यहां की सड़कों पर चलें जरा संभलकर, नालियों का पता नहीं
नगर निगम में पहली बार शामिल हुए नथुवावाला क्षेत्र में यूं तो समस्याओं का अंबार है, लेकिन यहां के बाशिदें जिससे सबसे ज्यादा खस्ताहाल सड़कों से परेशान हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Fri, 04 Jan 2019 04:33 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। नगर निगम में पहली बार शामिल हुए नथुवावाला क्षेत्र में यूं तो समस्याओं का अंबार है, लेकिन यहां के बाशिदें जिससे सबसे ज्यादा खस्ताहाल सड़कों से परेशान हैं।
मुख्य सड़क के साथ ही कॉलोनियों में सड़कों की स्थिति इतनी बदतर है कि घरों तक गैस और कूड़ा उठान के वाहन तक नहीं पहुंचते। इसके साथ ही साफ-सफाई न होना, क्षतिग्रस्त नालियां, लो-वोल्टेज और खराब स्ट्रीट लाइटों की समस्या भी सिस्टम को मुंह चिढ़ा रही हैं।वार्ड नंबर सौ नथुवावाला डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसी वजह से यहां सुविधाओं का न होना और खलता है, क्योंकि यह मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र है। अब इसे उपेक्षा कहें या विभागों की लापरवाही कि यहां के लोग सड़क, स्वास्थ्य, बिजली, सफाई आदि मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं।
मेन रोड से सटी माधव विहार, बद्री विशाल कॉलोनी, अमन विहार, कृष्ण विहार सहित तमाम क्षेत्रों में तो एक तो सड़कें काफी संकरी हैं। ऊपर से इनकी दशा इतनी खराब है कि वाहन से चलना तो दूर पैदल चलने वालों को भी दिक्कतें पेश आती हैं।
कृष्ण विहार और माधव विहार की सड़क तो इस समय भी बिन बरसात के पानी और कीचड़ से सराबोर है। कारण यह कि दोनों ओर की नालियां क्षतिग्रस्त हैं और गंदा पानी सड़क पर बहता है। खस्ताहाल सड़कों के कारण ही यहां गैस और कूड़े के वाहन नहीं पहुंचते। लोगों को मुख्य मार्ग पर पहुंचकर ही गैस सिलेंडर नसीब होता है।
साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा उठान सेवा भी घरों तक नहीं पहुंच पाती, ऐसे में लोगों को कूड़े के बैग मुख्य सड़क तक लादकर लाने पड़ते हैं। स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था न होने के कारण यहां रात को वाहन चलाना तो खतरनाक हो ही जाता है, पैदल चलने वाले भी जान हथेली में रखकर चलने को मजबूर हैं। कई जगह सड़कों के किनारे नालियों का भी नामो निशान नहीं है।क्षेत्रवासियों की माने तो कई बार इस संबंध में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। मुख्य सड़क के साथ ही कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां बरसात में लोग जल भराव की समस्या से त्रस्त रहते हैं। वजह, सड़क की ऊंचाई घरों के आंगन से अधिक हो जाना है।
बरसात में जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। इसके अतिरिक्त लो-वोल्टेज की समस्या, गंदगी की समस्या, बिजली के आड़े-तिरछे पोल, पेयजल, स्वास्थ सुविधा की समस्या से यहां के बाशिंदे काफी परेशान हैं।
स्थानीय लोगों का तर्क कालिंदी विहार निवासी ओम प्रकाश सुंद्रियाल के अनुसार कॉलोनी की सबसे बड़ी समस्या जलभराव की है। यहां सड़क की ऊंचाई लोगों के घरों से काफी ऊंची हो गई है। सड़क के दोनों ओर नालियां न होने के कारण जल की निकासी नहीं हो पाती। जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कालिंदी विहार निवासी बीडी भट्ट के मुताबिक यहां पेयजल की भी समस्या बनी हुई है। सुबह और शाम को पानी कई बार आता ही नहीं। रात के समय केवल दो घंटे पानी की आपूर्ति की जाती है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।कालिंदी विहार निवासी जेएस राणा कहते हैं कि क्षेत्र में बिजली के आड़े-तिरछे पोल हादसों का सबब बने हुए हैं, साथ ही कई स्थानों पर बिजली के तार भी झूल रहे हैं। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार बिजली विभाग के कर्मचारियों को पोल बदलने के लिए कहा गया, लेकिन आज तक पोल नहीं बदले गए हैं।
माधव विहार निवासी दीपा रावत के अनुसार क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या सड़क की है। सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है, कि पैदल चलने में भी परेशानी होती है। हजारों लोग दिन-रात इन सड़कों पर चलते हैं और रोज कोई न कोई गिरकर चोटिल होता है। शिकायत के बाद भी समाधान नहीं हो पाया। बद्री विशाल कॉलोनी निवासी लक्ष्मी नेगी का कहना है कि क्षेत्र में काफी समय से लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। जिससे काफी परेशानी होती है, विद्युत उपकरण ठीक से नहीं चल पाते। वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। कई बार शिकायत के बाद यहां के लिए एक ट्रांसफर स्वीकृत हुआ है, लेकिन अभी तक ट्रांसफर लगा नहीं है। पानी की लाइन भी हाल ही में बनी है।
कष्ण विहार निवासी बतीता चौधरी के मुताबिक कॉलोनी की दशा इतनी खराब है कि यहां गैस और कूड़े के वाहन तक नहीं पहुंच पाते। किसी तरह वाहनों से कॉलोनीवासी अपने घर तक पहुंचते हैं। पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो रखी है। कई बार जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
अमन विहार निवासी सावित्री लिंगवाल का कहना है कि यहां बिजली के पोल बेतरतीब ढंग से लगे हुए हैं। उनके आंगन में ही बिजली का पोल है और घर के ऊपर से लाइन गुजर रही है। घर के आंगन से पोल हटाने के लिए कई बार बिजली विभाग से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ। हर समय जिंगदी खतरे में रहती है। हर्षपाल सिंह गुसाईं बताते हैं कि यहां कई जगह सड़क पर अतिक्रमण भी किया गया है। बिजली के पोल भी सड़क के बीच में हैं, जिससे हमेशा एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। एक जगह तो सड़क के दोनों ओर चार फीट के अंतराल में पोल लगाए गए हैं। जिससे भारी वाहन यहां से नहीं गुजर पाते। कई बार पोल हटाने के लिए कहा, लेकिन समस्या जस की तस है। राजेश्वरी नगर की प्रिया बिष्ट के मुताबिक यहां सड़क की हालत इतनी खराब है कि उन्हें स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क पर कीचड़ होने के कारण स्कूल जाते समय कपड़े खराब हो जाते हैं। बारिश में तो सड़क पर चलना दूभर हो जाता है। अमन विहार निवासी नवीन पोखरियाल का कहना है कि क्षेत्र में नालियों के साथ ही कूड़े की समस्या है। हालांकि, कूड़े का वाहन रोज सुबह आता है, लेकिन लोग वाहन में कूड़ा डालने के बजाए सड़क के किनारे और गन्ने के खेतों में कूड़ा डाल देते हैं। सड़कों की स्थित काफी खराब है।नथुवावाला वार्ड की पार्षद स्वाति डोभाल के अनुसार वार्ड में बिजली, पानी, सड़क, स्ट्रीट लाइट, स्वास्थ्य सहित तमाम मूलभूत समस्याएं बनी हुई है। क्षेत्र पहली बार नगर निगम में शामिल हुआ है। इसलिए नगर निगम के माध्यम से अब इन सभी समस्याओं को दूर करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। समस्याओं को लेकर संघर्ष करती रही हूं और आगे भी करती रहूंगी।यह भी पढ़ें: नगर निगम से जुड़े नए क्षेत्र की हकीकत, अतिक्रमण और गंदगी से परेशान वाशिंदेयह भी पढ़ें: पानी को तरस रहे यहां के लोग, खराब स्ट्रीट लाइट, टूटी नाली से मुसीबतयह भी पढ़ें: दून की अंधेरी और गंदी सड़कों पर चल रहे सवा दो लाख ग्रामीण
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