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Coronavirus: कोरोना का खौफ, सैनेटाइजर और मास्क बाजार से गायब Dehradun News

कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क और हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्थिति ये कि कई प्रमुख कैमिस्ट के पास मास्क और सैनेटाइजर का टोटा हो गया।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Fri, 06 Mar 2020 10:31 AM (IST)
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Coronavirus: कोरोना का खौफ, सैनेटाइजर और मास्क बाजार से गायब Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच सतर्कता भी बढ़ गई है। सरकार मशीनरी के साथ ही आम लोग भी कई स्तर पर सावधानियां बरत रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क और हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्थिति ये कि बाजार में एकाएक इनकी डिमांड बढ़ गई है। शहर के कई प्रमुख कैमिस्ट के पास मास्क और सैनेटाइजर का टोटा हो गया। सामान्य मास्क तो फिर भी पर उपलब्ध हैं, लेकिन एन-95 मास्क बाजार से गायब हैं।

दरअसल, विशेषज्ञों की ओर से सलाह दी जा रही है कि बार-बार हाथ धोएं और सफाई रखें। ऐसे में हैंड सैनेटाइजर का उपयोग बढ़ गया है। वहीं लोग अब मास्क भी लगाकर चल रहे हैं। अस्पतालों में जहां तमाम डॉक्टर-कर्मचारी मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अब आमजन में भी जागरूकता बढ़ी है। 

हालांकि, आम दिनों की तुलना में एकाएक मास्क और सेनेटाइजर की डिमांड शहर में बढ़ गई। श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के पास कंबाइंड मेडिकल स्टोर चलाने वाले आशीष ठाकुर ने बताया कि वह एक ही दिन में 100-150 सामान्य मास्क बेच चुके हैं। वहीं, एन 95 मास्क बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। डिस्ट्रीब्यूटर भी एन 95 मास्क उपलब्ध न होने की जानकारी दे रहे हैं।

दूसरी ओर, सैनेटाइजर की भी तेजी से डिमांड बढ़ी है। सहारनपुर रोड स्थित दुर्गा मेडिकोज के संचालक तौकीर ने बताया कि सैनेटाइजर की काफी ज्यादा डिमांड आने के बाद उनका सारा स्टॉक दोपहर में खत्म हो गया। पीछे से स्टाक मंगाया है, लेकिन होलसेलर इसके लिए दो से तीन दिन का समय मांग रहे हैं।

कई लोग कर रहे ब्लैक 

दून अस्पताल चौक स्थित रिलेक्स मेडिकल स्टोर के संचालक भानू मक्कड़ ने बताया कि मास्क की किल्लत जारी है। उन्होंने बताया कि बाजार में दो तरह के मास्क की डिमांड है, पहला सर्जिकल जो पहले उन्हें 2 रुपये में भी आसानी से मिल जाता था, लेकिन पिछले 15-20 दिनों से 10 रुपये के होलसेल रेट पर मिल रहा है। 

इतना ही नहीं मास्क की डिमांड भी पूरी नहीं हो पा रही है। इसके अलावा सबसे ज्यादा एन 95 मास्क की डिमांड बनी हुई है, जो पहले 100 रुपये में मिल जाता था, लेकिन अब 300 रुपये में भी नहीं मिल पा रहा है। डिमांड बढ़ते ही बाजार में इसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। 

जिलाधिकारी ने दिए कार्रवाई के आदेश 

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के उपकरणों जैसे मास्क, सैनेटाइजर, पीपीई किट, ट्रिपल लेयर मास्क व इससे संबंधित दवा की कालाबाजारी पर रोक लगाने के निर्देश जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने दिए हैं। पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, औषधि नियंत्रक विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम गठित कर छापेमारी के निर्देश उन्होंने दिए हैं। किसी भी कैमिस्ट या ड्रगिस्ट के दोषी पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई को कहा है। 

सीएमओ जारी करेंगी शासकीय बुलेटिन

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड एवं प्रशिक्षित चिकित्सकों की देखरेख में रखा जाए। कहा कि कोराना के संवेदनशील प्रकरणों पर मुख्य चिकित्साधिकारी ही शासकीय बुलेटिन जारी करेंगी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए साउंड सिस्टम, पम्फलेट आदि से प्रचार-प्रसार के निर्देश भी उन्होंने दिए। 

जिलाधिकारी ने चिकित्सकों व अधिकारियों को हिदायत दी कि कोरोना की रोकथाम के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें। अन्य चिकित्सीय संस्थानों से जुड़े अधिकारियों से कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन के अनुसार ही दवाओं की खरीद व इसे मरीज को दें। इस अवसर पर कोरोना को लेकर विभिन्न शंकाओं का भी समाधान किया गया।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमके त्यागी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. उत्तम सिंह चौहान, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सुभाष जोशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी लोकजीत, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पांडेय, जिला पंचायतराज अधिकारी एम जफर खान आदि उपस्थित रहे। 

नगर निगम ने संभाला जागरूकता का मोर्चा 

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए नगर निगम ने भी मोर्चा संभाल लिया है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने अधिकारियों को जन जागरूकता के लिए पूरे शहर में होर्डिंग लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके अलावा पम्फलेट भी बांटे जाएंगे। डोर-टू-डोर कूड़ा उठान में लगे वाहनों के माध्यम से भी जागरूकता संदेश प्रसारित किया जाएगा।

नगर निगम में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव, रोकथाम एवं उपचार को लेकर बैठक आयोजित की गई। महापौर ने निर्देश दिए कि नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग साथ मिलकर उक्त विषय पर कार्ययोजना तैयार कर जागरूकता अभियान चलाएं। इस दौरान नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे, वरिष्ठ स्वास्थ्य नगर अधिकारी डॉ. कैलाश जोशी, डिप्टी सीएमओ डॉ. यूएस चौहान आदि उपस्थित रहे। 

दून अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ तक नहीं

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है। साथ ही प्रदेश के सभी अस्पतालों को इस बावत तमाम प्रबंध करने की हिदायत दी है। वहीं, प्रदेश के प्रमुख सरकारी अस्पताल यानि दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में ही स्टाफ के साथ-साथ साजो-सामान की भी कमी है। ऐसे में इस खतरे से निपटने के लिए इंतजाम अभी भी पुख्ता नहीं हैं। 

कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए विभाग व्यवस्था चाकचौबंद होने का दम भर रहा है, पर प्रमुख सरकारी अस्पतालों में स्टाफ तक पर्याप्त नहीं है। ऐन वक्त पर दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने उपनल के माध्यम से स्टाफ मांगा है। प्राचार्य के निर्देश पर चिकित्सा अधीक्षक की ओर से उपनल को पत्र भेजा गया है। जिसमें दस स्टाफ नर्स, चार लैब टेक्नीशियन, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं 10 वार्ड ब्वॉय की मांग की गई है। 

इसके अलावा वेंटिलेटर की व्यवस्था को भी अस्पताल प्रशासन को हाथ पांव मारने पड़ रहे हैं। इसके लिए सर्जिकल आइसीयू से दो वेंटिलेटर आइसोलेशन वार्ड में लगाए गए हैं। 

दिल्ली-आगरा से आने वाले लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर

कोरोना वायरस का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर लोगों में दहशत बनी हुई है। इस बीच स्वास्थ्य महानिदेशालय ने सभी जनपदों को एडवाइजरी जारी कर बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। 

चीन, हॉंगकॉंग, सिंगापुर, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, इटली, ईरान से आने वाले लोगों के अलावा अब दिल्ली, आगरा व अन्य प्रभावित शहरों से आने वालों पर भी निगाह रखी जा रही है। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाहर से आने वाले आने वाले लोगों की निगरानी रखें। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर टीम रखी जाए। 

आगरा-दिल्ली या फिर अन्य प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले लोगों को विभाग 14 दिनों तक अपनी निगरानी में रखे। उनके सैंपल लिए जाएंगे। यदि किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए। निजी अस्पतालों को निर्देशित किया है कि किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसकी सूचना तुरंत विभाग को दें।

इटली व जापान से आया पर्यटकों का दल लौटा

इटली और जापान से आया 15 पर्यटकों का दल एक दिन हरिद्वार में रहने के बाद गुरुवार को लौट गया। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग की। किसी भी सदस्य में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी के मुताबिक इटली के 13 पर्यटक अमृतसर और जापान के दो पर्यटक दिल्ली रवाना हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना एविएशन अथारिटी आफ इंडिया और अधिकारियों को भेज दी गई है।

चीन से लौटी बच्ची की जांच रिपोर्ट मांगी

बाल आयोग ने चीन से लौटी 11 महीने की बच्ची की जांच रिपोर्ट तलब की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी यूएस नगर को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि बच्ची की जांच कोराना वायरस संदिग्ध के तौर पर की जा रही है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जरूरत पडऩे पर बच्ची को तुरंत ऋषिकेश एम्स में भर्ती करने के लिए भी अनिवार्य कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

तबीयत बिगड़ने पर कराई जांच

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस की बस चलाने वाले एक चालक की अचानक तबीयत खराब हो गई। चालक को कोरोना वायरस के संदेह में एम्स ऋषिकेश भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे घर भेज दिया। 

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जौलीग्रांट एयरपोर्ट में भानियावाला निवासी अवतार सिंह इंडिगो एयरलाइंस की बस में चालक हैं। जहाज से उतरने वाले यात्रियों को वह बस से टर्मिनल बिल्डिंग तक पहुंचाते हैं। कार्य के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस के चलते सावधानी बरती जा रही है। चालक को तुरंत जरूरी जांच व उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश ले जाया गया। जांच में सामान्य पाए जाने पर चालक को वापस घर भेज दिया गया।

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