आयकर की कार्रवाई में प्रॉपर्टी कारोबारी ने सरेंडर किए पांच करोड़
आयकर की कड़ी कार्रवाई से बचने के लिए कारोबारी ने पांच करोड़ की आय सरेंडर कर दी। विभाग ने 15 मार्च तक आय पर डेढ़ करोड़ का टैक्स दो किश्तों में जमा करने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: आयकर विभाग की टीम ने सहस्रधारा रोड स्थित एक प्रॉपर्टी कारोबारी के यहां टैक्स चोरी का मामला पकड़ा है। आयकर की कड़ी कार्रवाई से बचने के लिए आरोपित कारोबारी ने पांच करोड़ की आय सरेंडर कर दी है। विभाग ने 15 मार्च तक आय पर डेढ़ करोड़ का टैक्स दो किश्तों में जमा करने के निर्देश दिए हैं। यह जानकारी अपर आयकर आयुक्त निधि सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि आयकर विभाग इन दिनों टैक्स चोरी करने वालों के रिकॉर्ड खंगाल रही है। गत दिवस मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता के निर्देश पर टीम ने ऐसा ही एक मामला सहस्रधारा रोड स्थित चौहान एस्टेट डेवलपर्स के दिगंबर सिंह चौहान के यहां पकड़ा।
टीम ने कारोबारी का बही खाता समेत अन्य रिकॉर्ड को जब्त करते हुए आय-व्यय का हिसाब मांगा, लेकिन इसका रिकॉर्ड नहीं मिला। इसके बाद जब आयकर टीम ने कुल आय का आकलन किया तो सही आयकर रिटर्न न भरने का मामला पकड़ में आया। इस पर टीम ने टैक्स चोरी में कारोबारी को नोटिस जारी किया। जिसमें मौजूदा आय पर स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। कारोबारी ने नोटिस का भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
सख्ती से पूछताछ में कारोबारी दिगंबर सिंह चौहान ने दो वर्ष की आय दर्शाते हुए करीब पांच करोड़ रुपये सरेंडर कर दिए। आयकर विभाग ने इस आय पर वित्तीय तिथि 15 मार्च तक आरोपित को एडवांस टैक्स के रूप में 75-75 लाख यानि दो साल के भीतर डेढ़ करोड़ का टैक्स जमा करने के निर्देश दिए। टैक्स न देने पर आरोपित के खिलाफ पेनाल्टी, ब्याज समेत 300 प्रतिशत तक टैक्स वसूलने की कार्रवाई आयकर विभाग करेगा।
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