पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाएंगे स्वजनों के बनाए मास्क और फेसशील्ड
कोरोना संक्रमण की इस विपदा में पुलिसकर्मी फ्रंटलाइन में रहकर ड्यूटी कर रहे हैं जिससे उन पर संक्रमण का खतरा सबसे अधिक बना हुआ है। अपनों को संक्रमण से बचाने के लिए पुलिस परिवार की महिलाओं ने फेसशील्ड और मास्क बनाने शुरू कर दिए हैं।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 05:05 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण की इस विपदा में पुलिसकर्मी फ्रंटलाइन में रहकर ड्यूटी कर रहे हैं, जिससे उन पर संक्रमण का खतरा सबसे अधिक बना हुआ है। अपनों को संक्रमण से बचाने के लिए पुलिस परिवार की महिलाओं ने फेसशील्ड और मास्क बनाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश स्तर पर चल रहे इस कार्य में पुलिस परिवार की महिलाएं एकजुट होकर कार्य में जुटी हुई हैं। कहीं फेसशील्ड तो कहीं मास्क बनाने का काम चल रहा है। जरूरत के हिसाब से फेसशील्ड व मास्क पुलिस कर्मचारियों के लिए सप्लाई किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष अलकनंदा अशोक ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी जनपद के शाखा प्रभारियों की से कहा गया था कि इस विपदा में पुलिस परिवार से जुड़ी महिलाएं भी अपना सहयोग दें। इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं। 13 जिले व पांच बटालियन में फेसशील्ड व मास्क बनाने का काम चल रहा है। मौजूदा समय के दौरान टिहरी जिले में फेसशील्ड बनाकर जिले को भेजे गए हैं। वहीं, बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए पौड़ी जिले में बच्चों के मास्क तैयार किए जा रहे हैं।
एसोसिएशन की अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस परिवार की महिलाओं के लिए कुछ समय पहले सभी जिलों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें 1392 महिलाओं का विभिन्न चिकित्सकों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। इनमें से 1146 महिलाओं का स्वास्थ्य सही व 246 महिलाएं रोग से ग्रसित मिलीं। जनपद प्रभारियों को रोग से ग्रसित महिलाओं के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण के लिए कहा गया है।इसके अलावा हरिद्वार में पुलिसकर्मियों और उनके स्वजनों के शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के लिए पुलिस लाइन परिसर में ओपन जिम बनाया गया है, जिसके लिए सभी को अलग-अलग टाइम स्लॉट दिए गए हैं।
300 ऑक्सीमीटर, 200 थर्मामीटर किए आवंटित
उन्होंने बताया कि वर्तमान में एसोसिएशन की ओर से 300 ऑक्सीमीटर, 200 थर्मामीटर और 2000 मेडिसन किट सभी जनपदों को आवंटित की गई हैं। जनपदों की आवश्यकतानुसार अन्य मेडिसन किट उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह जनपद और वाहिनियों में पुलिसजनों के दिव्यांग बच्चों का चयनित किया गया है, जिन्हें शीघ्र ही कृत्रिम अंग लगाए जाने का प्रयास किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- कोरोना जैसे लक्षण वालों को इन 59 औषधि वितरण केंद्रों पर मिलेगी दवा, जानिएUttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।