उत्तराखंड: कांग्रेस में रूठे हुए अपनों को लेकर मचा घमासान, दो दिग्गज आपस में भिड़े
पिछली कांग्रेस सरकार में बगावत कर पार्टी छोड़ने वालों की वापसी के कयासों को लेकर ही कांग्रेस के दिग्गज आपस में भिड़े हैं। प्रीतम ने उनके लिए दरवाजे खुले होने के संकेत दिए तो पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें ही निशाने पर लेने में देर नहीं लगाई।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 18 Nov 2020 11:07 AM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। 'सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठमलट्ठा', प्रदेश में कांग्रेस का हाल ऐसा ही है। पिछली कांग्रेस सरकार में बगावत कर पार्टी छोड़ने वालों की वापसी के कयासों को लेकर ही कांग्रेस के दिग्गज आपस में भिड़े हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम ने पार्टी से रूठ कर जाने वालों के लिए दरवाजे खुले होने के संकेत दिए तो पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने उन्हें ही निशाने पर लेने में देर नहीं लगाई। कांग्रेस में दलबदलुओं की वापसी के मुद्दे पर चर्चा छिड़ते ही घमासान छिड़ गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह इन दिनों गढ़वाल मंडल के दौरे पर हैं। बीते रोज कोटद्वार में उन्होंने कहा था कि राजनीति में रूठ कर जाने वालों के लिए दरवाजे कभी बंद नहीं किए जाते। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले अगर वापसी करते हैं तो इस बारे में केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। प्रदेश संगठन के मुखिया के इस बयान पर उनका नाम लिए बगैर ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तीखी आपत्ति जता दी। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में तंज कसते हुए उन्होंने कहा, उत्तराखंड की राजनीति धन्य है। देशभर के दलबदलू अब रूठे हुए अपने हो गए हैं।
असम, अरुणाचल, मणिपुर, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक, अभी-अभी मध्यप्रदेश के दलबदलू भी अब अपने रूठे हुए कहलाएंगे। उन्हें दलबदलू कहना हमारी भूल है। उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। न्यायपालिका ने भी इन रूठे हुए व्यक्तियों को महापापी कह कर उनकी सदस्यता रद कर दी। अब पता चला कि ये लोग तो दूध के धुले हुए 24 कैरेट के सोना हैं। भाजपा को यूं ही कोस रहे हैं। खरीद-फरोख्त व लोकतंत्र को ध्वस्त करने का आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने तो हमारे रूठे हुए व्यक्तियों को मात्र छाया दी।
जनता का भरोसा खो चुकी है कांग्रेस भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस में सबके लिए दरवाजे खुले हैं। कैंथोला ने कहा कि इससे यह बात साफ हो जाती है कि कांग्रेस के पास प्रदेश स्तर पर ऐसा कोई बड़ा नेता नहीं है, जो उसका नेतृत्व कर पाए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस जनता का भरोसा खो चुकी है।भाजपा नेता कैंथोला ने कहा कि कांग्रेस विकास की बात तो करती है, लेकिन उसे यह भी बताना चाहिए कि उसने अपने कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए क्या किया। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में हुई भर्तियों पर भी सवाल उठाए और कहा कि तब जो भी भर्तियां हुई, सभी में गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है। कांग्रेस केवल अपने घोटालों के लिए जनता से माफी मांग सकती है।
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