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Uttarakhand Glacier Burst News: चमोली में आपदा के बाद अब तक विभिन्न स्थानों से 24 लोगों के शव बरामद

Uttarakhand Chamoli Flood News चमोली के आपदा में अब तक 18 लोगों के शव बरामद हो गए हैं जबकि 202 लोग लापता हैं। टनल में अभी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं। इन्‍हें निकालने के लिए सेना आइटीबीपी एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 08 Feb 2021 10:48 PM (IST)
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उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए जोशीमठ पहुंचे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Chamoli News चमोली के आपदा में अब तक 18 लोगों के शव बरामद हो गए हैं, जबकि 202 लोग लापता हैं। टनल में अभी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं। इन्‍हें निकालने के लिए सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। वहीं, इस हादसे में छह लोग घायल हो गए हैं। बीते रोज एनटीपीसी से 12 लोगों को बचाया गया है। 

रविवार को ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना ध्वस्त हो गई थी। तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट की दूसरी सुरंग में 30 से 35 व्यक्ति फंसे हैं। टनल में मलबा भरे होने के कारण उनके रेस्क्यू में दिक्कत आ रही हैं, ऋषिगंगा नदी और धौलीगंगा नदी के उफान में इन दोनों प्रोजेक्टों में काम करने वाले कई श्रमिक व स्थानीय लोग लापता है, जिनकी तलाश में एसडीआरएफ की 11 टीम जुटी हैं, दो टीम रैणी, चार टीम तपोवन, दो टीम जोशीमठ व तीन टीम श्रीनगर में तलाशी अभियान चला रही हैं। एयरफोर्स के चार हेलीकाप्टरों की भी मदद ली जा रही है। सोमवार को राहत-बचाव के साथ लापता व्यक्तियों के तलाशी में एसडीआरएफ के 70 जवान, एनडीआरएफ के 129 जवान,  आइटीबीपी के  425 जवान, एसएसबी की एक टीम, सेना के 124 जवान, आर्मी की दो मेडिकल टीम और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की दो टीमें लगी हैं। 

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 - सोमवार रात को भी टनल में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। आइटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम इन अभियान में जुटी है। 

 -मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत ने सोमवार देर शाम तपोवन रितिक कंपनी के कार्यालय मे आइजी, डीआइजी, डीएम, एसपी, आर्मी, आइटीबीपी, बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारियों एवं एनटीपीसी के प्रोजेक्ट इंचार्ज अधिकारियों की बैठक ली।

राहत एवं बचाव कार्यो की समीक्षा के दौरान -मुख्‍यमंत्री ने सभी अधिकारियों को बेहतर तालमेल के साथ रेस्‍क्‍यू कार्य मे तेजी लाने के निर्देश दिए।

- पुलिस के मुताबिक चमोली में आपदा के बाद अब तक विभिन्न स्थानों से 24 लोगों के शव बरामद किए गए हैं।

-मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार देर शाम जोशीमठ रवाना हो गए हैं। वे प्रभावित क्षेत्रों का स्‍थलीय निरीक्षण करने के साथ अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे। कहा , तपोवन स्थित टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की एक संयुक्त टीम बचाव अभियान चला रही है। टीम तपोवन टनल में 130 मीटर के निशान तक पहुंच गई है। माना जा रहा है कि टी-पॉइंट तक पहुंचने में 2-3 घंटे लग सकते हैं। सुरंग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। 

-आइटीबीपी के पश्चिमी कमान के एडीजी एमएस रावत ने तपोवन सुरंग और जोशीमठ में किए जा रहे बचाव कार्यों पर उत्तराखंड के सीएम को जानकारी दी।

-उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए जोशीमठ पहुंचे।

 -आइटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम ने चमोली में तपोवन सुरंग में प्रवेश किया है।

-उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आपदा राहत अभियान की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्‍होंने राहत और बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से 20 करोड़ रुपये जारी किए।

- केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आपदा प्रभावित तपोवन का निरीक्षण किया।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा  जो कार्यकर्ता लापता हैं, वे शायद पूर्वी यूपी और बिहार के हैं। मुझे इस संबंध में संपर्क किया गया है कि इनमें से 30 लोग (लापता) लखीमपुर खीरी (यूपी) के हैं। 

-गौचर के पास सारी में अलकनंदा नदी के किनारे शव मिला।

-एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग में बचाव अभियान चल रहा है। समस्या मलबे के साथ है, जो धीरे-धीरे साफ हो रही है। 27 लोग जिंदा, 11 मरे, 153 लापता हैं। 153 में से 40-50 सुरंग में फंसे हुए हैं। उत्तराखंड में शेष लोगों के बहने की आशंका है।

-केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह एक बहुत ही मुश्किल स्थिति है, लेकिन आइटीबीपी ने सफलतापूर्वक एक सुरंग से लोगों को बचाया और अब वे दूसरी सुरंग पर काम कर रहे हैं, जो लगभग 3 किमी लंबी है। एनडीआरएफ और सेना भी इस काम में लगी है। दोपहर तक हम कुछ सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।

-एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस की टीम ने श्रीनगर डैम के आसपास तलाशी अभियान चलाया।

-इंजीनियरिंग टास्क फोर्स सहित सेना के जवानों के अथक प्रयासों के बाद सुरंग का मुंह साफ किया गया। जनरेटर और सर्च लाइट लगाकर रातभर काम जारी रहा।  फील्ड अस्पताल घटना स्थल पर चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि दहशत फैलाने की जरूरत नहीं। ग्लेशियर कल टूटा था। बोल्डर और मलबे ने तपोवन पर बड़े पैमाने पर रैणी बिजली परियोजना को नुकसान पहुंचाया। यह सब कल हुआ। दो परियोजना से 121 लोग लापता हैं।

-उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अब तक तपोवन से 3 और कर्णप्रयाग के मार्ग में 7 कुल 10 शव बरामद किए गए हैं। कल तपोवन में छोटी सुरंग से 12 लोगों को बचाया गया, जबकि बड़ी सुरंग को खोलने के प्रयास जारी हैं। इससे मलबा निकाला जा रहा है। 

-भारतीय वायु सेना के अनुसार,  देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई -17 और एएलएच हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी। साथ ही हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गए हैं।

-चमोली पुलिस ने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों को बचाने का ऑपरेशन चल रहा है। जेसीबी मशीन की मदद से सुरंग को साफ करने के प्रयास जारी हैं। कुल 15 लोगों को बचाया गया है और 14 शव अब तक विभिन्न स्थानों से बरामद किए गए हैं। 

-आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।

-आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि  आइटीबीपी ने कल एक सुरंग से 12 लोगों को बचाया, ये 30 लोग एक अलग सुरंग में फंसे हुए हैं। विभिन्न क्षेत्रों में बचाव अभियान चल रहा है। यदि आवश्यक हुआ तो और टीमें वहां भेजी जाएंगी, हम पहले सुरंग से लोगों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

- अब तक 10 लोगों के शव मिल चुके हैं।

-टनल से मलबा हटाने का काम रात्रिभर चला। जेसीबी कर रही है काम, रेस्क्यू टीमे मौके पर मौजूद हैं। 

-चमोली में एनटीपीसी की निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की टनल में अभी 30 लोग फंसे हैं। 

हेलिकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाई जा रही राशन और मदद

आपदा में सडक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा  हेलिकॉप्टर के माध्यम से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचायी जा रही है। डीएम ने कहा कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नहीं हो जाता तब तक हैली सेवा से यहां पर रसद पहुंचाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन का निरीक्षण। कहा कि यहां पर फंसे लोगों को रेस्क्‍यू करना हमारी प्राथमिकता है। उन्‍होंने कहा कि जो एरिया, गांव, क्षेत्र कट गए है उस पर भी युद्धस्तर पर काम होगा।

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