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ऋषिकेश: खदरी खड़क माफ में पिंजरे में कैद हुआ शावक, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस, मौके पर उमड़ी भीड़; तस्वीरें

श्यामपुर न्याय पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत वीर चंद्र सिंह गढ़वाली नगर के समीप लगाए गए पिंजरे में बुधवार की सुबह एक शावक कैद हो गया। वन विभाग की टीम ने शावक को मालसी डियर पार्क देहरादून भेज दिया है। मादा गुलदार तीन शावक के साथ आबादी क्षेत्र में सक्रिय थीं।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 01 Dec 2021 09:53 PM (IST)
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ऋषिकेश: खदरी खड़क माफ में पिंजरे में गुलदार हुआ गुलदार।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: श्यामपुर न्याय पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत वीर चंद्र सिंह गढ़वाली नगर के समीप लगाए गए पिंजरे में बुधवार की सुबह एक शावक कैद हो गया। वन विभाग की टीम ने शावक को मालसी डियर पार्क देहरादून भेज दिया है। मादा गुलदार अपने तीन शावक के साथ आबादी क्षेत्र में सक्रिय थीं। इसमें मादा गुलदार व एक शावक पूर्व में पिंजरे में कैद हो गए थे। जबकि दो शावक का पता नहीं चल पा रहा था। अब शेष एक शावक की वन विभाग तलाश कर रहा है।

खदरी खड़कमाफ ग्राम पंचायत क्षेत्र में पिछले एक वर्ष से एक गुलदार परिवार से ग्रामीण काफी भयभीत थे। क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों में गुलदार परिवार की कई फोटो कैद हो चुकी थी।

करीब तीन माह पूर्व वन विभाग रेंज कार्यालय की ओर से लगाए गए पिंजरे में मादा गुलदार कैद हुई थी। उसके कुछ सप्ताह बाद एक शावक पिंजरे में कैद हो गया था। बावजूद इसके गुलदार क्षेत्र में नजर आ रहा था। जिसके लिए चंद्र सिंह गढ़वाली नगर मोटा प्लाट के समीप पिंजरा लगाया गया था। बुधवार की सुबह करीब छह बजे इस पिंजरे में शावक कैद हो गया।

रेंज अधिकारी रावत ने बताया कि शावक पूरी तरह स्वस्थ है। उसे मालसी डियर पार्क देहरादून भिजवा दिया गया है। जहां वरिष्ठ पशु चिकित्सक व पार्क प्रभारी डा. राकेश नौटियाल के साथ टीम शावक की देखभाल कर रही है। 

उन्होंने बताया कि क्षेत्र से मिले सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के मुताबिक अभी एक और शावक क्षेत्र में सक्रिय है। जिसे पकड़ने के लिए फिर से पिंजरा लगा दिया गया है।

सीसीटीवी कैमरे बन रहे मददगार

खदरी खड़क माफ ग्राम पंचायत क्षेत्र में एक वर्ष पूर्व जब सड़क पर घूमने वाले पशु गायब होने लगे तो क्षेत्र में गुलदार के आमद की चर्चा होने लगी, गुलदार किसी ने देखा नहीं था। डोईवाला प्रखंड की क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान ने बताया कि इस वर्ष जनवरी माह में गुलदार प्रभावित क्षेत्र में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। जिसमें रात्रि का दृश्य भी स्पष्ट नजर आता है। करीब डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र कैमरे की निगरानी में आ गया। जनवरी माह में पहली मर्तबा खदरी लक्कड़ घाट मार्ग पर लगे कैमरे में गुलदार परिवार की फोटो कैद हुई। फोटो में एक वयस्क गुलदार के साथ तीन शावक नजर आ रहे थे। गुलदार परिवार की क्षेत्र में आमद से सभी लोग दहशत में थे। इस समस्या को तहसील दिवस में रखा गया था, इसके अतिरिक्त क्षेत्र पंचायत की बैठक में भी यह मामला वन विभाग के अधिकारियों के समक्ष उठाया गया था। अभी एक और शावक का पकड़ा जाना शेष है।

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