Citizenship Amendment Act: सीएए के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग उतरे सड़कों पर, बंद रहा बेअसर
सीएए और एनआरसी के विरोध में दून के मुस्लिम समुदाय के लोग बुधवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 29 Jan 2020 08:22 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में दून के मुस्लिम समुदाय के लोग बुधवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके अलावा विभिन्न संगठनों के आह्वान पर दून बंद का भी एलान किया गया था, लेकिन शहर में बंद का असर नहीं दिखा।
बुधवार को मुस्लिम सेवा संगठन, तंजीम ए रहनुमा ए मिल्लत, बहुजन क्रांति समेत विभिन्न संगठनों के आह्वान पर परेड मैदान स्थित धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व से ही धरने पर बैठे लोगों का समर्थन करते हुए केंद्र को आड़े हाथों लिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एनआरसी, सीएए और एनपीआर को काला कानून बताया। सुबह से देर शाम तक यहां पर प्रदर्शन और नारेबाजी का सिलसिला जारी रहा। जबकि, पुलिस भी धरना स्थल के आसपास मुस्तैद नजर आई।
बंद रहा बेअसरशहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी के आह्वान पर बाजार बंद का भी एलान किया गया था, लेकिन दून में इसका असर नहीं दिखा। इनामुला बिल्डिंग में कुछ दुकानें बंद रहीं। इसके अलावा तकरीबन सभी बाजार खुले रहे। उधर, हरिद्वार में भी कुछ स्थानों को छोड़कर अधिकांश बाजारों में दुकानें खुली रहीं।
यह भी पढ़ें: Citizenship Amendment Act: शाहीनबाग की तर्ज पर सीएए को लेकर दून में भी धरना शुरूभीम आर्मी और दौलत कुंवर का समर्थनसीएए के विरोध में मुस्लिम समुदाय के विरोध-प्रदर्शन को भीम आर्मी और उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार मंच का भी समर्थन मिला। भीम आर्मी के कई पदाधिकारी यहां धरने में शामिल होकर केंद्र के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। वहीं संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के अध्यक्ष दौलत कुंवर ने भी प्रदर्शनकारियों की मांगों को जायज बताते हुए केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया।
यह भी पढ़ें: Citizenship Amendment Act: नागरिकता संशोधन कानून पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामनेपुलिस रही सतर्कशांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पूरे शहर को पांच जोन व 11 सेक्टरों में बांटकर प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक और सेक्टर में प्रभारी अधिकारी नियुक्त रहे।
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