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बिना नंबर की स्कूटी से सात थाना क्षेत्रों में बेधड़क घूमे लुटेरे Dehradun News

चेन लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों तक पहुंचने में सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को तगड़ा झटका दिया है। फुटेज में तीनों वारदातों में एक ही स्कूटी दिख रही है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 16 Jul 2019 09:26 AM (IST)
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बिना नंबर की स्कूटी से सात थाना क्षेत्रों में बेधड़क घूमे लुटेरे Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। रविवार को पांच घंटे के भीतर ताबड़तोड़ हुई मोबाइल व चेन लूट की सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों तक पहुंचने में सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को तगड़ा झटका दिया है। फुटेज में तीनों वारदातों में एक ही स्कूटी दिख रही है, लेकिन उस पर नंबर प्लेट ही नहीं लगी है। ऐसे में पुलिस की जांच पहले ही पायदान पर धड़ाम हो गई। हालांकि, स्कूटी के शहर में आने और वारदात को अंजाम देकर भागने के रूट पर लगे कैमरों से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस ने दावा तो किया है कि लुटेरों के बारे में अहम सुराग हाथ लगे हैं, लेकिन सोमवार को पूरा दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। इससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात यह कि दोनों लुटेरे हेलमेट लगाकर बिना नंबर की स्कूटी से शहर के सात थाना क्षेत्रों से गुजरे और कुछ स्थानों पर रुके भी, फिर भी पुलिस को उनकी हरकतों पर रत्तीभर शक नहीं हुआ।

 रविवार को दिन में 11 बजे नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में बंगाली कोठी के पास स्कूटी सवार बदमाशों ने चेन लूट का प्रयास किया। नाकाम रहने पर महिला का मोबाइल छीना और आइएसबीटी की ओर भाग निकले। आइएसबीटी के पास मोबाइल फेंक कर ब्राह्मणवाला जाने वाली गली में मुड़ गए। यहां से बदमाश सहारनपुर रोड पर माजरा में निकले और मेन रोड होते हुए सहारनपुर चौक पहुंचे। यहां बेकरी की दुकान पर खरीदारी कर रही निधि बजाज निवासी लेन नंबर 13 विजय पार्क एक्सटेंशन थाना वसंत विहार उनकी परिचित अभिनेत्री आयुषी जखमोला को टारगेट पर लिया और विजय पार्क में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे निधि की ओर फायर झोंक कर चेन लूट ली। इसके बाद बदमाश वापस कांवली रोड आकर बल्लूपुर, यमुना कॉलोनी होते हुए रायपुर की ओर निकल गए।

रायपुर में सवा चार बजे के करीब गढ़वाली कॉलोनी में बैंक कर्मी स्नेहलता को गन प्वाइंट पर लेकर सोने की चेन लूट ली। यहां छीना-झपटी में एक बदमाश का हेलमेट वहीं गिर गया, जिसे दोनों छोड़ कर भाग गए। पांच घंटे के भीतर हुई इन वारदातों के दौरान बदमाश नेहरू कॉलोनी, पटेलनगर, वसंत विहार, कैंट, शहर कोतवाली, डालनवाला और फिर रायपुर से गुजरे, जिसमें से तीन थाना क्षेत्रों में वारदात भी की। शहर घूम कर टारगेट की तलाश करने के दौरान दोनों बदमाश हेलमेट पहने रहे। इस पर बड़ा सवाल यह कि इससे ठीक 18 घंटे पहले वसंत विहार के जीएमएस रोड स्थित पुष्पांजलि एनक्लेव में बदमाशों ने असलहे दम पर पर चेन लूटी थी। फिर भी दिन में न तो कहीं चेकिंग हो रही थी और न ही सिटी पेट्रोल यूनिट ही मौजूद थी। यदि वास्तव में पुलिस पूर्व में हुई घटनाओं से सबक लेकर शहर में रेंडम चेकिंग का सहारा लेती तो पुलिस की किरकिरी न होती।

नियम की आड़ में उड़ाई कानून की धज्जियां

सिटी पेट्रोल यूनिट अक्सर सड़क पर बाइक सवारों के ऊपर इस बात का दबाव बनाते देखी जा सकती है कि पीछे बैठी सवारी के लिए भी हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। फिर भी यहां बाइक चालक भी हेलमेट को बोझ समझते हैं, सीपीयू तकरीबन ऐसे पांच सौ लोगों के चालान भी करती है। मगर जब दो युवक बिना नंबर की स्कूटी पर हेलमेट लगाए शहर में बेधड़क घूमते रहे तो पुलिस यह सोच ही नहीं सकी कि नियम की आड़ लेकर बदमाश कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

चार लूट पचा गई पुलिस

बुधवार से अब तक सात चेन लूट की वारदातों में ही पुलिस ने कार्रवाई की। वहीं कोतवाली के धारा चौकी व डालनवाला में शनिवार को वसंत विहार में जीएमएस रोड पर हुई लूट से चंद घंटे पहले भी वारदात को अंजाम दिया गया था, लेकिन दोनों थानों की पुलिस वारदातों को पचा गई। वहीं, रविवार को नेहरू कॉलोनी पुलिस ने तरुण विहार में चेन लूट के जिन दो आरोपितों को पकड़ा था, उन दोनों ने आठ जुलाई को ही जोगीवाला और डोईवाला में चेन लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जोगीवाला में तो बदमाश चेन लूट ले गए थे, लेकिन डोईवाला में चेन ले जा पाने में नाकाम रहे थे। 

आइजी गढ़वाल ने भी ली दून पुलिस की क्लास

रविवार रात तक अफसरों के सामने किरकिरी होने से बचने के लिए पुलिस एक के बाद एक वारदात को छिपाने की कोशिश करती रही, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद घटनाओं की जानकारी अफसरों तक पहुंच ही गई। सोमवार को आइजी गढ़वाल ने दून पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि जितनी मेहनत घटनाओं को छिपाने में की जा रही, उतनी घटनाओं को रोकने और खुलासे में की जाती तो हालात बद से बदतर न होते। आइजी ने गश्त व्यवस्था में प्रभावी तब्दीली करने का भी आदेश दिया।

पश्चिम के गैंग से लेकर उत्तराखंड के गिरोहों की खंगाल जा रही कुंडली

बीते छह दिनों से हो रही ताबड़तोड़ चेन लूट की वारदात ने देहरादून जिले की पुलिस के इकबाल पर पानी फेर दिया है। पुलिस अभी तक यह तक नहीं ट्रेस कर पाई कि लुटेरे पश्चिम उत्तर प्रदेश से यहां धमके हैं, या स्थानीय चेन लुटेरों का कोई नया गैंग सिर उठा रहा है। पुलिस सोमवार को पूरे दिन पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा के शातिर चेन लुटेरों के डोजियर के पन्ने पलटती रही। बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर में ऐसे कई गैंग हैं, जिनकी मोडस ऑपरेंडी शहर में हाल के दिनों में हुई वारदात से पूरी तरह मेल खाती है। मगर नेहरू कॉलोनी में दो चेन लूट और डोईवाला में चेन लूट के प्रयास में स्थानीय बदमाशों के पकड़े जाने के बाद पुलिस गुमराह सी हो गई है। ऐसे में पुलिस के लिए पहले यह तय करना काफी अहम है कि बदमाश हैं कहां के। इसके लिए पुलिस लगभग मृतप्राय हो चुके मुखबिर तंत्र की मदद लेने का दावा तो कर रही है, लेकिन पुलिस को हर तरफ से निराशा ही हाथ लग रही है। ..तो देहात क्षेत्र में पहुंचे लुटेरे सोमवार को ऋषिकेश में चेन लूट की दो वारदात हो गई। माना जा रहा है कि दून शहर में वारदात करने वाले गिरोह से इन दोनों वारदातों का कनेक्शन हो सकता है। यदि दून शहर के सक्रिय लुटेरों से कनेक्शन जुड़ता है तो एक बार फिर पुलिस की चेकिंग प्रणाली पर सवाल खड़े होंगे। वह यह कि जब रविवार को ताबड़तोड़ वारदात के बाद शहर में नाकेबंदी कर दी गई थी तो बदमाश पुलिस की नाक के नीचे से कैसे ऋषिकेश पहुंच गए। चेन लुटेरों तक पहुंचने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। कुछ अहम सुराग मिले हैं। पूर्व में हुई वारदात में शामिल अपराधियों की भी कुंडली खंगाली जा रही है। साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश से शातिर चेन स्नेचरों की केस हिस्ट्री मंगाई गई है। श्वेता चौबे, एसपी सिटी

सात दिन में लूट न खुली तो थानेदारों पर कार्रवाई

राजधानी में ताबड़तोड़ चेन स्नेचिंग और लूट की वारदातों को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है। पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने लूट और चेन स्नेचिंग की घटनाओं को सात दिन में न खोलने वाले थानेदारों को कम अपराध वाले जिलों में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं। इससे लूट और चेन स्नेचिंग की घटनाओं से जुड़े शहर के छह थानों में हड़कंप मचा हुआ है। शहर में पिछले एक सप्ताह से बदमाशों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है। एक सप्ताह के भीतर डोईवाला से लेकर वसंतविहार थाने तक लूट और चेन स्नेचिंग की एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दिया गया। अब तक करीब नौ घटनाओं को बदमाश अंजाम दे चुके हैं। हालांकि पुलिस ने मुकदमा सात में ही दर्ज किया है। जबकि दो पर फिलहाल चुप्पी साध रखी है। रविवार को एक साथ चार से ज्यादा वारदात हो गई। इनका संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सोमवार सुबह आनन-फानन में गढ़वाल रेंज के आइजी अजय रौतेला, एसपी सिटी श्वेता चौबे समेत जिले के क्षेत्राधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सात दिन में हुई घटनाओं का सात दिन में खुलासा करें। सात दिन में खुलासा न करने वाले थानेदारों को कम अपराध वाले जिले में ट्रांसफर करें। इस संबंध में लिखित में भी आइजी को आदेश जारी कर दिए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि एक सप्ताह में जिन थाना क्षेत्रों में घटनाएं हुई हैं, उन पर यह आदेश लागू होगा। इसका हर हाल में पालन कराया जाएगा। 

इन थानों में हुई घटनाएं 

  • डोईवाला-लूट का प्रयास 
  • रायपुर-दो घटना 
  • नेहरू कॉलोनी-तीन घटना 
  • डालनवाला-एक घटना 
  • शहर कोतवाली-एक घटना 
  • वसंतविहार-दो घटना 
सीपीयू चालान नहीं अपराध पर रखेगी नजर

राजधानी में सिटी पेट्रोल यूनिट (सीपीयू) 15 दिन चालान नहीं काटेगी। पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि सीपीयू चालान की बजाय दो पहिये वाहन में अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों पर नजर रखेगी। इसके लिए संदिग्ध बाइक, स्कूटी सवारों की गहनता से चेकिंग की जाएगी। ताकि अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। उल्लेखनीय है कि शहर में सीपीयू सिर्फ चालान काटने तक सीमित है। अभी तक सीपीयू के नाम ऐसी कोई उपलब्धि नहीं जुड़ी, जो पुलिस महकमे के लिए नजीर बनी हो। ऐसे में पुलिस मुख्यालय अब सीपीयू को चालान काटने वाली पुलिस भी स्वीकार करने लगा है। यही कारण है कि डीजीपी को अब सीपीयू को 15 दिन चालान काटने से हटाकर अपराध पर नजर रखने के निर्देश देने पड़े।

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