'कोर्ट में मुंह खोला तो...', पुलिस ने दी एनकाउंटर करने की धमकी; हाथ-पांव बांधकर लाठी-डंडे से बुरी तरह पीटा
Uttarakhand News गोपाल सिंह ने पुलिसकर्मियों पर कई गंभीर आरोप लगाए। आरोप है कि दारोगा खेमेंद्र ने हाथ में पिस्टल लेकर उसे धमकाते हुए कहा कि यदि इस बारे में कोर्ट में कुछ भी कहा तो वह जेल ले जाते या वापस लाते समय रास्ते में उसका एनकाउंटर कर देगा। इस घटना से भयभीत होकर वह कोर्ट में बयान नहीं दे पाया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। अदालत में दिए प्रार्थनापत्र के माध्यम से पीड़ित गोपाल सिंह ने पुलिसकर्मियों पर कई गंभीर आरोप लगाए। गोपाल ने आरोप लगाए कि 13 दिसंबर 2021 को सिपाही वीरेंद्र उसे मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल ले गया। मेडिकल करवाने के बाद उसे अदालत में पेश करने के बजाय थाने ले गया। यहां कंप्यूटर कक्ष में ले जाकर हाथ-पांव बांधकर उसे लाठी, डंडे से बुरी तरह से पीटा।
एनकाउंटर करने की दी धमकी
आरोप है कि दारोगा खेमेंद्र ने हाथ में पिस्टल लेकर उसे धमकाते हुए कहा कि यदि इस बारे में कोर्ट में कुछ भी कहा तो वह जेल ले जाते या वापस लाते समय रास्ते में उसका एनकाउंटर कर देगा। इस घटना से भयभीत होकर वह कोर्ट में बयान नहीं दे पाया। 14 दिसंबर को जब उसका मेडिकल हुआ तो शरीर पर सात से अधिक चोटें पाई गईं। जमानत पर जेल से बाहर निकलने के बाद उसने आरटीआइ में अपनी मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त की।
जब पुलिसकर्मियों ने उससे रिश्वत मांगी...
गोपाल के अनुसार, जब पुलिसकर्मियों ने उससे रिश्वत मांगी तो उसने इसकी रिकार्डिंग करके पेन ड्राइव में सुरक्षित रख ली थी। रिश्वत मांगने की शिकायत गोपाल ने एक जून 2023 को विजिलेंस को पत्र लिखकर की थी। हालांकि, इस मामले में विजिलेंस की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत की गई कि विजिलेंस कार्यालय को इस संबंध कोई प्रार्थनापत्र प्राप्त नहीं हुआ है।ये भी पढ़ें -Uttarakhand पर पड़ा अयोध्या का प्रभाव, हरिद्वार-ऋषिकेश का होगा एकीकृत विकास; जानें मुख्यमंत्री धामी का बड़ा फैसला
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