प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह बोले, स्थायी राजधानी पर गुमराह कर रही भाजपा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद भाजपा की सरकार ने स्थायी राजधानी के मुद्दे को लटकाने का काम किया।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 10 Nov 2018 10:17 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य के 18वें स्थापना दिवस पर शहीद आंदोलनकारियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपना भविष्य राज्यवासियों के वर्तमान के लिए बलिदान कर दिया उन्हें सदैव याद रखा जाएगा।
कांग्रेस भवन में प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में सभी वर्गों के लोगों की अहम भूमिका रही है। 18 वर्षों में उत्तराखंड राज्य ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। आज भी राज्य के सामने अनेक चुनौतियां हैं। विशेषकर महिलाओं व युवा पीढ़ी का भविष्य उत्तराखंड में सुरक्षित रहे, इसके लिए बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के बाद भाजपा की सरकार ने स्थायी राजधानी के मुद्दे को लटकाने का काम किया। इस कारण आज तक राज्य की स्थायी राजधानी का निर्माण नहीं हो पाया। अब केंद्र व राज्य में सत्तासीन होने बावजूद भाजपा सरकार स्थायी राजधानी के मामले में जनता को गुमराह कर रही है।
इस अवसर पर देहरादून नगर निगम के महापौर प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, नागेश रतूड़ी, राजेश पांडे, पूर्व विधायक राजकुमार, संदीप चमोली, आदि मौजूद रहे।
अब विद्रोही प्रत्याशियों के समर्थकों पर निगाहें
कांग्रेस ने निकाय चुनाव में बड़ी संख्या में असंतुष्टों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब विद्रोही प्रत्याशियों के साथ दिखाई दे रहे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी नजरें टेढ़ी की गई हैं। ऐसे डेढ़ दर्जन से अधिक नेताओं पर पार्टी का चाबुक चल सकता है।
प्रदेश संगठन ने अब जिला और ब्लॉक इकाइयों से असंतुष्टों के बारे में रिपोर्ट तलब की है। प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए ताकत झोंक रही कांग्रेस का रुख बागियों के प्रति मान-मनुहार का रहा है। यही वजह है कि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख बीतने के बावजूद पार्टी ने दीपावली तक असंतुष्टों और विद्रोही प्रत्याशियों को मनाने को पूरी ताकत झोंकी। इस कार्य में दिग्गज नेताओं की मदद भी ली गई। पार्टी की ये कोशिशें रंग भी लाई। काफी संख्या में असंतुष्टों ने पार्टी का साथ देने पर हामी भी भरी। जो नहीं माने, आखिरकार उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया। पार्टी के सामने असंतुष्टों को साधने और टिकट वितरण से नाखुश नेताओं को मनाने की चुनौती अब भी है।
अब तक कई नेता पार्टी का दामन झटक चुके हैं। पार्टी से विद्रोह कर चुनाव में खम ठोकने वालों को बर्खास्त करने के बाद नजरें अब विद्रोही प्रत्याशियों के समर्थक पार्टी नेताओं पर टिकी हैं। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि पार्टी को असंतुष्टों को मनाने में काफी हद तक कामयाबी मिल चुकी है। तमाम प्रयासों के बावजूद जो पार्टी प्रत्याशियों का समर्थन करने को राजी नहीं हुए, उन्हें पार्टी से निकाला गया है। बागी प्रत्याशियों का साथ देने वाले नेताओं को भी बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे डेढ़ दर्जन से ज्यादा नेताओं के बारे में शिकायतें मिली हैं।
इन शिकायतों के संबंध में जिला और ब्लॉक स्तर से भी रिपोर्ट मांगी गई है। उधर, पार्टी से खफा होकर भाजपा में जाने वाल नेताओं को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है। प्रदेश संगठन इस पर नजर रखे है कि पार्टी छोड़ने वालों के साथ जमीनी आधार वाले कितने नेता शामिल हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चौहान निकाय चुनाव के मौके पर भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को झटका दे चुके हैं। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि दलों की अदला-बदली चुनावी राजनीति का हिस्सा है। प्रदेश संगठन सबको साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्व महानगर अध्यक्ष के पार्टी छोड़ने से निकाय चुनाव के अभियान पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि चौहान के साथ कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता नहीं गया है।कांग्रेस ने चुनाव में झोंके आठ नए स्टार प्रचारक
निकाय चुनाव की सरगर्मियां बढ़ते ही कांग्रेस को चुनावी समर में प्रत्याशियों का हौसला बढ़ाने और मतदाताओं को लुभाने के लिए और सूरमाओं की जरूरत पड़ गई। मतदान से तकरीबन हफ्ताभर पहले पार्टी ने स्टार प्रचारकों में आठ वरिष्ठ नेताओं को जोड़ा है। क्षेत्रवार मतदाता समूहों में पैठ बनाने के लिए पार्टी को ये रणनीति अपनानी पड़ी है। कांग्रेस ने निकाय चुनाव के लिए पहले 48 स्टार प्रचारकों की जंबो सूची जारी की थी। इस सूची में प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, मौजूदा सभी विधायक, पूर्व विधायक और विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों समेत 48 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया गया।
48 नामों की इस सूची के अतिरिक्त प्रदेश में सभी आनुषंगिक संगठनों, विभागों व प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को भी इसमें शामिल किया गया। पार्टी ने निकाय चुनाव में संगठन से लेकर क्षेत्रीय स्तर पर तमाम दिग्गज नेताओं को साथ जोड़कर चुनाव प्रचार की रणनीति अपनाई है। इस सूची में दो महिला नेत्रियों समेत आठ नए नाम जोड़े गए हैं। नए स्टार प्रचारकों में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी, पूर्व विधायक डॉ जीतराम, पूर्व विधायक नारायण राम आर्य, मुख्य प्रचार समन्वयक धीरेंद्र प्रताप, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रमेश पांडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रयाग दत्त भट्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष जया बिष्ट एवं प्रदेश महामंत्री शिल्पी अरोड़ा शामिल किए गए हैं। इसमें तीन पूर्व विधायक हैं।
प्रदेश काग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को क्षेत्रवार, वार्डवार मजबूत स्थिति में लाने की अपेक्षा स्टार प्रचारकों से की है।यह भी पढ़ें: कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चौहान भाजपा में शामिलयह भी पढ़ें: बागियों पर गिरी गाज, चार दर्जन नेता कांग्रेस पार्टी से निष्कासितयह भी पढ़ें: भाजपा के खिलाफ कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, फूंका पुतला
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