राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों में मिलेगा संधू के अनुभव का लाभ, पढ़िए पूरी खबर
नए मुख्य सचिव एसएस संधू के राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण (एनएचएआइ) में किए गए कार्यों का लाभ उत्तराखंड को भी मिलने की उम्मीद है। उनके अनुभव से प्रदेश में एनएचएआइ के कार्यों के साथ ही विकास व निर्माण कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 06 Jul 2021 01:47 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। नए मुख्य सचिव एसएस संधू के राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण (एनएचएआइ) में किए गए कार्यों का लाभ उत्तराखंड को भी मिलने की उम्मीद है। उनके अनुभव से प्रदेश में एनएचएआइ के कार्यों के साथ ही विकास व निर्माण कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है।
प्रदेश में वर्तमान में 2954 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग हैं। जिसमें शहरी लिंक रोड व बाइपास शामिल हें। इसके अलावा विभिन्न परियोजनाओं पर भी एनएचएएआइ काम कर रही हैं। इनमें मुख्य रूप से 889 किमी लंबी चारधाम आल वेदर रोड है। इस परियोजना को वर्ष 2021-22 में पूरा करने का लक्ष्य है। हालांकि, कोरोना काल में कार्य प्रभावित होने के कारण यह लक्ष्य पूरा करने में कठिनाई पेश आ रही है। इन परिस्थितियों में माना जा रहा है कि नए मुख्य सचिव इसे गति देने में सफल होंगे।इसके अलावा एनएचएआइ की देहरादून-दिल्ली राजमार्ग को एक्सप्रेस-वे बनाने की परियोजना, केदारनाथ धाम के पुनरोद्वार कार्य, देहरादून, हरिद्वार, एवं हल्द्वानी में रिंग रोड का निर्माण, आशारोड़ी-झाझरा के बीच 11 किमी फोरलेन रोड, मसूरी के लिए वाया नंदा की चौकी बाईपास रोड आदि कार्य शामिल हैं।
एनएचएआइ में चैयरमैन रहते हुए संधू ने रिकार्ड संख्या में सड़कों का निर्माण किया और इससे संबंधित विवादों का निपटारा भी किया। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संधू के एनएचएआइ में किए गए कार्यों की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उनका एनएचएआई में कार्यकाल श्रेष्ठ रहा है। कोरोना महामारी के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग में रिकार्ड संख्या में कार्यावंटन, निर्माण और विवादों के निपटारे हुए। पूरे देश में आक्सीजन प्लांट लगाने में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने डा संधू को नए कार्यभार के लिए शुभकामनाएं दीं।
यह भी पढ़ें-1988 बैच के आइएएस अधिकारी सुखबीर सिंह संधू बने उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।