एम्स में हुआ कामना के शव का पैनल पोस्टमार्टम Dehradun News
टीक संचालिका कामना रोहिला के शव का ऋषिकेश एम्स में डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। एम्स में पीएम कराने का उद्देश्य गोली मारे जाने के एंगल के बारे में जानकारी करना है।
By Edited By: Updated: Sun, 01 Sep 2019 09:34 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। बुटीक संचालिका कामना रोहिला के शव का शनिवार को ऋषिकेश एम्स में डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। एम्स में पीएम कराने का उद्देश्य गोली मारे जाने के एंगल के बारे में जानकारी करना है। दरअसल, जिस समय कामना को गोली मारी गई थी, उससे चंद मिनट पहले ही उसने किसी से बात की थी। ऐसे में पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गोली कामना को जागते में मारी गई या जब वह सो गई, तब फायर किया गया। वहीं, शनिवार को भी कामना के पति के अशोक के आईसीयू में होने के कारण पुलिस बयान दर्ज नहीं कर सकी। सूत्रों की मानें तो अशोक के बयान के बाद ही हत्या से जुड़े कई और राज सामने आएंगे। फिलहाल पुलिस शनिवार को अशोक और कामना के रिश्तेदारों और इष्ट-मित्रों के बयान दर्ज कर वारदात की तह तक जाने में जुटी रही।
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के आईसीयू में भर्ती होने से पहले अशोक रोहिला ने पुलिस को बताया था कि हमलावर ने कामना को उस समय गोली मारी थी, जब वह बेडरूम में सो रही थी। यह वक्त कोई गुरुवार रात 11.30 बजे से 11.45 बजे के बीच का रहा होगा। सूत्रों की मानें तो इस पर पुलिस ने कामना के मोबाइल फोन की सीडीआर मंगाई, जिसमें कामना की आखिरी बार बात रात 11.30 बजे किसी से बात हुई थी। हालांकि पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है कि कामना ने किससे बात की थी। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या वाकई में कामना उस समय बेड पर सो रही थी या फिर चलते-फिरते में गोली मारी गई है। गोली नजदीक से मारी गई या फिर सिर से सटाकर फायर किया गया। ऋषिकेश एम्स में शनिवार को वहां डाक्टर के पैनल ने कामना के शव का पीएम किया। वहीं, पुलिस अशोक के मोबाइल की सीडीआर को भी जांच रही है। ताकि यह पता चल सके कि अशोक की घटना से पहले और बाद में किस-किस से बात हुई थी। उनका घटना से कोई लिंक है या नहीं।
प्लानिंग से अंजाम दी गई वारदात
कामना की हत्या की गुत्थी जिस तरह से पेचीदा हो गई है, उससे यह बात तो साफ होने लगी है कि उसकी हत्या पूर्व नियोजित साजिश के तहत की गई है। पुलिस भी यह मान रही है कि हत्या आवेश में आकर नहीं की गई है। यदि ऐसा होता तो सीसीटीवी के डीवीआर को उखाडऩे की नौबत नहीं आती। वहीं, आसपास के लोगों से भी पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कामना के घर पर वारदात की रात कौन-कौन आया था।
रिंकू का अभी तक सुराग नहीं
हत्या को 48 घंटे से अधिक का वक्त गुजर जाने के बाद भी पुलिस को हत्यारोपित रिंकू उर्फ अजय वर्मा के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस का कहना है कि रिंकू मोबाइल नहीं रखता। मगर यह बात किसी के गले उतरने वाली नहीं। ऐसे में पुलिस रिंकू की तलाश में रात-दिन एक के किए हुए है। रिंकू के सामने आने के बाद ही पता चल सकेगा कि वह वाकई में घटना में शामिल है, या नहीं। यदि शामिल है तो हत्या क्यों की।
लाखों रुपये का है परिवार पर कर्ज
अशोक और कामना पर लाखों रुपये का कर्ज भी है। कामना ने बुटीक तो अशोक ने ट्रांसपोर्ट के कारोबार को लेकर लोन ले रखा है। मगर वारदात से इसका सीधा संबंध है या नहीं, इस पर पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है। फिर भी पुलिस संबंधित बैंकों और लेनदारों से संपर्क कर जानकारी जुटा रही है।
यह है पूरा घटनाक्रम
कामना नेहरू कॉलोनी के माता मंदिर रोड पर बुटीक चलाती थी, जबकि उसका पति अशोक उर्फ कपिल ट्रांसपोर्ट कारोबारी है। आरोप है कि गुरुवार रात करीब 11.30 बजे अशोक की बुआ का लड़का रिंकू उर्फ अजय वर्मा निवासी अमन विहार, रायपुर अशोक के घर आया। उसके साथ दो लोग और थे। अशोक ने रिंकू को घर में बुला लिया। रिंकू के पानी मांगने पर अशोक किचन में पानी लेने चला गया। तभी रिंकू ड्राइंग रूम से उठकर बेडरूम में गया और वहां अपनी तीन साल की बच्ची के साथ सो रही कामना के सिर से रिवाल्वर सटाकर गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर अशोक वहां पहुंचा तो रिंकू ने अशोक पर भी फायर झोंक दिया। गोली अशोक की कमर को भेदते हुए पेट से पार हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस को अशोक ने बताया था कि वारदात को अंजाम देने के बाद रिंकू घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर को भी उखाड़ ले गया है। ऐसे में पुलिस के पास घटना और अशोक के बयान की क्रॉस चेकिंग करने का कोई जरिया नहीं है। यही वजह है कि कामना की हत्या की गुत्थी उलझती जा रही है।यह भी पढ़ें: दून में दंपती को मारी गोली, महिला की मौत; पति की हालत गंभीरएसएसपी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि कामना की हत्या और अशोक पर जानलेवा हमले के मामले से जुड़े हर पहलू पर गौर किया जा रहा है। एम्स से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ और बातें सामने आएंगी, जिसके बाद जांच की दिशा तय होगी।यह भी पढ़ें: शकूर के हत्यारोपितों की तलाश में तीन राज्यों में दबिश, कई राज खुलने बाकी
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