भाजपा में टिकट के लिए जोर आजमाइश, मंत्री और विधायकों की सिफारिश
भाजपा में महापौर के टिकट को दावेदारों ने जोर लगाना शुरू कर दिया है। प्रमुख दावेदार अपने पक्ष में हर स्तर पर माहौल बना रहे हैं। साथ ही मंत्री और विधायकों की सिफारिश भी ला रहे हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 17 Oct 2018 12:18 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: भाजपा में महापौर के टिकट के लिए दावेदारों ने जोर लगाना शुरू कर दिया है। प्रमुख दावेदार अपने-अपने पक्ष में हर स्तर पर माहौल बना रहे हैं। आवेदन करने वालों की तो लंबी सूची है। मगर, सूत्रों का कहना है कि पार्टी पैनल में चार नामों पर विचार चल रहा है।
नगर निगम देहरादून में महापौर की सीट सामान्य होने के बाद 13 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। इन आवेदनों को पार्टी ने हाईकमान को भेजा है। मगर, चर्चाओं में ज्यादा मुख्यमंत्री के करीबी सुनील उनियाल गामा, पूर्व महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, अनिल गोयल और पुनीत मित्तल के नाम हैं। सुनील उनियाल गामा शहर और ग्रामीण क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत होने का दावा कर रहे हैं। वहीं, उमेश अग्रवाल धर्मपुर सीट से टिकट न मिलने के बाद पार्टी से मिले भरोसे के बाद से तैयारी में जुटे हैं। शहर के व्यापारियों में पैठ रखने वाले अनिल गोयल और पुनीत मित्तल की दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है।
हालांकि, पार्टी इन चार नामों के इतर, प्रदेश स्तरीय किसी बड़े नेता को भी चुनाव मैदान में उतारने पर निर्णय ले सकती है। इधर, मेयर के टिकट के लिए ऋषिराज डबराल, महेश्वर बहुगुणा, राजकुमार पुरोहित, महिलाओं में विनोद उनियाल और नीलम सहगल के नाम पर भी चर्चा जारी है।
पार्षद के टिकट को मंत्री और विधायकों की सिफारिश
नगर निगम देहरादून के लिए पार्षद का टिकट मांग रहे भाजपाई मंत्री और विधायक से सिफारिश लगा रहे हैं। सिफारिश के साथ कई दावेदार तो प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की मुहर लगी संस्तुति के साथ महानगर में आवेदन जमा कर रहे हैं। सहसपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी तो विधायक सहदेव पुंडीर को साथ लेकर पार्टी दफ्तर पहुंच गए।
भाजपा में भी पार्षद के प्रत्याशी को लेकर सिफारिशें लगाई जा रही हैं। वह भी तब जब इसके लिए पार्टी ने तय फोरम के मार्फत दावेदारी जताने को कहा है। महानगर दफ्तर में जो भी दावेदार पहुंचे, उन्होंने समर्पण के बजाय सिफारिश को आधार बताया। आवेदन के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल समेत मंत्रियों और विधायकों की चिट्ठी लगी दिखी। सिफारिश का कोई फायदा नहीं होगा
भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल के अनुसार आवेदन कायदे से मंडल अध्यक्षों के मार्फत मांगे गए थे। मगर, जानकारी के अभाव और आत्मसंतुष्टि के लिए कुछ लोग सिफारिश लगाकर आवेदन कर रहे हैं। पार्टी समर्पित एवं योग्य उम्मीदवार को ही टिकट देगी। सिफारिश करने से कोई फायदा नहीं है। पांच सौ तक पहुंची टिकट दावेदारों की संख्या
भाजपा महानगर कार्यालय में पार्षद टिकट के लिए खासी भीड़ जुट रही है। इस दौरान नगर निगम में शामिल हुए ग्रामीण इलाकों से ज्यादा प्रत्याशी पहुंचे। प्रत्याशियों ने आवेदन के साथ बायोडाटा और पार्टी के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख भी किया। भाजपा महामंत्री राजेंद्र सिंह ढिल्लो ने कहा कि देर शाम तक 45 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जबकि इससे पहले साढ़े चार सौ आवेदन आ चुके थे। अभी मंडल और विधायकों के मार्फत भी आवेदन आने बाकी हैं।
18 व 19 को भाजपा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान
निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा 18 व 19 अक्टूबर को अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर देगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए 20 सदस्यीय समिति गठित कर दी है, जिसकी बैठक 18 अक्टूबर को प्रदेश कार्यालय में होगी और फिर प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए कमेटियां गठित करने के साथ ही जिम्मेदारियां भी सौंप दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि चुनाव समिति में उनके अलावा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत, मदन कौशिक व यशपाल आर्य, राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला, महामंत्री नरेश बंसल, गजराज सिंह बिष्ट, खजानदास, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष नीलम सहगल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत को शामिल किया गया है। इनके अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद भगत सिंह कोश्यारी, भुवनचंद्र खंडूड़ी व डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी को समिति में बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किया गया है।
पार्षद-सभासद के चयन को अलग पैनल उन्होंने बताया कि नगर निकायों में पार्षद व सभासद प्रत्याशियों के चयन के लिए जिलेवार अलग-अलग पैनल बनाए गए हैं। इनमें जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रदेश पदाधिकारी, स्थानीय विधायक, क्षेत्र में रह रहे प्रांतीय पदाधिकारी और महिला मोर्चा अध्यक्ष शामिल हैं। नगर निगमों पर खास फोकस निकाय चुनाव में नगर निगमों पर पार्टी का खास फोकस रहेगा। इस संबंध में जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि हल्द्वानी नगर निगम की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व प्रदेश उपाध्यक्ष राजू भंडारी, रुदपुर की कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत व पार्टी नेता आशीष गुप्ता, देहरादून की राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत व प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल, ऋषिकेश की कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल व प्रदेश उपाध्यक्ष विनय रुहेला, कोटद्वार की कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत व प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, हरिद्वार की कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक व प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला और काशीपुर की जिम्मेदारी राज्यमंत्री रेखा आर्य व प्रदेश महामंत्री गजराज सिंह बिष्ट को सौंपी गई है। मैच से पहले ही कांग्रेस क्लीन बोल्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि मैच से पहले ही कांग्रेस क्लीन बोल्ड हो गई है। उन्होंने कहा कि कोर्ट का आदेश मिलते ही सरकार ने चुनाव को लेकर कोई देरी नहीं की और निर्वाचन आयोग ने भी कार्यक्रम घोषित कर दिया। इससे कांग्रेस के पैरों तले की जमीन खिसक गई और वह दुष्प्रचार कर रही है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव को लेकर नसीहत देना बंद करे। इस मौके पर भाजपा के सह मीडिया प्रभारी बलजीत सोनी, पार्टी नेता सुभाष बड़थ्वाल, अजेंद्र अजय आदि भी मौजूद थे।यह भी पढ़ें: कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की लंबी होती जा रही है लिस्ट यह भी पढ़ें: स्थानीय निकाय चुनाव में सोशल मीडिया पर भी आयोग की पैनी नजरयह भा पढ़ें: पार्षद प्रत्याशियों के चयन को भाजपा ने बनाई कमेटी, महापौर के 13 दावेदार
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