चारधाम यात्रा के हर पड़ाव और मोड़ पर मुस्तैद रहेगी पुलिस
उत्तराखंड पुलिस चारधाम यात्रा के हर पड़ाव और मोड़ पर मुस्तैद रहेगी। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने चारधाम यात्रा का प्लान तैयार किया है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 07 Apr 2018 05:12 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए चारधाम यात्रा में पुलिस इस बार हमराह की भूमिका में होगी। चारधाम यात्रा के हर पड़ाव और मोड़ पर पुलिस मुस्तैद रहेगी। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने चारधाम यात्रा का प्लान तैयार किया है। इस प्लान को 15 अप्रैल से लागू करने का निर्णय लिया है। इस बार ट्रैफिक व्यवस्था को पुलिस ने प्राथमिकता में शामिल किया है।
चारधाम यात्रा के लिए आने वाले पर्यटक अच्छा संदेश लेकर जाए, इसके लिए पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। पुलिस मुख्यालय ने चारधाम यात्रा रूट ड्यूटी में बड़ा बदलाव करते हुए सात जिलों के मौजूदा 80 स्थायी पुलिस थाने, 171 पुलिस चौकी के अलावा 79 नई अस्थायी चौकी बनाने का निर्णय लिया है। ट्रैफिक को प्राथमिकता में रखते हुए पुलिस मुख्यालय पूर्व में नियुक्त ट्रैफिक कर्मियों के अलावा 88 स्थानों पर करीब 99 ट्रैफिक पुलिस कर्मी तैनात करेगा। इसी तरह जाम लगने या ट्रैफिक दबाव वाले 84 स्थानों को चिह्नित कर पुलिस बल मौजूद रहेगा। इसी तरह आपदा प्रबंधन में मददगार एसडीआरएफ की 45 टीमों में 252 प्रशिक्षित कर्मी आधुनिक संसाधनों के साथ तैनात रहेंगे। इसके साथ ही पहली बार आपदा प्रबंधन के लिए 21 सब टीमों का भी गठन किया गया। यह टीमें बड़ी आपदा के दौरान मददगार साबित होंगी। इसमें भी 315 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। चारधाम यात्रा में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को लोक संस्कृति, धार्मिक स्थलों,ऐतिहासिक स्थानों की जानकारी देने के लिए यात्रा रूट से जुड़े सातों जिलों में 65 पर्यटन पुलिस केंद्र बनाएं जाएंगे साथ ही इन केंद्रों में 130 प्रशिक्षित पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। चारों धाम में सुरक्षा की दृष्टि 15 कंपनी ढाई प्लाटून पीएसी की टीम भी तैनात की जाएगी।
18 क्रेन और चार क्यूआरटी
चारधाम रूट पर आपदा से निपटने के लिए सात जिलों में निश्चित दूरी के बीच 18 क्रेन रखी जाएगी। इसके एक-एक क्यूआरटी(क्विक रिसपोंस टीम)टीम भी तैनात होगी। इसके अलावा जल पुलिस की भी 15 टीमें इस बार संभावित दुर्घटना स्थलों पर तैनात की जाएगी। 17 हजार पर्यटकों की व्यवस्था
पुलिस ने इस बार चारधाम में रहने वाले पर्यटकों की ठहरने की व्यवस्था का भी आंकलन किया है। पुलिस के मुताबिक बदरीनाथ में 10 हजार, गंगोत्री में 15 सौ, यमुनोत्री-जानकीचट्टी में 16 सौ तथा केदारनाथ धाम में चार हजार तीर्थयात्रियों के रहने की व्यवस्था है। इसके अलावा 10 हजार यात्रियों की टैंट और तत्काल व्यवस्था हो सकती है। जनपद----अस्थायी चौकी-----पर्यटन पुलिस---एसडीआरएफ---ट्रेफिक पुलिस पौड़ी------------22----------------07----------------11----------------04उत्तरकाशी----08----------------10----------------09----------------08टिहरी----------06----------------09----------------05----------------11चमोली---------09----------------08----------------18----------------10हरिद्वार-------14----------------06----------------16----------------42रुद्रप्रयाग-------08----------------13----------------17----------------11देहरादून-------12----------------12----------------29----------------02एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार का कहना है कि इस बार चारधाम यात्रा के लिए व्यवस्थित प्लान तैयार किया गया है। थाना-चौकी सीजनल व्यवस्था हर कदम और मोड़ पर श्रद्धालुओं के लिए मददगार साबित होगी। व्यवस्था की देखरेख भी जिले के अलावा मुख्यालय से की जाएगी। ताकि आने वाले पर्यटकों के बीच अच्छा संदेश जाए।
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