एमबीबीएस चिकित्सक के बिना चल रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कई सालों से नहीं हो पाई चिकित्सकों की तैनाती
यमकेश्वर बनचूरी में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शासन और प्रशासन की अनदेखी के चलते आमजन को पूरी तरह से लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय नागरिक यहां लंबे समय से एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती की मांग कर रहे हैं।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 31 May 2021 06:45 AM (IST)
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। यमकेश्वर बनचूरी में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शासन और प्रशासन की अनदेखी के चलते आमजन को पूरी तरह से लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय नागरिक यहां लंबे समय से एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती की मांग कर रहे हैं। अब तक इस मांग को अनसुना किया जाता रहा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य की हालत यह है कि यहां कमरों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। साथ ही कई वर्षों से यहां एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती भी नहीं हो पाई है। इस कारण कई बार यहां स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।यमकेश्वर के पूर्व प्रमुख मोहन सिंह रावत ने बताया कि बनचूरी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले कई वर्षों से एमबीबीएस चिकित्सकों और सफाई कर्मियों की तैनाती नहीं हो पाई है। स्थिति यह है कि यहां तैनात आयुर्वेदिक चिकित्सक और स्टाफ सफाई करने के बाद मरीजों का इलाज करते हैं। पीने और अन्य उपयोग के लिए पानी काफी दूर से लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यह स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल कम और अस्तबल के रूप में अधिक तब्दील हो चुका है।
बरसात में यहां छतों को टपकते हुए देखा जा सकता है। यहां रखे एक मात्र ऑक्सीजन सिलिंडर को पिछले कई वर्षों से रिफलिंग तक नहीं किया गया है। केंद्र में कोविड की ड्यूटी में तैनाती कर्मी यहां विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने में लगे हैं। शासन और स्थानीय प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह भी पढ़ें- तंबाकू का सेवन करने वालों में कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत ज्यादा, जानें- और क्या कहना है डॉक्टरों का
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