Power Bank App Case: आरोपितों की 17 कंपनियों के लाइसेंस निरस्त कराने में जुटी पुलिस
पावर बैंक एप में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में पुलिस गिरफ्तार किए आरोपितों की 17 कंपनियों के लाइसेंस निरस्त करने में जुट गई। पवन कुमार पांडेय की आठ प्रकाश बैरागी की पांच और राम उजागर की चार कंपनियों की जानकारी जांच में सामने आई है।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 13 Jun 2021 06:12 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। पावर बैंक एप में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपितों की 17 कंपनियों के लाइसेंस निरस्त करने में जुट गई है। गिरफ्तार किए गए पवन कुमार पांडेय की आठ, प्रकाश बैरागी की पांच और राम उजागर की चार कंपनियों की जानकारी जांच में सामने आई है।
स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रकरण में अब तक सात मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। करोड़ों की धोखाधड़ी में संलिप्त अपराधियों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की तर्ज पर कार्रवाई के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें देश के विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही हैं। अपराधियों के खिलाफ तकनीकी और भौतिक रूप से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। घटना में इस्तेमाल किए गए आठ खातों से 30 लाख से अधिक की धनराशि फ्रीज कराई जा चुकी है। दिल्ली व बंगलूरू की पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपितों को रिमांड पर उत्तराखंड लाने की कार्रवाई भी चल रही है।
बैंक एजेंटों ने युवक को पीटा लोन पर स्कूटी लेकर किश्त न चुका पाने के कारण एक बैंक के एजेंटों ने युवक को सरेआम पीट दिया और उसकी स्कूटी छीनने का प्रयास किया। धारा चौकी पुलिस ने दोनों पक्षों का महामारी एक्ट में चालान किया है। जानकारी के अनुसार, एक युवक ने एक निजी बैंक से फाइनेंस पर स्कूटी ली थी। काफी समय से वह किश्त नहीं चुका पा रहा था। शनिवार को बैंक के एजेंटों ने युवक को घेर लिया। घटनास्थल पर पहुंचे चौकी इंचार्ज शिशुपाल राणा ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली, जिसके कारण दोनों पक्षों का चालान किया गया है।
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