चार हजार प्रवासी परिंदों से गुलजार आसन वेटलैंड, दो साल बाद पहुंचा पलाश फिश ईगल जोड़ा
आसन वेटलैंड परिंदों की बढ़ती संख्या के साथ ही पक्षी प्रेमियों से गुलजार है। यहां परिदों की संख्या 4000 आंकी गई है।
By Edited By: Updated: Fri, 22 Nov 2019 08:41 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में प्रवास के लिए परिंदों की प्रजातियां बढ़कर 25 पहुंच गई है। गुरुवार को चकराता वन प्रभाग की लोकल गणना में परिदों की संख्या 4000 आंकी गई है।परिंदों की बढ़ती संख्या से आसन झील गुलजार हो गई है।
वहीं, पक्षी प्रेमियों के जुटने से आसन वेटलैंड क्षेत्र में रौनक है। दुर्लभ पलास फिश ईगल का जोड़ा आने से पक्षी प्रेमियों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बार यह जोड़ा दो साल बाद आसन वेटलैंड आया है। पक्षी प्रेमियों को पलास फिश इगल के जरिए शिकार करना बेहद भाता है। सेमल के पेड़ पर अपना आशियाना बनाकर रहने वाले इस दुर्लभ ईगल की सारी गतिविधियां रोचक हैं। यह अपने आराम में खलल नहीं चाहता, इसलिए पलास फिश ईगल मानवीय हस्तक्षेप वाले क्षेत्र से दूरी बनाकर अपना आशियाना बनाता है।
इस समय 25 प्रवासी प्रजातियों के करीब 4000 परिंदों ने क्षेत्र में रौनक बढ़ा दी है। बाकी प्रजातियों के परिंदे भी ठंड बढ़ने के साथ ही प्रवास पर आ जाएंगे। गुरुवार को चकराता वन प्रभाग की टीम ने प्रवास पर आए परिंदों की गणना की। चकराता वन प्रभाग के डीएफओ दीप चंद आर्य के निर्देश पर आसन रेंजर जवाहर सिंह तोमर और वन बीट अधिकारी प्रदीप सक्सेना ने परिंदों की गणना की। प्रवासी परिंदों की सुरक्षा को रात दिन की गश्त भी तेज कर दी है। सोने से दमकते पंखों वाले रुड़ी शेलडक यानि सुर्खाब पक्षी प्रेमियों को सबसे ज्यादा लुभा रहा है।
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पलास फिश ईगल, रुड़ी शेलडक, कामन पोचार्ड, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, फ्यूरीजीनस पोचार्ड, टफ्ड डक, गैडवाल, यूरोशियन विजन, मैलार्ड, स्पाट बिल्ड डक, नार्थन शावलर, नार्थन पिनटेल्स, कामन कूट, कामन टील, कामन मोरहेन, लिटिल ग्रेब, रेड नेप्ड इबिश, लिटिल कारमोरेंट, इंडियन कारमोरेंट, ग्रेट कारमोरेंट, लिटिल इग्रेट, पर्पल हेरोन, ग्रे हेरोन, बार हेडेड गीज, ग्रे लेग गीज।
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