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उत्‍तराखंड की पांच खूबसूरत रोड ट्रिप्स, जहां के पहाड़ों के लुभावने नजारों के लिए आप फ्लाइट से आना छोड़ देंगे!

Road Trips in Uttarakhand आपको उत्‍तराखंड की ऐसी पांच रोड ट्रिप के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जा सकते हैं। उत्तराखंड की ये पांच रोड ट्रिप्स आपकी ट्रेवल बकेट लिस्ट में जरूर होनी चाहिए।

By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sat, 27 Aug 2022 11:50 AM (IST)
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Road Trips in Uttarakhand : लुभावने नजारों से रूबरू करवाती हैं उत्‍तराखंड की पांच खूबसूरत रोड ट्रिप्स। फोटो- tripoto.com

टीम जागरण, देहरादून : Road Trips in Uttarakhand : हवाई जहाज और ट्रेन ने सफर को आसान जरूर बना दिया है। चंद घंटों में हम अपनी मंजिल तक तो पहुंच जाते हैं, लेकिन खूबसूरत नजारों से महरूम रह जाते हैं। दूसरी ओर रोड ट्रिप लंबी जरूर होती है, लेकिन लुभावने नजारों और यादों से रूबरू करवाती है।

आज हम आपको उत्‍तराखंड की ऐसी पांच रोड ट्रिप के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जा सकते हैं। इस दौरान आप खूबसूरत नजारों को अपनी यादों में कैद कर पाएंगे और यहां की वादियों की प्राकृतिक सुंदरता को नजदीकी से देख पाएंगे। लेकिन एक बात ध्‍यान रखेंं, यहां आते वक्‍त कुछ गर्म कपड़े भी अपने साथ रखें। क्‍योंकि जरा सी बारिश के बाद यहां ठंड बढ़ जाती है। उत्तराखंड की ये पांच रोड ट्रिप्स आपकी ट्रेवल बकेट लिस्ट में जरूर होनी चाहिए।

औली (Auli)

  • औली उत्‍तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। औली जोशीमठ से करीब 14 किमी दूर स्थित है।
  • औली विशाल स्‍कीइंग स्‍लॉप के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां साल भर पर्यटकों के आने का सिलसिला रहता है।
  • पर्यटक बाइक और अपने चौपहिया वाहन से यहां आते हैं और प्रकृति की सुंदरता के बीच यादगार पल गुजारते हैं।
  • स्‍नो फॉल देखने के लिए तो यहां औली अक्‍सर पर्यटकों से पैक रहता है।
  • औली की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने के लिए तीन से चार दिन का रोड ट्रिप प्‍लान कर सकते हैं।
  • यहां आने से लिए अप्रैल से जून और नवंबर से फरवरी का समय बेहतर रहता है।

कैसे पहुंचें औली

अपने वाहन से देहरादून पहुंचने के बाद आप औली का रुख कर सकते हैं। औली सिर्फ सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है। देहरादून से औली के बीच की दूरी 295 किमी. के करीब है। आप नीचे दिए गए रूट को फॉलो कर सकते हैं :

दिल्ली – गाजियाबाद – मुजफ्फर नगर – रुड़की – मंगलौर – बहादराबाद – हरिद्वार – ऋषिकेश – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – कर्णप्रयाग – गोपेश्वर – पीपलकोटी – गुलाबकोटी – जोशीमठ – औली

चकराता (Chakrata)

  • रोजमर्रा के महानगरों के शोर से दूर कुछ पल शांति में बिताने वालों के लिए यह ठिकाना खास है।
  • देहरादून जिले के जौनसार बावर क्षेत्र में पड़ने वाला यह पर्यटक स्‍थल ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सामाजिक और सांस्कृतिक वैभव से भरपूर है।
  • जौनसार-बावर का इलाका 463 वर्ग मील में फैला हुआ है।
  • सामारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चकराता छावनी क्षेत्र चीन व नेपाल सीमा के नजदीक पड़ता है, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से यहां घूमने के लिए उन्हें चकराता छावनी कमांडेंट से विशेष अनुमति लेनी पड़ती है।

कैसे पहुंचें चकराता

उत्‍तराखंड की राजधानी देहरादून से चकरात करीब 87 किमी दूर है। अगर आप बाइक या कार से चकराता ट्रिप पर जाने का प्लान कर रहे हैं, तो प्राकृतिक खूबसूरती को नजदीके से देख पाएंगे। दिल्ली से चकराता की दूरी करीब 300 किमी. के आसपास पड़ेगी। दिल्ली से चकराता जाने वाले रूट के बारे में नीचे बताया गया है :

दिल्ली – अगरौला – मंडौला – बागपत – बड़ौर – ऐलम – बलवा – सिल्वर – ननौता – गवालीरा – ताजपुरा – बेहात – मिर्जापुर पोल – विकासनगर – कालसी – सहिया – चकराता

टिहरी (Tehri)

  • उत्‍तराखंड का टिहरी जिला प्रदेश के पर्यटन जिलों में से एक है। यहां पवित्र और धार्मिक स्थानों के साथ-साथ साहसिक पर्यटन स्थल भी हैं।
  • देहरादून में आने वाले पर्यटक टिहरी भी जाना पसंद करते हैं।
  • टिहरी जिले में धनोल्‍टी हिल स्‍टेशन स्थित है। जहां सप्‍ताहंत और साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
  • इसके साथ ही टिहरी डैम पर साहसिक पर्यटन पसंद करने वालों के लिए भी कई ऑप्‍शन हैं।

कैसे पहुंचें टिहरी

नई टिहरी से देहरादून की दूरी 152 किमी है। यह राज्य के अधिकांश प्रमुख शहरों जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून के साथ जुड़ा हुआ है। टिहरी के लिए देहरादून सहित अन्‍य शहरों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

चोपता (Chopta)

  • चोपता उत्‍तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। चोपता को ‘भारत में मिनी स्विट्जरलैंड’के नाम से भी पहचान मिली हुए है।
  • चोपता समुद्र तल से 8556 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। चोपता बहुत खूबसूरत हिल स्टेशन है।
  • चोपता में दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर तुंगनाथ भी स्थित है।
  • चोपता ट्रैकिंग, हाइकिंग, माउंटेन साइकिल और एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए उपयुक्‍त जगह है।
  • चोपता तुंगनाथ और चंद्रशिला ट्रेक के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

कैसे पहुंचें चोपता

चोपता से दिल्ली की दूरी 425 किलोमीटर है। दिल्ली से चोपता पहुंचने में 11 से 12 घंटे का समय लग सकता है। चोपता से देहरादून की दूरी करीब 198 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से दिल्‍ली पहुंचने का रूट नीचे दिया गया है :

दिल्ली - ऋषिकेश - देवप्रयाग - श्री नगर - रुद्रप्रयाग - अगत्स्यमुनि - कुंड - उखीमठ - मनसूना - बनियाकुंड - चोपता

लैंसडौन (Lansdowne)

  • समुद्रतल से 6250 फीट की ऊंचाई पर स्थित पर्यटन नगरी लैंसडौन उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले में स्थित है।
  • पर्यटन नगरी लैंसडौन तेजी से धुमक्कड़ी पर्यटकों के बीच अपनी नई पहचान बना रही है।
  • यहां से स्पष्ट रूप से हिमालय पर्वतमाला के दृश्य ले सकते हैं।
  • यहां वॉर मेमोरियल और गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल संग्रहालय भी स्थित हैं।
  • टिप एन टॉप लैंसडाउन में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
  • भुल्ला झील एक मानव निर्मित कृत्रिम झील है। इसका नाम गढ़वाली भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ 'छोटे भाई' से है।

कैसे पहुंचें लैंसडौन

लैंसडौन घूमने के लिए आप दो से तीन दिन की ट्रिप प्‍लान कर सकते हैं। पौड़ी सड़क मार्ग से देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, कोटद्वार और अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्‍ली से लैंसडौन करीब 259 किमी की दूरी पर स्थित है। देहरादून से लैंसडौन करीब 169 किमी की दूरी पर स्थित है। लैंसडौन कोटद्वार से करीब चालीस किलोमीटर दूर है। यहां तक अपने वाहन से करीब एक घंटे में पहुंचा जा सकता है।