देहरादून में आरटीओ का सर्वर ठप, बैरंग लौटे लोग Dehradun News
दून के आरटीओ कार्यालय में सर्वर सुबह कार्यालय खुलते ही दगा दे गया जिससे काम ठप पड़ गया। इस वजह से टैक्स परमिट फिटनेस व लाइसेंस के लिए आए लोग इधर से उधर भटकते रहे।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 12 Sep 2019 02:39 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। दून के आरटीओ कार्यालय में बुधवार को सर्वर ने पूरा दिन वाहन संचालकों को दगा दिया व लाइसेंस बनाने आए आवेदकों को परेशान किया। सुबह कार्यालय खुलते ही सर्वर की दगा से काम ठप पड़ गया। जिस वजह से टैक्स, परमिट, फिटनेस व लाइसेंस के लिए आए सैकड़ों लोग तपती उमस में पूरा दिन इधर से उधर भटकते रहे।
आरटीओ में ऑनलाइन व्यवस्था में आए दिन दिक्कतें आ रहीं। अगस्त-15 में यहां व्यवस्थाएं ऑनलाइन होने के बाद से अब तक करीब पांच दर्जन मर्तबा सर्वर ठप रहा चुका है। जुलाई में भी सर्वर की खराबी ने एक दिन आरटीओ में काम ठप रखा था। इस माह बुधवार को सर्वर की खराबी पूरा दिन जनता के लिए मुसीबत बन गई। काम कोई नहीं हुआ और लोग भटकते रहे। बड़ी संख्या में लोग दोपहर ही घर लौट गए और कुछ लोग शाम तक सर्वर चलने का इंतजार करते रहे। हालांकि, विभागीय अधिकारी ये दावा कर रहे कि सर्वर बीच-बीच में काम करता रहा, लेकिन लोगों की मानें तो शाम तक सर्वर ने ठीक से काम नहीं किया। इस वजह से टैक्स एवं फीस जमा नहीं हो पाई और लोग परेशान रहे। दरअसल, इस समय आरटीओ में दो सॉफ्टवेयर वाहन व सारथी पर काम चलता है। दोनों में डाटा पूरी तरह ओवरलोड रहता है। तकनीकी विशेषज्ञों की सलाह के बाद विभाग ने इंटरनेट की अलग दो लाइनें कर दीं, लेकिन तब भी सर्वर ठप होने के मामले नहीं थम रहे। एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडे ने बताया कि सुबह तकनीकी खराबी के चलते सर्वर ठप था पर दोपहर में चालू हो गया था।
नए एक्ट के कारण थी भारी भीड़
नए मोटर वाहन अधिनियम के लागू होने के बाद इन दिनों आरटीओ में व्यवसायिक वाहनों के लंबित टैक्स से लेकर फिटनेस व पुन: पंजीकरण समेत ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। ऐसे में बुधवार को भी काफी भीड़ आरटीओ में टैक्स जमा के लिए पहुंची थी। सुबह से ये लोग सर्वर के चालू होने का इंतजार करते रहे। दोपहर में सर्वर चालू तो हुआ लेकिन रुक-रुक कर चला, जिससे फीस जमा न हो सकी। कुछ लोग ऐसे भी थे, जिनकी फीस बुधवार को जमा नहीं हुई तो गुरूवार को उन पर पेनाल्टी लगनी थी। ऐसे लोग इधर से उधर दौड़भाग करते रहे, ताकि जैसे भी फीस जमा हो जाए मगर उनकी उम्मीदों पर भी पानी फिर गया।
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वीआइपी कोटे में बनेंगे डीएलसर्वर खराब होने की वजह से जिनके ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पाए, अब वह लाइसेंस वीआइपी कोटे में बनाए जाएंगे। आरटीओ ने बताया कि आनलाइन सेवा में रोजाना 150 लोगों के लाइसेंस बनाए जा सकते हैं जबकि वीआइपी कोटे में 50 की संख्या अलग से निर्धारित है। जिन लोगों के लाइसेंस बुधवार को नहीं बन सके, उनके लाइसेंस गुरूवार को वीआइपी कोटे में बन सकेंगे। उन्हें दोबारा आवेदन या दोबारा फीस नहीं देनी पड़ेगी।
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