Rishikesh News: आवारा कुत्ते पकड़ने वाली संस्था का अनुबंध समाप्त, 10 प्रतिशत बढ़े डाग बाइट के केस
ऋषिकेश में डाग बाइट के मामलों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिसमें रोजाना 16 से अधिक लोग सरकारी अस्पताल में एंटी रेबीज टीका लगवा रहे हैं। नगर निगम की कुत्ते पकड़ने वाली संस्था का अनुबंध समाप्त होने से जून के बाद से एक भी आवारा कुत्ता नहीं पकड़ा गया। इससे लोग डाग बाइट का शिकार हो रहे हैं।
नगरवासी क्या करें
- आवारा कुत्तों से बचकर निकलें
- पालतू कुत्ते को एंटी रेबीज जरूर लगवाएं
- डाग बाइट पर घाव को साबुन के झाग से धोएं
- तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचकर टेटनेस टीक लगवाएं
- एंटी रेबीज टीका समय से लगवाते रहें
- साथ में इम्यून बढ़ाने वाले टीके भी लगवाएं
एबीसी सेंटर बनाने के लिए भेजा प्रस्ताव
नगर निगम को करें शिकायत
यदि आपके गली-मोहल्ले में आवारा कुत्तों का आंतक है तो आप नगर निगम के नंबर (0135-2431472) में सूचना दे सकते हैं। इसके बाद नगर निगम संस्था के माध्यम से उन कुत्तों को पकड़वा कर उनकी नसंबदी करेगा और एंटी रेबीज टीका भी लगाएगा।सरकारी अस्पताल में आने वाले डाग बाइट के केसों में वृद्धि हुई है। लेकिन अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को महीने में चार बार के हिसाब से समय पर एंटी रेबीज टीका लगाकर उचित परामर्श दी जा रही है।
डॉ. देवेंद्र रावत, इमरजेंसी मेडिसिन फिजिशियन, शांति प्रपन्न शर्मा राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश।
शिकायत मिलने या मालिक एवं अन्य शुभचिंतक के द्वारा कुत्ते को लाने पर उसकी नसबंदी कर उसे एंटी रेबीज टीका लगाया जा रहा है। अप्रैल से सितंबर के बीच करीब 20 कुत्तों की नसबंदी हुई है और लगभग 300 कुत्तों को एंटी रेबीज टीका लगाया गया है, जिसमें पालतू कुत्ते भी शामिल हैं।
डॉ. अमित वर्मा, पशु चिकित्साधिकारी, ऋषिकेश।