परिणाम जारी नहीं, किताबें खरीदने के लिए स्कूल बना रहा दबाव
ब्राइट लैंड स्कूल ने अब तक छात्र-छात्राओं को उनके परिणाम जारी नहीं किए हैं। स्कूल की ओर से अगली कक्षाओं की किताबें खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
By Edited By: Updated: Sat, 23 May 2020 08:10 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। ब्राइट लैंड स्कूल ने अब तक छात्र-छात्राओं को उनके परिणाम जारी नहीं किए हैं। इससे सर्वाधिक प्रभावित आठवीं कक्षा के छात्र हैं। क्योंकि इन छात्रों पर स्कूल की ओर से अगली कक्षाओं की किताबें खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जबकि बिना परिणाम जाने छात्रों को विषय चुनने और उसके अनुसार किताबें खरीदने में परेशानी हो रही है।
प्रदेश में स्कूल-कॉलेज बंद हुए दो महीने से ज्यादा का समय हो गया है। लॉकडाउन लागू होने के साथ ही प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा अगली कक्षा में है प्रवेश देने के निर्देश दिए थे। साथ ही पूर्व में अर्जित अंकों और असाइनमेंट के आधार पर बची हुई वार्षिक परीक्षाओं में अंक देना भी तय किया था। इसी के आधार पर बच्चे का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर अभिभावकों को भेजा जाना था। लेकिन ब्राइटलैंड स्कूल ने अब तक छात्र-छात्राओं को परिणाम जारी नहीं किए।
इससे सबसे ज्यादा प्रभावित आठवीं कक्षा के छात्र हैं क्योंकि आइसीएसई बोर्ड के नियमानुसार नौवीं कक्षा में छात्र-छात्राओं को विज्ञान, वाणिज्य या कला विषय चुनने होते हैं। अभिभावकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्कूल ने परिणाम तो जारी नहीं किए, लेकिन नए कक्षा की किताबें लेने के लिए बार-बार छात्र को कहा जा रहा है। परेशानी यह है कि बिना छात्र का रिपोर्ट कार्ड आए अगली कक्षा की किताबें किस आधार पर खरीदी जाए।
स्कूल की प्रधानाचार्य पुष्पा थपलियाल ने बताया कि स्कूल बंद होने के चलते शिक्षकों को स्कूल में नहीं बुलाया गया। स्कूल का रिपोर्ट कार्ड बहुत ही विस्तृत होता है, जिसे बिना शिक्षकों की मदद के तैयार करना संभव नहीं। ऐसे में छात्र-छात्राओं का पूरा रिपोर्ट कार्ड स्कूल खुलने के बाद ही तैयार हो सकेगा। हालांकि, बोर्ड कक्षाओं को छोड़कर सभी कक्षा के छात्र-छात्राओं को सरकार के निर्देशानुसार अगली कक्षाओं में प्रवेश दिया जा रहा है। उनके लिए अगली कक्षाओं की ऑनलाइन क्लास भी शुरू की गई है। ऐसे में छात्रों और अभिभावकों को परेशान होने की जरूरत नहीं। वे अगली कक्षा की किताबें क्लास टीचर से पूछ कर खरीद सकते हैं और नई कक्षा की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।
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उधर, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि स्कूलों को परिणाम जारी करने में इतना समय नहीं लगना चाहिए। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के हिसाब से शिक्षकों को स्कूल बुलाकर परिणाम तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर मामले की जांच की जाएगी।
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