रोडवेज कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार, पहाड़ पर बस सेवाएं ठप
सूबे में रोडवेज के करीब चार हजार कर्मचारियों ने मंगलवार सुबह से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। इससे आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 07 Aug 2018 12:10 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: वेतन समय पर देने और अन्य मांगों को लेकर रोडवेज के करीब चार हजार कर्मचारियों ने मंगलवार सुबह से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले हो रहे आंदोलन से राज्य के पर्वतीय मार्गों पर बस संचालन पूरी तरह ठप पड़ गया है।
पर्वतीय डिपो से सुबह गोपेश्वर, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, श्रीनगर समेत अन्य पर्वतीय मार्गों पर जाने वाली बसें नहीं गयी, जिससे यात्री परेशान रहे। इन यात्रियों ने मैक्सी कैब का सहारा लिया। इसके अलावा ज्यादातर कार्यशाला और कार्यलयों में भी कामकाज ठप पड़ सकता है। परिषद के ज्यादातर सदस्य नियमित कर्मचारी हैं और पर्वतीय मार्गों पर सेवाएं देते हैं। इसके साथ ही राज्य से बाहर जाने वाली कुछ बसों का संचालन भी रुकने के आसार हैं। कार्य बहिष्कार का बड़ा असर दोपहर तक सामने आएगा।
ऋषिकेश में कांवड़ियों ने बस टर्मिनल कंपाउंड में किया हंगामाहरिद्वार के लिए बस ना मिलने पर कांवड़ियों ने बस टर्मिनल कंपाउंड में हंगामा किया। भीड़ में शामिल उपद्रवी रोडवेज बस अड्डे के गेट पर जमा होकर अंदर आने वाली बसों को रोकने लगे। कांवड़ यात्रा के लिए प्रशासन के निर्देश पर लोकल सयुंक्त रोटेशन के द्वारा 4 बस हरिद्वार के लिए लगाई गई है। कांवड़िये के द्वारा एक बस चालक को पीटे जाने के खिलाफ बस चालकों ने जाने से इंकार कर दिया।
मंगलवार की सुबह कांवड़िये रोडवेज बस अड्डे के गेट पर बैठ गए। अंदर आने वाली बसों को रोकने लगे। देहरादून रोड पर जाने वाले छात्र छात्राओं और कर्मचारियों को भारी दिक्कतों सामना करना पड़ा। इस बीच गुस्साए आसपास के परिवहन व्यवसाइयों और व्यापारियों ने लाठी-डंडे निकाल लिए और इन कावड़ियों को यहां से खदेड़ा। पुलिस ने किसी तरह से बीच बचाव कर स्थिति को सामान्य किया।
कार्य बहिष्कार से बसों का संचालन प्रभावितहल्द्वानी में रोडवेज संयुक्त कर्मचारी परिषद का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आज से शुरू हो चुका है। जिसके चलते बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ। माह के प्रथम सप्ताह में सैलरी भुगतान, विशेष श्रेणी कर्मियों को न्यूनतम 18000 वेतन देने समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर परिषद लंबे समय से मुखर है। कार्य बहिष्कार का ज्यादा असर काठगोदाम डिपो की बसों पर रहा। दस बजे तक काठगोदाम डिपो की मात्र दो बसे रूट पर गई। वहीं वर्कशॉप में परिषद से जुड़े कर्मियों की संख्या ज्यादा होने के कारण बसों की मरम्मत का काम भी अटक गया। शाखा मंत्री आन सिंह जीना ने बताया कि मांगे पूरी होने तक कर्मचारी काम नहीं करेंगे।
पिथौरागढ़ में भी दिखा कार्य बहिष्कार का असररोडवेज कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार का सुबह 9 बजे बाद असर शुरू। सुबह की सभी बसें गंतव्य को गई। 9 बजे के बाद से अधिकांश कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के बाद बसों का संचालन प्रभावित हो चुका है। 9 बजे बाद चलने वाली बसे डिपो में खड़ी हैं।
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