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गंगोत्री, पौड़ी और उत्तरकाशी के लिए चलेंगी रोडवेज बसें; जानें- चालक और यात्रियों के लिए गाइडलाइन

रोडवेज बसों का संचालन गुरुवार से फिर शुरू हो जाएगा। पहले चरण में 84 रूटों पर पचास फीसद यात्रियों की संख्या के साथ बस का संचालन किया जाएगा।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 24 Jun 2020 09:07 PM (IST)
गंगोत्री, पौड़ी और उत्तरकाशी के लिए चलेंगी रोडवेज बसें; जानें- चालक और यात्रियों के लिए गाइडलाइन
देहरादून, जेएनएन। राज्य में कोरोना के चलते 22 मार्च से बंद रोडवेज बसों का संचालन गुरुवार से फिर शुरू हो जाएगा। पहले चरण में 84 रूटों पर पचास फीसद यात्रियों की संख्या के साथ बस का संचालन किया जाएगा। सरकार ने किराया दोगुना करने का आदेश जारी कर दिया है, लेकिन रोडवेज प्रबंधन ने मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए किराए में 67 फीसद की ही बढ़ोत्तरी की है। स्थानीय मार्गों के साथ ही रोडवेज बसें पर्वतीय मार्गों पर भी दौड़ेंगी। इनमें हरिद्वार-गंगोत्री, देहरादून-जोशीमठ और ऋषिकेश-उत्तरकाशी बस सेवा भी शामिल हैं। इसके अलावा ऋषिकेश, मसूरी, हरिद्वार और विकासनगर जैसे स्थानीय मार्गों पर भी बसें संचालित की जाएंगी। रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि यात्रियों की संख्या के अनुसार बसें चलाई जाएंगी। अगर यात्री नहीं होंगे तो उस मार्ग की बस का फेरा हटा दिया जाएगा। इसके अलावा अगर किसी मार्ग पर यात्रियों की डिमांड होगी तो वहां पर बस संचालन का फैसला लिया जाएगा। सभी डिपो में बसों को दुरुस्त कराने के आदेश दिए गए हैं।

नहीं किया दोगुना किराया

सरकार ने व्यवसायिक वाहनों का किराया दोगुना करने के आदेश जारी कर दिए, मगर रोडवेज ने किराया 67 फीसद ही बढ़ाने का निर्णय लिया है। दरअसल, फरवरी में राज्य परिवहन प्राधिकरण ने मैदानी मार्ग पर बसों का मूल किराया बढ़ाकर 1.05 रुपये प्रति किमी और पर्वतीय मार्गों पर 1.50 रुपये कर दिया था। रोडवेज को इसमें 20 फीसद बढ़ोत्तरी की छूट दी गई थी। जिसके बाद रोडवेज ने मैदानी मार्गों पर बसों का किराया 1.26 रुपये प्रति किमी और पर्वतीय मार्गों पर 1.80 रुपये प्रति किमी कर दिया। निजी बसों की अपेक्षा रोडवेज का किराया पहले ही बीस फीसद ज्यादा है। अब रोडवेज ने किराया दोगुना न करते हुए मूल किराए को ही दोगुना माना है। यानी रोडवेज के मौजूदा किराए में केवल 67 फीसद वृद्धि होगी।

अभी नहीं चलेंगी डीलक्स बसें

अंतरराज्यीय संचालन शुरू न होने और यात्रियों की उपलब्धता न होने का आंकलन कर रोडवेज प्रबंधन ने अभी डीलक्स बसों का संचालन न करने का फैसला किया है। अभी केवल साधारण बसें ही शुरू की जा रही हैं, वे भी प्रदेश के भीतरी मार्गों पर। फिलहाल देहरादून मंडल में 37 साधारण बसें, नैनीताल में 36 और टनकपुर मंडल में 10 साधारण बसें संचालित करने के आदेश दिए गए हैं।

इन मार्गों पर दौड़ेंगी बसें

देहरादून मंडल

पर्वतीय डिपो: दून-मसूरी, दून-बड़कोट, दून से पुरोला-जखोल, दून-टिहरी, दून से उत्तरकाशी, दून-जोशीमठ, दून-बीरोंखाल, दून-श्रीनगर, सहिया-दून-हरिद्वार, कालसी से देहरादून-हरिद्वार।

ग्रामीण डिपो: दून-हरिद्वार, दून-कालसी, दून-विकासनगर।

जेएनएनयूआरएम डिपो दून: दून-ऋषिकेश और दून-ऋषिकेश एम्स।

बी डिपो: दून-रुड़की।

ऋषिकेश डिपो: ऋषिकेश-दून, ऋषिकेश-हरिद्वार, ऋषिकेश-गोपेश्वर, ऋषिकेश-उत्तरकाशी, ऋषिकेश-पौड़ी।

हरिद्वार डिपो: हरिद्वार-भटवाड़ी, हरिद्वार से जोशीमठ, हरिद्वार-दून-रोहड़ू उत्तराखंड की सीमा तक, हरिद्वार-गंगोत्री, हरिद्वार-दून, हरिद्वार-ऋषिकेश और हरिद्वार-रुड़की-नारसन। जेएनएनयूआरएम हरिद्वार डिपो: हरिद्वार से लक्सर-बिरला, हरिद्वार-ऋषिकेश एम्स, हरिद्वार-रुड़की-देहरादून, हरिद्वार-लक्सर होते हुए देहरादून, हरिद्वार-चुड़ियाला, हरिद्वार से रुड़की-झबरेड़ा, हरिद्वार से रुड़की-नारसन।

रुड़की डिपो: रुड़की-देहरादून, रुड़की से हरिद्वार-ऋषिकेश।

नैनीताल मंडल

रानीखेत डिपो: रानीखेत-हल्द्वानी और रानीखेत-रामनगर।

अल्मोड़ा डिपो: अल्मोड़ा-अटपेशिया, अल्मोड़ा-बागेश्वर, अल्मोड़ा-टनकपुर और अल्मोड़ा-हल्द्वानी।

भवाली डिपो: भवाली-नैनीताल-चनौती, भवाली-नैनीताल-नौकुचियाताल, भवाली से नैनीताल-घोड़ाखाल।

रामनगर डिपो: रामनगर-टनकपुर, रामनगर-हल्द्वानी, रामनगर-नैनीताल और रामनगर-काशीपुर।

काशीपुर डिपो: काशीपुर-टनकपुर, काशीपुर-किच्छा, काशीपुर-बाजपुर से हल्द्वानी, काशीपुर-हल्द्वानी।

रुद्रपुर डिपो: रुद्रपुर-हल्द्वानी, रुद्रपुर से टनकपुर, रुद्रपुर-हल्द्वानी-टनकपुर, रुद्रपुर से काशीपुर-खटीमा।

हल्द्वानी डिपो: हल्द्वानी-नैनीताल, हल्द्वानी-चनौती, हल्द्वानी-बबियाड़, हल्द्वानी-जंगलियागांव, हल्द्वानी-पिथौरागढ़, हल्द्वानी-दुनागिरी-कुकुछीना, हल्द्वानी से टनकपुर, हल्द्वानी-चोरगलिया-टनकपुर।

काठगोदाम डिपो: काठगोदाम-टनकपुर और काठगोदाम-नैनीताल।

जेएनएनयूआरएम काठगोदाम: काठगोदाम-नैनीताल, काठगोदाम-जसपुर, काठगोदाम-चोरगलिया-टनकपुर और हल्द्वानी-रुद्रपुर।

टनकपुर मंडल

टनकपुर डिपो: टनकपुर-हल्द्वानी, टनकपुर-नैनीताल, टनकपुर-चोरगलिया से हल्द्वानी और टनकपुर-काशीपुर।

लोहाघाट डिपो: लोहाघाट-हल्द्वानी और लोहाघाट-नैनीताल।

पिथौरागढ़ डिपो: पिथौरागढ़-अल्मोड़ा, पिथौरागढ़-हल्द्वानी, पिथौरागढ़-नैनीताल और पिथौरागढ़-धारचूला-टनकपुर।

बस स्टॉफ के लिए गाइड-लाइन

  • संचालन से पूर्व डिपो में बस को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा और बस की ड्यूटी स्लिप पर स्टेशन प्रभारी प्रमाणित भी करेंगे कि बस पूरी तरह सैनिटाइज है।
  • बस में चालक के पीछे का पूरा हिस्सा प्लास्टिक शीट से कवर किया जाएगा।
  • चालक-परिचालक को बस संचालन से पहले सैनिटाइजर, ग्लब्स, फेस-मॉस्क को उपयोग में लाना होगा।
  • बस स्टेशन पर पर्याप्त यात्री होने पर ही बस संचालित होगी, वरना उसका स्थगन कर दिया जाएगा।
  • अंतरराज्यीय बस संचालन शुरू होने पर परिचालक को यात्रियों का विवरण रखना होगा व लौटने के बाद में उसे डिपो में दर्ज कराना होगा।
  • सभी बस स्टेशन को रोजाना सैनिटाइज किया जाएगा।
  • कोई भी बस सेवा शाम सात बजे के बाद संचालित नहीं होगी।
  • निगम की प्रवर्तन टीम मार्गों पर चेकिंग करेगी कि नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।
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यात्रियों के लिए गाइडलाइन

  • यात्रियों को फेस-मॉस्क पहनना एवं शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। वरना यात्री को बस से उतार दिया जाएगा।
  • बसों के अंदर और बाहर फेस मॉस्क पहनना अनिवार्य है के स्टीकर लगेंगे।
  • यात्री को बैठाने से पूर्व परिचालक को उसके हाथ सैनिटाइज करने होंगे।
  • बस में सीटिंग क्षमता के अनुसार पचास फीसद यात्री ही बैठेंगे। तीन सवारी की सीट पर शारीरिक दूरी के साथ दो यात्री और दो सवारी वाली सीट पर एक ही यात्री बैठाया जाएगा।
  • बस स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी।
  • यात्रा के लिए नियमानुसार पंजीकरण की कार्रवाई यात्री को खुद करानी होगी। 
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