तीन करोड़ के घोटाले में फंसे बैंक के चीफ मैनेजर पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
तीन करोड़ के लोन घोटाले में फंसे एसबीआइ के चीफ मैनेजर सुजीत लोहनी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 16 Jul 2019 03:33 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। तीन करोड़ के लोन घोटाले में फंसे एसबीआइ के चीफ मैनेजर सुजीत लोहनी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। इसके अलावा सीबीआइ चल और अचल संपत्ति की जांच के बाद आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा भी दर्ज कर सकती है। सीबीआइ छापेमारी के दौरान आरोपित के घर, बैंक से मिले प्रॉपर्टी के दस्तावेज, बैंक खाते, बैंक लॉकर आदि की जांच में जुट गई है।
जल्द इस मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है। सीबीआइ ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की हरिद्वार के शिवालिक नगर स्थित शाखा के चीफ मैनेजर सुजीत लोहनी समेत 15 लोगों पर 31 मई 2018 को भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना अभी जारी थी कि नौ जुलाई को सीबीआइ ने आरोपित चीफ मैनेजर के घर छापेमारी कर चल-अचल संपत्ति का ब्योरा जुटाया।
इस दौरान आरोपित के बैंक लॉकरों से लाखों के जेवर भी बरामद किए गए। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि अभी प्रॉपर्टी के दस्तावेजों, आरोपित के घर मिली बैंक पासबुक, परिजनों के नाम दर्ज संपत्ति, आरोपित को वेतन और अन्य स्रोत से मिली रकम का ब्योरा जुटाया जा रहा है। रकम की जांच पूरी होने के बाद सीबीआइ इस मामले में आरोपित की गिरफ्तारी कर सकती है। इसके साथ ही सीबीआइ तीन करोड़ के बैंक लोन में शामिल रहे 15 लोगों की भूमिका की भी अलग से जांच कर रही है। सीबीआइ के एसपी अखिल कौशिक का कहना है कि अभी जांच चल रही है। जांच में यदि आय से अधिक संपत्ति सामने आएगी तो निश्चित ही एक और मुकदमा दर्ज होगा।
क्या था पूरा मामला
एसबीआइ शिवालिक नगर शाखा में सुजीत लोहनी 2015 में ब्रांच मैनेजर रहे। इस दौरान लोहनी ने 12 से ज्यादा बैंक लोन स्वीकृत किए थे। आरोप है कि अधिकांश लोन नियम विरुद्ध बांटे गए। करीब तीन करोड़ नौ लाख का फर्जीवाड़ा सीबीआइ ने जांच में पकड़ा था। लोन में फर्जी जमीनों के दस्तावेज और एक ही परिवार के लोगों तथा रिश्तेदारों को भी लोन बांटने की बात सामने आई थी।
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