रुड़की रेलवे स्टेशन अधीक्षक को मिले पत्र से हड़कंप, हरिद्वार के कई मंदिर समेत सीएम धामी को बम से उड़ाने की दी धमकी
आठ मई रविवार को रात को उक्त पत्र प्राप्त हुआ।पत्र में हरिद्वार के कई मंदिरों समेत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसी जांच पड़ताल में जुट गई है।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Mon, 09 May 2022 11:28 AM (IST)
जागरण संवाददाता, रुड़की : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, रेलवे स्टेशनों और धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने का धमकी भरा पत्र मिलने के बाद पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी और मनसा देवी, देहरादून समेत प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों व अन्य संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
21 मई को कई स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी रविवार को रुड़की रेलवे स्टेशन के अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिला था। इस पत्र में 21 मई को देहरादून, रुड़की, ऋषिकेश, हरिद्वार, लक्सर, नजीबाबाद रेलवे स्टेशन सहित कई अन्य रेलवे स्टेशनों के अलावा हरिद्वार व अन्य जिलों में स्थित धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इसमें मुख्यमंत्री का नाम भी शामिल है। पत्र भेजने वाले ने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर बताया है। इस पत्र को लेकर पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था जरूर कड़ी कर दी गई है।
इसी क्रम में देहरादून रेलवे स्टेशन पर सोमवार को सुबह ही बम निरोधक दस्ता व श्वान दल चेकिंग में जुट गया था। रेलवे स्टेशन के आसपास रखे सामान व स्टेशन पर पहुंचने वाली ट्रेनों की गहनता से चेकिंग की गई। देहरादून रेलवे स्टेशन में सीसीटीवी कैमरे चालू हालत में नहीं मिले। अब इन्हें ठीक कराया जा रहा है। राजकीय रेलवे पुलिस के इंस्पेक्टर जीएस राणा ने बताया कि हर संदिग्ध की चेकिंग की जा रही है। ट्रेनों में रखे सामान की भी जांच की जा रही है।
उधर, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि ऐसे पत्र 20 साल से आ रहे हैं। उन्होंने अंदेशा जताया कि पत्र भेजने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उनका यह भी कहना है कि सभी पत्रों में लिखावट लगभग एक जैसी ही है। हालांकि, पत्र लिखने वाले का अब तक पता नहीं चल पाया है।
डीजीपी ने कहा कि इस लिहाज से यह कोई गंभीर बात नहीं है, लेकिन फिर भी मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। पूर्व में आए पत्रों की लिखावट का इस पत्र से मिलान किया जा रहा है। डीजीपी ने हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र रावत को मामले की गंभीरता से जांच करवाने का निर्देश दिया है।
पहले भी मिल चुके हैं धमकी भरे पत्रइससे पहले वर्ष 2019 में एक पत्र मिला था, जिसमें कई स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। 2018, 2015, 2014 और 2013 में भी इस तरह के धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं। अधिकांश पत्र कावड़ यात्रा से पहले यह यात्रा सीजन शुरू होने से पहले मिलते हैं। हालांकि 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण के चलते कोई भी पद नहीं मिला है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि उच्चाधिकारियों को पत्र के बारे में अवगत करा दिया गया है। बता दें कि रुड़की रेलवे स्टेशन अधीक्षक को अप्रैल 2019 में भी इस तरह का धमकी भरा पत्र मिला था। वहीं मामले में जीआरपी की कार्यवाहक थाना अध्यक्ष ममता गोला का कहना है कि पत्र मिला है। छानबीन की जा रही है।
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