उत्तराखंड के रोडवेज कर्मियों को त्योहारी सीजन में मिलेगा नकद गिफ्ट
होली के मद्देनजर त्योहारी सीजन में यात्रा मार्गों पर बसों में तय किमी पूरे करने वाले रोडवेज चालकों व परिचालकों को निगम की तरफ से नकद राशि उपहार दी जाएगी।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 04 Mar 2020 08:59 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। होली के मद्देनजर त्योहारी सीजन में यात्रा मार्गों पर बसों में तय किमी पूरे करने वाले रोडवेज चालकों व परिचालकों को निगम की तरफ से नकद राशि उपहार दी जाएगी। इतना ही नहीं होली के दिन बसों पर डयूटी देने पर अलग से प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
होली पर बड़ी संख्या में रोडवेज चालक व परिचालक छुट्टी पर रहते हैं। कईं दफा चालक-परिचालक एक-एक हफ्ते तक भी डयूटी पर नहीं आते। ऐसे में रोडवेज द्वारा अपने कर्मियों को डयूटी पर लाने के लिए प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया गया है। प्रोत्साहन राशि की योजना पांच मार्च से पंद्रह मार्च तक कुल 11 दिन लागू मानी जाएगी। उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि मैदानी मार्गों पर चालक व परिचालक को इन 10 दिनों में कुल 2420 किमी की डयूटी देनी होगी। इसके अलावा पर्वतीय व मैदानी मिश्रित मार्ग पर यह सीमा 2000 किमी होगी जबकि पर्वतीय मार्ग पर 1800 किमी। निर्धारित किमी पूरे करने पर चालक व परिचालक को एक हजार रुपये की राशि प्रोत्साहन के रूप में मिलेगी। इस शर्त में एक दिन की छुट्टी मान्य होगी।
इसके अतिरिक्त 11 दिन लगातार डयूटी करने पर अलग शर्तें हैं। इन 11 दिन की डयूटी पर मैदानी मार्ग पर 2662 किमी की सीमा पूरी करने व मिश्रित मार्ग पर 2200 किमी जबकि पर्वतीय मार्ग पर 1980 किमी पूरे करने पर 1100 रुपये प्रत्येक चालक व परिचालक को दिए जाएंगे। इसमें शर्त रखी गई है कि 11 दिन में एक भी छुट्टी नहीं ली जाएगी। होली के दिन डयूटी करने पर सौ रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। ये योजना कार्यशाला, तकनीकी और लिपिकों आदि के लिए भी है। दस दिन डयूटी करने पर 750 रुपये मिलेंगे। बाह्य स्त्रोत कर्मी को 10 दिन डयूटी पर 500 रुपये मिलेंगे। महाप्रबंधक के अनुसार यदि 11 दिन की लगातार डयूटी में किसी नियमित कर्मी का साप्ताहिक अवकाश पड़ता है तो योजना पूरी होने के बाद उसे यह अवकाश दिया जाएगा।
रोडवेज में 14 एटीआई हटाए, नए तैनातरोडवेज में लंबे वक्त से एक ही पद पर डटे अफसरों को हिलाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इस क्रम में देहरादून मंडल में तैनात प्रवर्तन टीम के 14 सहायक यातायात निरीक्षकों को बस चेकिंग से हटाकर मूल पद कनिष्ठ लिपिक पर वापस भेज दिया गया है। साथ ही 14 कनिष्ठ लिपिकों को इनके बदले सहायक यातायात निरीक्षक बनाकर तैनाती भी दे दी गई है। अब नैनीताल एवं टनकपुर मंडल में भी यह कार्रवाई जल्द हो सकती है।
पिछले दिनों प्रवर्तन कार्य को लेकर की गई समीक्षा के बाद प्रबंध निदेशक चौहान ने ऐसे सभी सहायक यातायात निरीक्षक को हटाने के आदेश दिए थे, जिनके इस पद पर तीन साल पूरे हो चुके हैं। प्रबंध निदेशक ने किसी भी कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष और मंत्री को प्रवर्तन कार्य में न लगाने को कहा था। इसके बाद दून मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर ने तीन वर्ष पूरे कर चुके 14 सहायक यातायात निरीक्षक हटा दिए व नए तैनात कर दिए। आदेश दिए गए हैं कि अगर नए एटीआई द्वारा बसों के चेकिंग के कार्य से इन्कार किया गया तो इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि, एक ही पद पर डटे कुछ एटीआई के विरुद्ध लगातार शिकायतें आ रही थी। इनमें कुछ पर चालक-परिचालकों से सांठगांठ के आरोप भी लग रहे थे। इसके बाद ही प्रबंध निदेशक ने प्रवर्तन टीम की ओवर-हालिंग के आदेश दिए थे। ये एटीआई हटाए गए कोटद्वार डिपो से घनश्याम सिंह और सुनील कुमार, आइएसबीटी दिल्ली काउंटर से सत्यपाल सिंह व बृजपाल सिंह, रुड़की डिपो से ओमपाल सिंह व देवेंद्र कुमार, बी डिपो से सुनील कुमार गुप्ता व आनंदपाल, निगम मुख्यालय से शुक्रुवाल, संजय कुमार सैनी व विजय सिंह सैनी, जेएनएनयूआरएम डिपो हरिद्वार से राजकुमार गुप्ता और संजय शर्मा व ऋषिकेश डिपो से महेंद्र सिंह। इनमें शुक्रुलाल को हरिद्वार डिपो, संजय सैनी व विजय सैनी को रुड़की में कनिष्ठ लिपिक बनाकर भेजा गया है, जबकि शेष को उसी डिपो में कनिष्ठ लिपिक बना दिया गया है, जिसमें वह एटीआई थे।
ये बनाए गए नए एटीआईवरिष्ठता के जरिए 14 कनिष्ठ लिपिकों को एटीआई बनाया गया है। इनमें रुड़की डिपो से महकार सिंह एवं ग्रामीण डिपो से इसरार अली को आइएसबीटी दिल्ली, हरिद्वार डिपो से विनोद कुमार को कोटद्वार डिपो, ग्रामीण डिपो से तालेवर सिंह को जेएनएनयूआरएम हरिद्वार डिपो, ऋषिकेश डिपो से राजेश सैनी को निगम मुख्यालय और पर्वतीय डिपो से राजेश मल्होत्रा को ऋषिकेश डिपो सहायक यातायात निरीक्षक बनाकर भेजा गया।
साथ ही मंडलीय कार्यशाला से राकेश रांगड़ को ऋषिकेश डिपो व बी डिपो से रघुवीर सिंह को हरिद्वार डिपो और मंडलीय कार्यशाला से शेर सिंह को जेएनएनयूआरएम हरिद्वार भेजा गया। ऋषिकेश से विरेश कुमार त्यागी को मंडलीय कार्यालय देहरादून, ऋषिकेश से सुभाष कुमार को ग्रामीण डिपो, हरिद्वार से राजेंद्र सिंह व ऋषिकेश से रण कुमार को निगम मुख्यालय भेजा गया है। हरिद्वार के जेएनएनयूआरएम डिपो से रमेश चंद्र वर्मा को कोटद्वार डिपो भेजा गया है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के अंदर रोडवेज बसों में सफर करना हो गया महंगाऋषिकेश के एटीआई अटैचमंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर ने ऋषिकेश के एटीआई मुन्नालाल को अपने कार्यालय में अटैच करने के आदेश दिए हैं। मंडलीय कार्यालय से एटीआइ हरेंद्र कुमार को उनके बदले ऋषिकेश डिपो भेजा गया है।
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