प्रदेश कांग्रेस के प्रकोष्ठों में भी होगा फेरबदल, मिशन 2022 की तैयारी में जुटा संगठन
प्रदेश कांग्रेस को नई कार्यकारिणी मिलने के साथ ही डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रकोष्ठों के निष्क्रिय अध्यक्षों और उनकी इकाइयों को भी बदला जाएगा।
By Edited By: Updated: Tue, 21 Jan 2020 08:38 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश कांग्रेस को नई कार्यकारिणी मिलने के साथ ही डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रकोष्ठों के निष्क्रिय अध्यक्षों और उनकी इकाइयों को भी बदला जाएगा। मिशन 2022 की तैयारी में जुटा प्रदेश संगठन अब प्रकोष्ठों में ऐसे नेताओं को नेतृत्व देने की कसरत में जुटा है जो संगठन के कार्यक्रमों में हिस्सेदारी को लेकर फ्रंटफुट पर नजर आएं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को ढाई साल बाद नई टीम मिलने जा रही है। नई टीम का आकार छोटा रखा जाना तकरीबन तय है। पार्टी हाईकमान की हिदायत के बाद इस दिशा में कसरत तेज हो चुकी है। दरअसल पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश की कांग्रेस कार्यकारिणी का आकार छोटा है। ऐसे में उत्तराखंड में भी इसे बड़ा रखने से गुरेज किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस हफ्ते नई कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है। प्रदेश कांग्रेस की पुरानी कार्यकारिणी बीती 17 दिसंबर को भंग की जा चुकी है।
अगले विधानसभा चुनाव की चुनौती को देखते हुए प्रदेश संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश पार्टी हाईकमान के भी हैं। ऐसे में प्रदेश संगठन के प्रकोष्ठों, मोर्चा समेत तमाम इकाइयों में भी फेरबदल की तैयारी है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय की ओर से पार्टी हाईकमान को प्रस्ताव सौंपा जा चुका है। बीते दिनों अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ में नए अध्यक्ष की तैनाती हो चुकी है। इससे पहले अन्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में भी नियुक्ति की गई थी।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड भाजपाः दशरथ को मिला ताज, अब किसे होगा वनवासप्रदेश कांग्रेस में अल्पसंख्यक, बुद्धिजीवी, पूर्व सैनिक, आइटी, किसान, मजदूर, व्यापार, निर्बल वर्ग कल्याण, आइटी सेल समेत करीब दो दर्जन प्रकोष्ठ हैं। इनमें से करीब डेढ़ दर्जन में नई तैनाती मुमकिन है। संपर्क करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सांगठनिक दृष्टि से पार्टी को मजबूत किया जाएगा। प्रकोष्ठों में भी बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही है। पार्टी हाईकमान के निर्देश पर आगे कदम उठाया जाएगा।
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