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हिरासत में मौत के बाद पुलिस ने परिजनों को किया गुमराह Dehradun News

पुलिस की अभिरक्षा में फांसी लगाने वाले अभिनव के भाई ने पुलिस पर कई सवाल उठाए हैं। उसने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार की शाम को हिरासत में लेने के बाद उन्हें कुछ भी नहीं बताया।

By BhanuEdited By: Updated: Mon, 02 Dec 2019 12:21 PM (IST)
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हिरासत में मौत के बाद पुलिस ने परिजनों को किया गुमराह Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। पुलिस की अभिरक्षा में फांसी लगाने वाले अभिनव के भाई ने पुलिस पर कई सवाल उठाए हैं। उसने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार की शाम को हिरासत में लेने के बाद उन्हें कुछ भी नहीं बताया। शनिवार की दोपहर पुलिस का फोन आया कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया। चंद मिनट बाद फिर फोन आया कि हादसे में उसकी मौत हो गई। इसके आधे घंटे बाद बताया गया कि उसने हवालात में फांसी लगा ली है। 

उन्होंने कहा कि अभिनव के साथ क्या हुआ। इसकी निष्पक्ष जांच की जाए और साथ ही इसका भी जवाब दिया जाए कि जब पुलिस ने शुक्रवार की शाम उसे गिरफ्तार किया तो परिजनों को जानकारी क्यों नहीं दी गई? 

कोरोनेशन अस्पताल में तीन डाक्टरों के पैनल ने अभिनव के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस पर सहसपुर से भाई का शव लेकर आए शंभू ने बताया कि अभिनव एयरटेल कंपनी में डिश लगाने का काम करता था। काफी दिनों से दिल्ली के नजफगढ़ में रहता था, लेकिन इस बीच उसे किसी से धमकी मिल रही थी। 

इसके बाद वह हम लोगों के साथ बसंत विहार (दिल्ली) में रहने आ गया। अभिनव गुरुवार की भोर में घर से निकला था। वह कहां जा रहा है, किसी को कुछ नहीं बताया। उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वह देहरादून जा रहा है। उसका किसी लड़की के साथ संबंध है, इसकी भी घर वालों को कोई जानकारी नहीं थी। 

उसने बताया कि हम सभी तब चौंके जब शनिवार की दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे सहसपुर से पुलिस का उसके पास फोन आया। तब यह नहीं बताया गया कि उसका का एक्सीडेंट कहां और कैसे हुआ है। करीब पंद्रह मिनट बाद ही बताया गया कि उसकी मौत हो गई है। तब तक यह नहीं बताया गया कि उसकी पुलिस थाने के हवालात में मौत हो गई। केवल यही कहा गया कि जल्दी देहरादून आ जाओ। थोड़ी देर बाद बताया गया कि उसने हवालात में फांसी लगाई है। 

शंभू ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। अभी वह देख रहे हैं कि पुलिस की जांच में क्या निकल कर आ रहा है। आने वाले दिनों में वह लिखित में शिकायत देंगे। इस बात को वह जरूर अधिकारियों तक लेकर जाएंगे कि अभिनव को हिरासत में लिए जाने के बाद घर वालों को खबर क्यों नहीं दी गई। 

मुकदमे के तीन घंटे भीतर लगाई फांसी

सहसपुर पुलिस ने अभिनव को सेलाकुई से शुक्रवार की शाम को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ मुकदमा रात के 10.50 बजे दर्ज किया। वहीं थाने की फुटेज में रात के 1.14 बजे अभिनव बिस्तर में कंबल ओढ़ कर लेटा हुआ दिख रहा है। इसके बाद वह उठकर कोने में चला गया, लेकिन फिर से वहां से लौटकर नहीं आया। 

यहां एक और बात सामने आ रही है कि पुलिस को अभिनव के फांसी लगाए जाने की जानकारी शनिवार की सुबह हुई। ऐसे में साफ है कि हवालात ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मी रात के एक बजे के बाद उसकी खोज-खबर लेने पहुंचे ही नहीं। यदि पुलिस थोड़ा सा सजग होती तो अभिनव की मौत नहीं होती। पुलिस के अनुसार उसकी मौत शनिवार की सुबह नौ बजे के करीब हुई। 

पीएम रिपोर्ट ने किया आत्महत्या की ओर इशारा

अभिनव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट तो अभी आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसके शरीर पर मृत्यु पूर्व की कोई चोट नहीं मिली है। उसकी मौत लटकने से हुई है, जो आत्महत्या के मामले में सामान्य तौर पर होता है। 

वहीं, शंभू ने भी बताया है कि उसने पोस्टमार्टम से पहले भाई के शव को देखा था, लेकिन तब उसे भी शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं दिखे थे। पीएम के साथ ही पुलिस ने अभिनव का बिसरा भी सुरक्षित रख लिया है, जिसका आगे जरूरत पड़ने पर परीक्षण कराया जाएगा।

एनएचआरसी को भेजी रिपोर्ट

एसएसपी ने बताया कि पुलिस की अभिरक्षा में आत्महत्या करने का यह बेहद गंभीर मामला है। पुलिस की कार्रवाई पर अंगुली न उठे, इसके लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचायतनामा भरा गया और एसपी सिटी से जांच कराई जा रही है। पूरे प्रकरण पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को रिपोर्ट भेज दी गई है। एसएसपी ने कहा कि जांच में तथ्यों के आधार पर ऐसी कार्रवाई करेंगे कि वह पुलिस महकमे के लिए नजीर बनेगा।

लापरवाही की हो रही है जांच 

दून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी के मुताबिक, अभिनव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। लेकिन अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर मामला आत्महत्या का है। इसमें पुलिसकर्मियों की लापरवाही की जांच की जा रही है। थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को जब्त कर लिया गया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे और जो भी दोषी पाएंगे। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छात्रा का अश्लील वीडियो वायरल कर चुका था अभिनव

सहसपुर थाने की हवालात में जिस युवक की संदिग्ध परिस्थितियों मौत हुई है, उसने मेडिकल की छात्रा के साथ दो साल के भीतर कई बार दुराचार किया। इस दौरान उसकी वीडियो भी बना ली और अश्लील फोटो भी मोबाइल में खींच ली।

शुक्रवार को जब छात्रा उससे मिलने नहीं पहुंची तो अभिनव ने वीडियो और फोटो वायरल कर दिया। उसने मेडिकल कॉलेज के हास्टल के वार्डन, चौकीदार और चपरासी तक को उसकी वीडियो और फोटो भेज दी थी। इसी के बाद छात्रा के घर वाले सहम गए और बदनामी के डर से पुलिस के पास पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने उसे थाने लाकर लॉकअप में डाल दिया। जहां उसका शव हवालात की खूंटी में बंधे फंदे से लटकता मिला।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रमेंद्र डोबाल ने रविवार को पीड़ित छात्रा और उसके परिजनों को थाने बुलाकर बयान दर्ज किए। छात्रा का कहना है कि एक शादी समारोह में मिलने के बाद से वह अक्सर उससे मिलने की कोशिश करता था। बीते दो साल के दौरान उसने कई बार उसके साथ दुराचार किया। 

इस दौरान चुपके से उसकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली और कई फोटो भी खींच लीं। इसे वायरल करने के नाम पर अभिनव उसे अक्सर ब्लैकमेल करता और मिलने का दबाव बनाता। शुक्रवार को भी वह उसे मिलने के लिए बुला रहा था। जब वह नहीं गई तो अभिनव ने उसकी वीडियो और फोटो को वायरल कर दिया। इसके साथ ही चार-पांच एसएमएस भी भेजे, जिसमें लिखा था कि वह उससे मिलने नहीं आई तो वह आत्महत्या कर लेगा।

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इस पर भी छात्रा ने मिलने से इन्कार किया तो उसने परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। बता दें कि शुक्रवार को मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले अभिनव कुमार पर सहसपुर थाने में नाबालिग छात्रा के साथ दुराचार के प्रयास व धमकी देने आदि का मुकदमा दर्ज हुआ था।

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