उत्तराखंड परिवहन निगम में साढ़े 10 लाख का घोटाला
उत्तराखंड परिवहन निगम में करीब साढ़े 10 लाख रुपये का बिल घोटाला सामने आया है। तीन ट्रांसपोर्टर को एक ही समय की संचालन अवधि का दो-दो बार भुगतान कर दिया गया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 25 Jan 2018 08:26 PM (IST)
देहरादून, [अंकुर अग्रवाल]: उत्तराखंड परिवहन निगम में करीब साढ़े 10 लाख रुपये का बिल घोटाला सामने आया है। अनुबंधित बसों के भुगतान में तीन ट्रांसपोर्टर को एक ही समय की संचालन अवधि का दो-दो बार भुगतान कर दिया गया। दस दिन बाद जब मामला पकड़ में आया तो निगम मुख्यालय में हड़कंप मच गया। भुगतान उस दौरान हुआ जब प्रबंध निदेशक व महाप्रबंधक विदेश दौरे पर गए हुए थे। इस बीच गुरुवार को लौटे महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि 'मामला वित्त अनुभाग का है, लिहाजा मुझे जानकारी नहीं है'। दूसरी ओर वित्त नियंत्रक पंकज तिवारी ने कहा 'मैं छुट्टी पर था, इसीलिए कुछ नहीं कह सकता।' उधर, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि गुरुवार को होने वाली बैठक में इस पर बात की जाएगी।
परिवहन निगम में अनुबंधित बसों का भुगतान माह में 15-15 दिन की अवधि का किया जाता है। खराब माली हालत के कारण आमतौर पर भुगतान में चार से पांच माह का विलंब रहता है। पिछले माह 29 दिसंबर को दून मंडल की 49 साधारण बसों का 16 से 31 मई 2017 तक का 25 लाख रुपये भुगतान किया गया। इनमें 19 बसें तीन ट्रांसपोर्टरों की हैं।
इन तीनों ट्रांसपोर्टरों को 10 जनवरी को 16 से 31 मई की अवधि का भुगतान दोबारा कर दिया गया। बताया गया कि 10 लाख सात हजार 750 की रकम उनके खाते में भी डाल दी गई, लेकिन परिवहन निगम के वित्त अनुभाग को इसकी हवा तक नहीं लगी। सोमवार को जब टीडीएस की बैलेंस शीट बनाई जा रही थी तब यह मामला पकड़ में आया।
अब 'जुगाड़बाजी' में अधिकारीघपला पकड़ में आने के बाद अधिकारी अब इसे सेटल करने की 'जुगाड़बाजी' में लग गए हैं। सूत्रों ने बताया कि ट्रांसपोर्टरों पर दबाव बनाकर रकम अगले भुगतान में एडजस्ट करने की बात चल रही। पूरा दिन मामले में अधिकारी मंथन करते रहे।
आज परिवहन मंत्री ने बुलाई बैठक
परिवहन विभाग और परिवहन निगम में अनियमितताओं को लेकर परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने गुरुवार को समीक्षा बैठक बुलाई है। बता दें कि, पांच दिन पहले देहरादून आरटीओ में भी लाखों रुपये का गोलमाल पकड़ में आया है और अब रोडवेज में। बैठक को लेकर परिवहन अफसर पूरा दिन रिपोर्ट तैयार करने में जुटे रहे। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि परिवहन विभाग और परिवहन निगम में भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर आज मैनें बैठक बुलाई है। एक ही ट्रांसपोर्टर को दो मर्तबा कैसे भुगतान किया गया, यह गंभीर मसला है। इन सभी मामलों पर आज चर्चा होगी। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: हर दूसरे दिन एक बस होती है कंडमयह भी पढ़ें: फिटनेस टेस्ट में फेल हुई उत्तराखंड परिवहन निगम की 'फिट' बसें
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