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उत्तराखंड में 95 दिन बाद चलीं रोडवेज बसें, 1400 ने किया सफर

गुरुवार को उत्तराखंड परिवहन निगम ने 60 से अधिक रूट पर 93 बसों का संचालन किया। इसमें करीब 1400 यात्रियों ने सफर किया।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Thu, 25 Jun 2020 09:32 PM (IST)
उत्तराखंड में 95 दिन बाद चलीं रोडवेज बसें, 1400 ने किया सफर
देहरादून, जेएनएन। 22 मार्च को जनता कफ्र्यू से जाम चल रहे रोडवेज के पहिये अब घूमने लगे हैं। गुरुवार को उत्तराखंड परिवहन निगम ने 60 से अधिक रूट पर 93 बसों का संचालन किया। इसमें करीब 1400 यात्रियों ने सफर किया। हालांकि, अपनी लंबित मांगों के चलते निजी बस ऑपरेटर जीएमओ व टीजीएमओ ने बसों के संचालन से परहेज किया। ऐसे में गढ़वाल के तमाम रूट पर यात्रियों की उम्मीद के विपरीत बसों का संचालन नहीं हो पाया।

उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालक) दीपक जैन ने बताया कि गुरुवार को शासन की एसओपी के क्रम में ही बसों का संचालन किया गया। सभी प्रमुख रूटों पर बसें चलाई गई और 50 फीसद सीट क्षमता के हिसाब से यात्रियों का बैठाया गया। इसके मुताबिक बसों में करीब 2500 सीट यात्रियों के लिए उपलब्ध थीं, मगर पहले दिन 1400 के लगभग ही यात्री सवार हो पाए। बसों के संचालन का यह पहला दिन था। शायद इसी कारण अभी यात्रियों की क्षमता कम रही। फिर भी पहले दिन के हिसाब से यह संख्या ठीक है। आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। उधर, निगम के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि अभी कुछ दिन 93 बसों का संचालन ही किया जाएगा। इसके बाद यात्रियों के हिसाब से बसों की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। सभी डिपो प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वह बसों में उचित सैनिटाइजेशन कराते रहें और कार्मिकों समेत यात्रियों से भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराएं। 

ऋषिकेश से सुबह चार बसें हुई रवाना 

नई गाइडलाइन के तहत ऋषिकेश डिपो से गुरुवार से परिवहन निगम की 15 बस सेवा शुरू की गई है। सुबह नौ बजे तक रुड़की, उत्तरकाशी पौड़ी और गोपेश्वर के लिए एक एक बस सेवा यहां से रवाना की गई है। शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए 50 प्रतिशत सवारी संख्या पर बसों का संचालन होना है। 

पहले दिन बसों में सवारिया पूरी नहीं हो पाई, मगर डिपो से रूट पर चलने वाली सेवाओं को जारी रखा गया है। देहरादून हरिद्वार के लिए भी नियमित सेवा शुरू की गई है। परिवहन निगम के उप महाप्रबंधक पीके भारती ने बताया कि बस किराए में प्रति किलोमीटर को दोगुना किया गया है। शेष यात्री कर, बीमा, यात्री सुविधा कर में कोई वृद्धि नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश देहरादून रूट पर पांच, ऋषिकेश हरिद्वार रुट पर पांच, गोपेश्वर उत्तरकाशी पौड़ी के लिए एक एक बस सेवा उपलब्ध कराई गई है। दो बस सेवाएं अतिरिक्त रखी गई है।

रुड़की से पहली बस देहरादून के लिए रवाना 

रुड़की में लंबे समय के बाद रुड़की डिपो से बसों का संचालन शुरू हो गया है। सुबह के समय रुड़की बस अड्डे से देहरादून के लिए सुबह 7:00 बजे पहली बस रवाना की गई। इस दौरान प्रत्येक यात्री के थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। इसके अलावा बिना मास्क के किसी को भी यात्रा नहीं करने नहीं दिया जा रहा है। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी विवेक कपूर ने बताया कि सुबह के समय रुड़की से देहरादून के लिए 15 सवारियां गई हैं। 

सब्जी व्यापारियों को नहीं मिली जगह 

ऋषिकेश में चार धाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में शिफ्ट की गई सब्जी मंडी गुरुवार को नहीं लग पाई। फुटकर विक्रेता हालांकि सामान बेचने के लिए आए थे। इनका आरोप है कि पूरे परिसर में जगह जगह बस खड़ी हो गई है। सब्जी बेचने के लिए जगह ही नहीं बची है। यह सभी विक्रेता अपना सामान लेकर यहां से लौट गए। 

फल एवं सब्जी फुटकर विक्रेता संघ के अध्यक्ष राजू गुप्ता ने बताया कि नगर निगम प्रशासन ने पर्यटन ऑफिस के पास फल सब्जी की  दुकानें लगाने के लिए कहा था। निगम के द्वारा वहां कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जो जगह नगर निगम ने बताई थी वहां भी बसें खड़ी है। ऐसी स्थिति में यहां सामान बेचना संभव नहीं हो पा रहा है। 

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उन्होंने कहा कि पुरानी सब्जी मंडी में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। व्यापारी इस बात के लिए भी तैयार है कि सड़क के दोनों किनारे एक दिन छोड़कर दुकान खोलने की भी अनुमति मिलती है तो व्यापारी काम चला लेंगे। फुटकर  सब्जी मंडी ना लगने से यहां प्रतिदिन खरीदारी के लिए आने वाले लोगों को खाली लौटना पड़ा।

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