ग्लोगी परियोजना के बंद होने से दून में बढ़ा बिजली का संकट
जल विद्युत परियोजना के बंद होने का असर देहरादून के अनारवाला समेत देहरादून के अन्य क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। दो माह में नौ लाख मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
By BhanuEdited By: Updated: Fri, 03 Aug 2018 05:01 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: दो महीने से बंद पड़ी ग्लोगी जल विद्युत परियोजना का असर देहरादून के अनारवाला समेत देहरादून के अन्य क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। दरअसल, परियोजना की चार टरबाइनों में से एक टरबाइन जवाब दे गई थी। जिसके बाद तीनों टरबाइनों को बंद कर इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इसलिए परियोजना से विद्युत उत्पादन ठप है। इससे दो माह में नौ लाख मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार अपग्रेडेशन में एक टरबाइन को 6.6 केवी बढ़ाकर 11 केवी किया जा रहा है। इसलिए इस परियोजना से विद्युत उत्पादन ठप है। हालांकि अभी बिजली उत्पादन शुरू होने में कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। इस परियोजना से प्रतिदिन करीब 15000 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होता है। यह बिजली देहरादून व मसूरी के क्षेत्रों की जरूरत पूरी करती है। लेकिन दो महीने से परियोजना से बिजली नहीं मिलने से देहरादून के अनारवाला समेत कई अन्य क्षेत्रों को बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है।
यूपीसीएल के प्रवक्ता एके सिंह ने बताया कि यूपीसीएल अन्य क्षेत्रों से बिजली कटौती कर प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कर रहा है। इसके अलावा आवश्यकता पडऩे पर बिजली खरीदी भी जा रही है।विकास भवन में इंटरनेट व्यवस्था ठप, लोग रहे परेशान
गुरुवार दोपहर करीब एक बजे विकास भवन में बिजली चली गई। करीब 45 मिनट बाद बिजली सुचारु हुई। इस दौरान सीडीओ, पशुपालन विभाग, पंचायती राज, उद्यान, युवा कल्याण विभाग के कार्यालयों में इंटरनेट संबंधी ठप रही जिससे कार्य बाधित रहा। इन विभागों से संबंधित काम से आने वाले लोगों को परेशान का सामना करना पड़ा। वहीं गर्मी के कारण अधिकारी भी परेशान नजर आए।यह भी पढ़ें: सिल्ट ने थामी टरबाइनों की रफ्तार, उपभोक्ताओं पर बिजली कटौती की मार
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