकिन 40 सवारी की सीटिंग में 60 सवारी बैठी मिली। बस का चालान किया गया। अनुबंध खत्म तो डग्गामारी शुरू
एंपायर ट्रेवल्स की जिस बस 1785 को सीज किया गया है, वह पहले उत्तराखंड रोडवेज में अनुबंधित में चलती थी। इसी कंपनी की चार बसें अनुबंध पर थीं। पांच माह पहले सभी का अनुबंध खत्म हो गया। इसके बाद यह बस डग्गामारी में चलने लगीं। बसों पर उत्तराखंड परिवहन के बजाए उत्तराखंड ट्रेवल्स कर दिया गया है।यह भी पढ़ें: दुकानदार ने ग्राहक के परिजनों को बंधक बनाकर पीटा, जानिए वजह
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