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आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ दूसरी चार्जशीट तैयार

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और राज्य के वरिष्ठ नौकरशाहों के स्टिंग की साजिश रचने के मामले में जेल में बंद मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें आने वाले समय में और बढ़ने वाली हैं।

By BhanuEdited By: Updated: Thu, 09 May 2019 09:11 AM (IST)
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आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ दूसरी चार्जशीट तैयार
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और राज्य के वरिष्ठ नौकरशाहों के स्टिंग की साजिश रचने के मामले में जेल में बंद मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें आने वाले समय में और बढ़ने वाली हैं। उस पर बीते साल सितंबर माह में डोईवाला कोतवाली में दर्ज धोखाधड़ी के केस में भी चार्जशीट लगभग तैयार हो चुकी है। 

डोईवाला पुलिस अगले तीन-दिनों में चार्जशीट अदालत में पेश कर सकती है। इस मामले में मृणाल धूलिया और उसकी पत्नी योगिता धूलिया भी नामजद हैं, मगर दोनों की अब तक गिरफ्तार नहीं हो सकी है। ऐसे में इन दोनों के कृत्यों की विवेचना अभी जारी रहेगी।

स्टिंग की साजिश से चंद महीने पहले भी मृत्युंजय मिश्रा पर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था, लेकिन तब उसके ऊंची रसूख के चलते पुलिस हाथ डालने से बचती रही। मामला विचेचनाधीन रहा। नियम के तहत आपराधिक मामलों में आरोपित की गिरफ्तारी के अधिकतम 90 दिन के भीतर पुलिस को चार्जशीट दाखिल कर देनी होती है। यहां यही तकनीकी पेंच फंसा रहा। न मिश्रा की गिरफ्तारी हो सकी और न ही सह आरोपित मृणाल और उसकी पत्नी योगिता का ही पुलिस पता-ठिकाना खोज सकी। 

इस मामले में तेजी तब आई जब बीते तीन दिसंबर को स्टिंग प्रकरण की साजिश रचने के आरोप में मिश्रा गिरफ्तार कर लिया गया। डोईवाला पुलिस ने सितंबर में पंचकर्म कोर्स के नाम पर हुए घपले की जांच में मिश्रा की भूमिका की छानबीन शुरू कर दी। उस पर लगे आरोपों के संबंध में छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज करने के साथ विश्वविद्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान ले चुकी है। ऐ

से में अब मिश्रा के खिलाफ आरोप पत्र लगभग तैयार हो चुका है और जल्द ही उसे कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा। वहीं, मृणाल और योगिता की भूमिका की जांच अभी जारी रहेगी। 

धूलिया दंपती की कुर्की की तैयारी

पंचकर्म में दाखिले के नाम पर हुई धोखाधड़ी के मामले को आठ माह गुजर चुके हैं। इस अवधि में डोईवाला पुलिस ने धूलिया दंपती की गिरफ्तारी के लिए कई बार दबिश दे चुकी है। डोईवाला पुलिस अब दोनों की संपत्तियों की कुर्की की तैयारी कर रही है।

इस मामले में तैयार हुई चार्जशीट

बीते साल सात सितंबर को डोईवाला कोतवाली में धीरज कैंथोला ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलसचिव (अब निलंबित) मृत्युंजय मिश्रा, प्रबंधक धनवंतरि वैद्यशाला केरल मृणाल धूलिया और उसकी पत्नी योगिता धूलिया पर छात्र-छात्राओं के साथ धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कराया। 

उनका आरोप था कि अगस्त 2016 में उनकी मुलाकात मृणाल धूलिया और उसकी पत्नी योगिता से हुई। बताया कि इसी महीने से परिसर में पंचकर्म का एकवर्षीय कोर्स संचालित किया जाना है, जिसमें हमारा और मृत्युंजय मिश्रा का एग्रीमेंट भी हो चुका है। इसमें शर्तिया नौकरी मिलेगी। 

इसकी फीस 65 हजार रुपये है। प्रासपेक्टस में बताया गया कि कोर्स में तीस सीटें हैं और एक अगस्त 2016 से पढ़ाई शुरू होगी। इस बात में आकर 31 युवक-युवतियों ने दाखिला ले लिया। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद न तो किसी को डिग्री दी गई और न ही किसी को रोजगार मिला। यही नहीं इस कोर्स की फीस अन्य संस्थानों में बीस हजार रुपये थी, जबकि यहां प्रत्येक अभ्यर्थी से 65 हजार रुपये से अधिक की रकम वसूली गई। आरोप है कि धूलिया दंपती ने मिश्रा की शह पर ही यह फर्जीवाड़ा रचा और लाखों की रकम हड़प ली। 

सीओ ने शुरू की आय से अधिक संपत्ति की जांच

आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्र पर दर्ज आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच शुरू हो गई है। एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने विवेचना सीओ चंद्रमोहन सिंह को सौंपी है। सीओ ने बुधवार को प्रकरण से जुड़े दस्तावेजों को कस्टडी में लेकर उनका अध्ययन शुरू कर दिया है।

बता दें, उत्तरांचल आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुलसचिव रहते हुए मृत्युंजय मिश्रा पर बीते साल वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे थे। विजिलेंस की खुली जांच में एक करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी सामने आई थी।

साक्ष्यों के आधार पर विजिलेंस ने बीते साल 17 नवंबर को मिश्रा, उनकी पत्नी श्वेता मिश्रा, फर्म शिल्पा त्यागी, नूतन रावत और मिश्रा के कार चालक के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। 

तीन दिसंबर को मृत्युंजय मिश्रा को ईसी रोड स्थित एक कैफे से गिरफ्तार विजिलेंस ने उसे जेल भेज दिया था। इस दौरान विजिलेंस ने जांच में पाया कि मृत्युंजय और उसके परिवार के नाम देहरादून और दिल्ली में करीब 12 करोड़ की संपत्ति है। दस्तोवजी साक्ष्य मिलने के बाद उस पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज कर लिया गया। विजिलेंस ने अब इस मुकदमे में उसकी पत्नी का भी नाम जोड़ दिया है।

जल्द हो सकती है बड़ी कार्रवाई

आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच के साथ मिश्रा के कुछ और राज सामने आ सकते हैं। मसलन उसने रकम कहां से जुटाई और उसकी आय और खर्चों में कितना अंतर है। उसके पास अगर कहीं से कोई काला धन आया तो वह कहां से और किसके द्वारा आया। इन सब बातों से पर्दा उठने के बाद कुछ बड़े चेहरों के बेनकाब होने के साथ कुछ बड़ी कार्रवाई भी विजिलेंस के स्तर से हो सकती है।

एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस के अनुसार, मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में दर्ज केस की विवेचना सीओ को सौंपी गई है। उन्होंने जांच शुरू कर दी है।

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