उत्तराखंड लोकसभा चुनावः प्रीतम ने टटोली अपनों की नब्ज, माला ने ली रिपोर्ट
टिहरी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह और भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह दोनों ही कार्यकर्ताओं से मिले और उनसे फीडबैक लिया।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 13 Apr 2019 09:46 AM (IST)
देहरादून, चुनाव प्रचार की थकान के बावजूद भी टिहरी सीट से कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी घर पर नहीं बैठे। कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह और भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह दोनों ही कार्यकर्ताओं से मिले और उनसे फीडबैक लिया।
चेहरे पर चुनाव प्रचार की थकान के बावजूद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व टिहरी लोकसभा प्रत्याशी प्रीतम सिंह सहज दिखे। शुक्रवार को कांग्रेस भवन में सुबह 10 बजे से ही कार्यकर्ताओं का जमावड़ा शुरू हो गया, जिससे आम दिन की तरह चहल-पहल दिखी। 11.35 तक पार्टी के सभी कार्यालयों में गुरुवार को हुए मतदान को लेकर चर्चाएं चलती रहीं। ठीक 11.40 बजे मोबाइल फोन पर बातचीत करते हुए प्रीतम सिंह जैसे ही कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे तो उनका कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक वर्मा, प्रमोद कुमार सिंह व लालचंद शर्मा ने स्वागत किया और प्रदेश अध्यक्ष के कक्ष तक उनके साथ गए। इस दौरान करीब 20 से 22 कांग्रेसी नेता भी वहां पहुंचे और मतदान को लेकर चर्चा करने लगे।
करीब पांच से 10 मिनट पार्टी नेताओं से मंत्रणा के बाद 12.25 बजे उन्होंने पत्रकारों से वार्ता की। कहा कि लोगों ने राज्य की त्रिवेंद्र व केंद्र की मोदी सरकार के कार्यों पर पूरी तरह असंतोष जताया और परिवर्तन के लिए मतदान किया। खुद मतदान नहीं कर पाने पर प्रीतम सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका वोट गांव में है जो देहरादून से करीब 200 किलोमीटर दूर है। यदि वोट देने जाते तो दून क्षेत्र के आठ सौ से अधिक पोलिंग बूथों संपर्क से वंचित रह जाते।
इसके बाद प्रीतम सिंह 12.40 से 1.35 मिनट तक कार्यकर्ताओं से सहसपुर, धर्मपुर, राजपुर, रायपुर, कैंट, मसूरी विधानभा क्षेत्रों में हुए मतदान के बारे में फीडबैक लेते रहे। बीच-बीच में उनके गृह क्षेत्र चकराता के अलावा टिहरी व उत्तरकाशी विधानसभा क्षेत्रों से समर्थकों के कॉल भी आते रहे, जिसमें समर्थक उनके पोलिंग बूथों में पड़े मतों की जानकारी दे रहे थे। इससे पहले प्रीतम सिंह ने सुबह 10 बजे से अपने निवास पर समर्थकों के साथ मतदान का फीडबैक लिया।
ईवीएम में खराबी पर जताई नाराजगीप्रीतम सिंह ने कैंट विस के डीएन सैनी पब्लिक स्कूल पोलिंग बूथ पर ईवीएम खराब होने से करीब चार घंटे मतदान रुकने पर नाराजगी जताई। कहा कि निर्वाचन आयोग की लापरवाही मतदाताओं पर भारी पड़ी। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कम मतदान के लिए भी निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराया।
हजारों चुनाव कर्मचारी वोट से वंचितचर्चा के दौरान महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने बताया कि कम मतदान निर्वाचन आयोग की लापरवाही के कारण हुआ। आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने चुनाव ड्यूटी के लिए सैंकड़ों निजी वाहनों को लिया था उनके चालक व परिचालक मतदान ही नहीं कर पाए। इसकी शिकायत कई चालकों ने कांग्रेस नेताओं से की। महानगर अध्यक्ष के इस तर्क का प्रीतम सिंह ने समर्थन किया।
राजकुमार ने किया जीत का दावाराजपुर रोड विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार ने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं, पार्षदों व पूर्व पार्षदों की बैठक में दावा किया कि पांचों सीटों पर कांग्रेस परचम लहराएगी। शुक्रवार को कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में उन्होंने शांतिपूर्वक मतदान पर जनता व कार्यकर्ताओं का आभार जताया। कहा कि कम मत प्रतिशत कांग्रेस के पक्ष में है।
सरकार से खुश नहीं हैं मतदाता कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरीमा दसौनी ने कहा कि कम मतदान इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार के दो साल के कामकाज से खुश नहीं है। हालांकि, इसके लिए निर्वाचन आयोग भी जिम्मेदार है। आयोग की ओर से मतदाता जागरूकता के दावे तो किए गए, लेकिन उनकी वह मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक खींचने में नाकाम दिखा। प्रदेश में लोकसभा चुनाव परिणाम सरप्राइज होंगे। कांग्रेस प्रदेश की पांचों सीटें जीतेगी।
माला ने अर्चना के बाद कार्यकर्ताओं से ली रिपोर्ट
चुनावी भागदौड़ के बाद भाजपा प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने पूजा अर्चना से दिन की शुरुआत की और उसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर मतदान के बारे में चर्चा की। दोपहर को वह किसी निजी काम से हरिद्वार की ओर रवाना हो गई और वहां से शाम को देहरादून लौटीं। टिहरी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने चुनाव के दौरान संसदीय सीट के 14 विधानसभाओं का भ्रमण किया था। बीते रोज मतदान संपन्न होने के बाद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने सुबह पूजा अर्चना से अपने दिन की शुरुआत की और उसके बाद देहरादून रविंद्रपुरी कॉलोनी स्थित अपनी कोठी पर आलू का सब्जी और पूरी का नाश्ता किया। उसके बाद उन्होंने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। अपने संसदीय क्षेत्र की विधानसभाओं में भाजपा विधायकों से उन्होंने फोन पर मतदान और चुनाव के बारे में जानकारी ली। कार्यकर्ताओं को भाजपा के जिलाध्यक्षों से सभी बूथों पर मतदान के बारे में रिपोर्ट ली और उसकी समीक्षा की। उनहोंने सीएम त्रिेवेंद्र सिंह रावत से भी मुलाकात की। इसके बाद दोपहर को वह किसी निजी काम से हरिद्वार की तरफ गई। जहां से शाम को वह देहरादून लौटीं और अपने आवास पर पहुंची।यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: उत्तराखंड में 61.50 फीसद पहुंचा मतदान का आंकड़ायह भी पढ़ें: उत्तराखंड लोकसभा चुनावः मतदान के बाद भाजपा और कांग्रेस ने किए जीत के दावेचुनाव की विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें