देहरादून में प्रॉपर्टी के विवाद में हुई थी राजू बॉक्सर की हत्या, चार गिरफ्तार
अजबपुर में बुधवार देर रात प्रॉपर्टी डीलर राजेंद्र पुंडीर उर्फ राजू बॉक्सर की हत्या उसके ही साथी ने करवाई थी। दोनों के बीच प्रॉपर्टी और रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। हत्या में जो दो पिस्तौल इस्तेमाल की गईं उनमें से एक मृतक की ही थी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 29 Jan 2021 08:27 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। अजबपुर में बुधवार देर रात प्रॉपर्टी डीलर राजेंद्र पुंडीर उर्फ राजू बॉक्सर की हत्या उसके ही साथी ने करवाई थी। दोनों के बीच प्रॉपर्टी और रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। हत्या में जो दो पिस्तौल इस्तेमाल की गईं, उनमें से एक मृतक प्रॉपर्टी डीलर की ही थी। प्रॉपर्टी डीलर ने उक्त पिस्तौल अपने साथी को रखने के लिए दी थी। पुलिस ने इस हत्याकांड का 24 घंटे के भीतर ही पर्दाफाश कर सभी चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल भी बरामद कर ली गई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. वाईएस रावत ने हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 2500 रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
गुरुवार को एसएसपी ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में बताया कि बुधवार रात करीब सवा 10 बजे अजबपुर में माता मंदिर रोड स्थित एक प्लॉट में राजू बॉक्सर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि वारदात को स्कूटी सवार दो व्यक्तियों ने अंजाम दिया है। इसके बाद सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग अभियान शुरू करते हुए शहर की सीमाओं को सील कर दिया गया।
हालांकि, रात में दोनों में से कोई भी आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा, लेकिन वारदात को अंजाम देने वालों में से एक की पहचान विनय कांबोज निवासी औरंगाबाद, बिहारीगढ़, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हो गई। यह भी पता चला कि राजू बॉक्सर का शावेज खान निवासी अजबपुर से छह नंबर पुलिया स्थित एक प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। राजू बॉक्सर और शावेज दोस्त थे। दोनों साथ में प्रॉपर्टी डीलिंग करते थे। विनय भी शावेज का दोस्त है। रात में ही शावेज को पुरानी बाईपास चौकी के पास से दबोच लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। उसकी निशानदेही पर रात में ही दूसरे आरोपित फरीद खान को मोथरोवाला स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। वहीं, घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपित विनय कांबोज और अनिकेत निवासी बेहट गुरुवार सुबह आइएसबीटी के पास पकड़े गए। दोनों शहर छोड़ने की फिराक में थे। प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोबाल भी मौजूद रहीं।
ऐसे दिया वारदात को अंजामएसएसपी ने बताया कि राजू अक्सर शावेज के अजबपुर स्थित प्लॉट पर शराब पीने जाता था। पिछले कुछ समय से शावेज और राजू के बीच प्रॉपर्टी व रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। ऐसे में शावेज ने राजू को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। इसमें साथ देने के लिए शावेज ने विनय को भी तैयार कर लिया, क्योंकि राजू का विनय से कई बार विवाद हो चुका था। इसके बाद शावेज ने योजना में फरीद और अनिकेत को भी शामिल कर लिया। अनिकेत शातिर अपराधी है और विनय का दोस्त है। चारों के बीच तय हुआ कि वारदात को गुरुवार रात अंजाम दिया जाएगा।
शावेज, राजू को शराब पीने के लिए अपने प्लॉट पर बुलाएगा। वहां हत्या को अंजाम विनय और अनिकेत देंगे। दिन में शावेज ने विनय को हत्या के लिए राजू की पिस्तौल दी। रात करीब 10 बजे राजू, शावेज के प्लॉट पर शराब पीने के लिए पहुंचा। शावेज ने तुरंत यह सूचना विनय व अनिकेत को दी। कुछ ही देर में दोनों मौके पर पहुंच गए और राजू पर फायर झोंक दिए। इसके बाद विनय व अनिकेत अजबपुर में ही फरीद के ऑफिस पहुंचे। वहां एक घंटा रुकने के बाद दोनों ने फरीद को उसके घर छोड़ा और खुद आइएसबीटी के पास एक निर्माणाधीन फ्लैट में छिप गए। वहीं, शावेज बाईपास चौकी की तरफ निकल गया।
15 दिन पहले जेल से छूटा था अनिकेतअनिकेत के खिलाफ सहारनपुर के चिलकाना थाने में 2019 में हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में अनिकेत ने आत्मसमर्पण कर दिया था। बताया जा रहा है कि इस मामले में वह 15 दिन पहले ही जमानत पर जेल से छूटा था। इसके अलावा भी अनिकेत पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह भी पढ़ें-विजय थापा की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज
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