सट्टे के पैसे नहीं दिए तो गंगाराम को उतार दिया था मौत के घाट, ऐसे हुआ मामले का
पुलिस ने आखिरकार साइकिल पंचर लगाने वाले गंगाराम की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। सट्टे के पैसे न देने पर गंगाराम को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने आरोपित शानू उर्फ ऋषभ निवासी ग्राम केहरीगांव प्रेमनगर को गिरफ्तार कर लिया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 01 Nov 2020 08:16 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। प्रेमनगर थाना पुलिस ने आखिरकार साइकिल पंचर लगाने वाले गंगाराम की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। सट्टे के पैसे न देने पर गंगाराम को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने आरोपित शानू उर्फ ऋषभ निवासी ग्राम केहरीगांव प्रेमनगर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के पास से हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड, गंगाराम की जेब से निकाले 1800 रुपये और मोबाइल भी बरामद कर लिया है। आरोपित इतना शातिर था, कि घटना के बाद वह गिरफ्तारी से बचने के लिए हर सबूत मिटाता चला गया।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि बीते 17 अक्टूबर को विमलेश निवासी गांव गोटना बदायूं उत्तर प्रदेश हाल निवासी झाझरा, थाना प्रेमनगर ने तहरीर दी थी कि उनके पति गंगाराम रात साढ़े आठ बजे खाना खाने के बाद अपनी साइकिल पंचर की दुकान, जो मेन रोड पर कृष्णा नर्सरी के सामने थी, वहां सोने के लिए चले गए। गंगाराम सुबह घर नहीं आए तो विमलेश खुद दुकान पर चली गई। दुकान के अंदर देखा कि सोफे पर गंगाराम बेहोश पड़ा था। एंबुलेंस से गंगाराम को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित करार दिया। गंगाराम के सिर पर चोट लगी थी और खून निकला हुआ था।
विमलेश की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। सीओ मसूरी नरेंद्र पंत की देखरेख में टीम गठित की गई, जिसमें प्रेमनगर के एसओ धर्मेंद्र रौतेला और एसओजी के इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पाल सहित अन्य टीम को शामिल किया गया। टीम ने सीसीटीवी सर्विलांस की मदद से हत्या की घटना को अंजाम देने वाले आरोपित शानू आडवाणी इन्स्टीट्यूट के पीछे से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपित शानू ने बताया कि वह ट्यूबवेल (बोरिंग) का काम करता है। ग्राम झाझरा क्षेत्र में बोरिंग लगाने का काम चल रहा था उसी के पास गंगाराम का खोखा था। गंगाराम सट्टे का काम भी करता था। गंगाराम के पास शानू ने 16 अक्टूबर को 200 का सट्टा पर्ची लगाकर अपना नंबर लिखवाया था। उसी रात शानू का नंबर खुल गया। जब शानू गंगाराम के पास रुपये मांगने उसकी दुकान में गया तो गंगाराम ने पैसे देने से आनाकानी करते हुए शानू को थप्पड़ मारकर दुकान से भगा दिया। इसके बाद शानू अपनी बोरिंग मशीन के पास आकर लेट गया। गंगाराम से रुपए लेने के लिए शानू दोबारा उसकी दुकान पर पहुंचा, जहां दोनों के बीच झगड़ा हो गया। शानू ने गंगाराम के सिर पर पीछे से लोहे की रॉड से वार कर दिया। इस दौरान उसकी मौत हो गई और शानू उसकी जेब से 1800 रुपये और उसका मोबाइल फोन निकाल कर मौके से फरार हो गया।
एक साल पहले चाकू के साथ हुआ था गिरफ्तार
प्रेमनगर थाना पुलिस ने जब आरोपित का आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि आरोपित के खिलाफ 15 सितंबर 2019 को आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने आरोपित को आडवाडी पुल के नजदीक से चाकू के साथ गिरफ्तार किया था। घटना का खुलासा करने वाली टीम को किया पुरस्कृतडीआइजी अरुण मोहन जोशी ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को 2500 रुपये देकर पुरस्कृत किया।
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