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कोरोना संक्रमित के शव के अंतिम संस्कार को लेकर हंगामा, विधायक ने संभाला मामला

नालापानी स्थित श्मशान घाट में रविवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब कोरोना संक्रमित आढ़ती के शव का अंतिम संस्कार करने पुलिस वहां पहुंची।

By Edited By: Updated: Sun, 07 Jun 2020 09:15 PM (IST)
कोरोना संक्रमित के शव के अंतिम संस्कार को लेकर हंगामा, विधायक ने संभाला मामला
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमित आढ़ती के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पुलिस नालापानी स्थित श्मशान घाट पहुंची। यहां स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि संक्रमित व्यक्ति के शव का यहां अंतिम संस्कार करने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा, क्योंकि श्मशान घाट के आसपास रिहायशी इलाके हैं। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह हंगामा करते रहे। इस पर पुलिस मौके पर ही शव को छोड़कर चली गई। बाद में विधायक के हस्तक्षेप के पर पुलिस लौट आई। स्थानीय लोगों को समझाकर शांत कराया गया और अंतिम संस्कार किया गया। 

दरअसल, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित आढ़ती की शनिवार देर रात मौत हो गई थी। रविवार को दोपहर एक बजे पुलिस मृतक के करीबी पांच लोगों के साथ शव को अंतिम संस्कार के लिए नालापानी स्थित श्मशान घाट ले गई। वहां पहले से ही दो चिताएं जल रही थीं। पुलिस ने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की, तो पास में ही संस्कार करा रहे अन्य लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। श्मशान घाट में हंगामा होता देख ऋषि नगर और पाल बस्ती के लोग भी वहां पहुंच गए। उन्होंने भी कोरोना संक्रमित मृतक के शव का अंतिम संस्कार का विरोध शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ा तो पुलिस शव को मौके पर छोड़कर चली गई। 
इतने में स्थानीय पार्षद संजीव मल्होत्रा भी पहुंच गए। उन्होंने इसकी सूचना क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ को दी। विधायक ने रायपुर पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचने के लिए कहा। जिस पर अमरजीत सिंह एसओ रायपुर ने टीम मौके पर भेजी। इसके बाद पुलिस और पार्षद ने स्थानीय लोगों को समझाया। सभी को श्मशान घाट के गेट से बाहर किया और अंतिम संस्कार किया। एसओ अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि स्थानीय लोग कोरोना संक्रमित के शव का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में करने का विरोध कर रहे थे। बाद में उन्हें समझाकर घर भेज दिया गया।
कोरोना संक्रमितों का यहां नहीं होने देंगे अंतिम संस्कार 
पार्षद संजीव मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमित की मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय प्रशासन को अलग श्मशान घाट की व्यवस्था करनी चाहिए। शहर में अधिकतर श्मशान घाट आबादी क्षेत्र के बीच में हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि आगे से नालापानी श्मशान घाट में कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा।
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