बैंक में बंधक भूमि दूसरे के नाम कराई, कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने चार आरोपितों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
भूमि बैक में बंधक रखकर पैसे हड़पने के मामले में पुलिस ने सिंडीकेट बैंक के ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पहले मामले में ब्रांच मैनेजर ने बताया कि नेशविला रोड निवासी नौशाद अहमद व उसकी पत्नी ने दस लाख का लोन स्वीकृत करवाया था।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 08 Mar 2021 10:57 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। भूमि बैक में बंधक रखकर पैसे हड़पने के मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सिंडीकेट बैंक के ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर सोमवार को दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पहले मामले में ब्रांच मैनेजर ने बताया कि नेशविला रोड निवासी नौशाद अहमद व उसकी पत्नी ने 20 सितंबर, 2004 को दस लाख रुपये का लोन स्वीकृत करवाया था। लोन लेने के बदले में आरोपितों ने कंडोली स्थित प्लाट को बैंक में बंधक रखा था। नौशाद ने लोन नहीं चुकाया और बैंक में बंधक प्लाट को 12 अगस्त, 2013 को अपने भाई इरशाद अहमद के नाम पर गिफ्ट डीड की रजिस्ट्री करवा दी। इंस्पेक्टर एसएस नेगी ने बताया कि आरोपित नौशाद अहमद व उसकी पत्नी मुमताज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इसी तरह धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सुशील कुमार व उनकी पत्नी मंजू शर्मा निवासी तेग बहादुर रोड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। ब्रांच मैनेजर सिंडीकेट बैंक ने बताया कि आरोपितों ने दो अगस्त, 2008 को बैंक से सात लाख रुपये का लोन लिया था। इसके लिए आरोपितों ने तेग बहादुर रोड स्थित भूमि को बैंक में बंधक रखा था। सुशील कुमार ने नौ अक्टूबर, 2014 को भूमि अपने बेटे अभिनव शर्मा के नाम गिफ्ट डीड कर दी।
बाथरूम में मिला सेवानिवृत्त कर्मचारी का शव
डालनवाला कोतवाली क्षेत्र के सालावाला, वाल्मीकि बस्ती में नगर निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारी का शव बाथरूम से बरामद हुआ है। प्राथमिक जांच में हार्ट अटैक से मौत होने का अंदेशा जताया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद मौत के असली कारणों का पता लग सकेगा। इंस्पेक्टर मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक की पहचान किशनलाल निवासी सालावाला के रूप में हुई है। जांच में यह भी सामने आया कि वह नगर निगम से सेवानिवृत्त थे। वह पिछले एक साल से घर पर अकेले रह रहे थे। बताया कि वह शराब पीने के आदी थे। शव तीन से चार दिन पुराना लग रहा है।
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