रोडवेज बस अड्डों पर लगेंगे प्रोटोकाल कैमरा, उत्तराखंड में बेरोकटोक दौड़ रही दूसरे राज्यों की बसों पर रहेगी नजर
उत्तराखंड में टैक्स की चोरी कर उत्तराखंड में बेरोकटोक दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की रोडवेज बसों की निगरानी के लिए अब रोडवेज बस अड्डों पर इंटरनेट प्रोटोकाल कैमरे लगाए जाएंगे। परिवहन सचिव डा. रणजीत सिन्हा की टैक्स चोरी पर नाराजगी के बाद परिवहन विभाग ने यह तैयारी कर ली।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Fri, 30 Jul 2021 02:10 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में टैक्स की चोरी कर उत्तराखंड में बेरोकटोक दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की रोडवेज बसों की निगरानी के लिए अब रोडवेज बस अड्डों पर इंटरनेट प्रोटोकाल कैमरे (आईपी कैमरे) लगाए जाएंगे। परिवहन सचिव डा. रणजीत सिन्हा की टैक्स चोरी पर नाराजगी के बाद परिवहन विभाग ने यह तैयारी कर ली है। आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने बताया कि पहले चरण में देहरादून और हरिद्वार में पांच-पांच आईपी कैमरे लगाए जाएंगे। फिर पूरे प्रदेश में इन पर काम होगा। इन कैमरों में बाहरी राज्यों से आने वाली बसों के फेरे दर्ज हो जाएंगे। उसके बाद उनसे टैक्स की वसूली की जाएगी।
गत सप्ताह परिवहन सचिव डा. रणजीत सिन्हा ने देहरादून के आरटीओ कार्यालय में छापा मारा था। इस दौरान उन्होंने आरटीओ अधिकारियों से दूसरे राज्य की रोडवेज बसों के टैक्स के संबंध में जानकारी मांगी थी तो आरटीओ अधिकारी बता नहीं पाए थे। यह तक नहीं बता पाए थे कि रोजाना उत्तराखंड में दूसरे राज्यों की कितनी बसें आ रहीं और कितने फेरे लगा रहीं। नाराज सचिव ने तभी सभी अधिकारियों को टैक्स से जुड़ी फाइलें लेकर सचिवालय में तलब किया था। साथ ही टैक्स चोरी रोकने के लिए दूसरे राज्यों से आने वाली रोडवेज बसों का रिकार्ड जुटाने का आदेश दिया था।
इसी क्रम में आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने परिवहन विभाग व रोडवेज के अधिकारियों समेत आइएसबीटी देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार एवं रुड़की बस अड्डों का मुआयना किया। आरटीओ सैनी ने बताया कि बस अड्डों पर आईपी कैमरे लगाए जाएंगे। इसका प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा जाएगा। इन कैमरों से परिवहन विभाग व रोडवेज के अधिकारी अपने मोबाइल पर भी बसों की जानकारी जुटा सकेंगे।
25 जुलाई से जुटाया जा रहा डाटा
आरटीओ (प्रवर्तन) ने बताया कि बीती 25 जुलाई से देहरादून, रुड़की व हरिद्वार में प्रवेश करने के समस्त आरटीओ चेकपोस्ट पर दूसरे राज्यों की रोडवेज बसों का डाटा जुटाया जा रहा। सभी बसों को रोक उनका डिपो व नंबर नोट किया जा रहा। एक हफ्ते बाद इस रिकार्ड का मिलान परिवहन करार में तय हुए बसों के फेरों व संख्या से किया जाएगा। जो राज्य परिवहन करार का पालन नहीं कर रहे होंगे, उन्हें नोटिस भेजकर चोरी होने वाले टैक्स की वसूली की जाएगी।
चेकपोस्टों पर लगेंगे एएनपीआर कैमरेबस अड्डों के साथ ही परिवहन विभाग अपने सभी चेकपोस्टों पर आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनाइजेशन (एएनपीआर) कैमरे लगाने जा रहा। अभी चेकपोस्टों पर विभाग के कर्मचारी मैनुअली तरीके से बाहरी राज्य से आने वाले व्यावसायिक वाहनों पर नजर रखते हैं। आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने बताया कि एएनपीआर कैमरे में नंबर प्लेट के साथ ही वाहन का पूरा डाटा रिकार्ड हो जाता है। इससे उन वाहनों का पता लगाया जा सकेगा जो बिना टैक्स दिए उत्तराखंड में संचालित होंगे। इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसमें न केवल बस बल्कि ट्रक, टैक्सी-मैक्सी, लोडर आदि की टैक्स चोरी पर लगाम लगेगी।
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